आर्थिक विकास की प्रभावशीलता की कसौटी पर खरा नहीं उतर सकता निजीकरण, आनंद तेलतुम्बडे ने जेल से लिखा पत्र

रिजवान रहमान   देश संपत्ति बेचे जाने पर आनंद तेलतुम्बडे ने मुंबई के तलोजा जेल से पत्र लिखा है. द कारंवा में छपे इस पत्र को मैंने इस अंदाज़ में…