
द लीडर हिंदी: यूपी के ज़िला बरेली में जुमे के दिन तरावीह की नमाज़ पढ़कर निकलते बाप-बेटे पर घेरकर हमला किया गया था. धारदार हथियार से एक के बाद एक वार से 45 साल के तौहीद अली की मौत हो गई, जबकि बेटा ज़ाहिर अली ज़ख़्मी है. सीबी गंज के सरनिया गांव में इस सनसनीख़ेज़ वारदात से दहशत फैल गई थी.
पुलिस ने हरकत में आते हुए बाप-बेटों समेत पांच पर मुक़दमा दर्ज किया है. नामज़द कराया गया दबीर हुसैन भाजपा का बूथ अध्यक्ष है. उसके साथ उसके चारों बेटों नाज़िम, आज़म, मुनाज़िर, इकराम के नाम भी लिखाए गए हैं. पुलिस पांचों की गिरफ़्तारी के लिए दबिश दे रही थी. सभी पुलिस के हरकत में आने के बाद भूमिगत हो गए थे. फिर भी पुलिस ने उनमें से तीन को पकड़ लिया है.
मुनाज़िर, आज़म और नाज़िम को झुमका तिराहे के पास बड़ा बाईपास से गिरफ़्तार किया गया है. उनकी निशानदेही पर आला-ए-क़त्ल एक छुरी और दो डंडे बरामद किए हैं. तीनों ने पुलिस को बताया कि यह घटना बहन को परेशान करने पर अंजाम दी थी. जिसका निकाह तौहीद अली के बेटे ज़ाहिर अली से हुआ था लेकिन बाद में मामलात ख़राब हुए तो मुक़दमेबाज़ी शुरू हो गई. उसका नतीजा एक क़त्ल के तौर पर सामने आया.
पकड़े गए तीनों आरोपियों ने पुलिस से यह भी कहा है कि घटना में उनके पिता दबीर हुसैन शामिल नहीं थे. न ही उनका भाई इकराम उस वक़्त गांव में मौजूद था. पिता मुड़िया जागीर में अपने दोस्त हाजी नन्हें एडवानी के घर रहते हैं. मुक़दमे में उनके एक भाई का नाम भी झूठा लिखवाया गया है. इसके लिए घटना वाले दिन सरनिया में चौराहे के सीसीटीवी चेक किए जा सकते हैं.
बहरहाल दबीर हुसैन चूंकि भाजपा का बूथ अध्यक्ष है, इसलिए उसे बचाने के आरोप भी लग रहे हैं लेकिन पुलिस धरपकड़ की कोशिश में लगी है. दबीर हुसैन की गिरफ़्तारी के लिए भी दबिश दी जा रही है.