
द लीडर हिंदी: महाराष्ट्र के नासिक में हाईकोर्ट के निर्देश पर दरगाह/मस्जिद ढहाने के लिए बुल्डोज़र एक्शन के दौरान भारी बवाल हुआ है. विरोध में इकट्ठा भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया. जवाब में पुलिस ने आंसू गैस के गोले दाग़े और बल प्रयोग के बाद भीड़ को खदेड़ दिया. पथराव में 21 पुलिस कर्मियों के घायल होने की ख़बर है. वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए हैं. इस मामले में काफी लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. उनकी बाइक सीज़ कर दी गई हैं.
यह दरगाह काठे गली क्षेत्र में सातपीर के नाम से है. बताते हैं कि यहां नमाज़ भी पढ़ी जाती थी. इसे अवैध बताते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई. हाईकोर्ट के दरगाह को अनाधिकृत क़रार देने के बाद 15 दिन में हटाने का नोटिस जारी किया गया था. दरगाह/मस्जिद तोड़कर हाईकोर्ट के आदेश पर अमल किया गया. इस पर भीड़ ने विरोध में पथराव किया और पुलिस ने आंसू गैस के गोले दाग़े.
बवाल को लेकर पुलिस का अधिकारिक वर्जन भी सामने आया है. काठे गली इलाके में एहतियात के तौर पर भारी पुलिस फोर्स तैनात है. नासिक के उपायुक्त किरण कुमार के मुताबिक, जब ट्रस्टियों व इलाके के दूसरे प्रमुख व्यक्तियों के साथ दरगाह को हटाने को लेकर बात की जा रही थी. तभी मौके पर भारी भीड़ आ गई और उसने पत्थरबाजी शुरू कर दी थी. पत्थराबाजी में घायल हुए पुलिसकर्मियों का उपचार चल रहा है.
डीसीपी के अनुसार, भीड़ ने न सिर्फ पुलिस टीम पर हमला बोला बल्कि वहां खड़े वाहनों को भी निशाना बनाया. स्थिति संभालने के लिए पुलिस फोर्स ने हल्का बल का उपयोग किया. पथराव कर रही भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे. बवाल में अब तक 15 लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है. इलाके से 57 संदिग्ध बाइकें जब्त की हैं.