Wednesday, October 16, 2024
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पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की साजिश रची गई, SC में सुनवाई बंद

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द लीडर : भारत के मुख्य न्यायाधीश रहने के दौरान जस्टिस रंजन गोगोई के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की साजिश रची गई थी. मामले की जांच कर रहे जस्टिस एके पटनायक की रिपोर्ट में साजिश स्वीकार की गई है. गुरुवार को सुप्रीमकोर्ट ने इस केस की सुनवाई के दौरान कहा कि जांच रिपोर्ट के आधार पर साजिश के तथ्य को खारिज नहीं किया जा सकता है. अब 21 महीने बाद इस मामले की सुनवाई बंद कर दी गई है.

सुप्रीमकोर्ट की एक कर्मचारी ने अप्रैल 2019 में पूर्व सीजेआइ पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. वह 2018 में सीजेआइ के आवास पर बतौर जूनियर कोर्ट असिस्टसेंट पद पर तैनात रही थीं. उनका दावा था कि बाद में उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया है.


पूर्व चीफ जस्टिस गोगोई ने क्यों कहा कि मनमाफिक फैसले नहीं दिए तो आप पर अटैक करेंगे!


 

महिला ने एक हलफनामे में तमाम दावे और आरोपों का उल्लेख करते इसकी कॉपी 22 जजों को भेजी थी. इस खबर को देश के चार वेब पोर्टल्स ने प्रकाशित किया था. इस तरह ये मामला सामने आया था.

सुप्रीमकोर्ट ने पूर्व सीजेआइ पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोप मामले में स्वता संज्ञान लेकर सुनवाई शुरू की थी. 25 अप्रैल 2019 को जस्टिस अरुण मिश्रा, जस्टिस रोहिंटन फली नरीमन और जस्टिस दीपक गुप्ता की बेंच ने सुनवाई की थी.

अदालत ने इस मामले की जांच करने का निर्णय लिया था कि ये आरोप सीजेआइ और कोर्ट की गरिमा को प्रभावित करने की साजिश का हिस्सा तो नहीं हैं. इसी बीच एक अधिवक्ता ने भी साजिश का दावा करते हुए जांच की मांग की थी.

गुरुवार को अदालत ने सुनवाई के दाैरान कहा कि केस को दो साल हो रहे हैं. और साजिश की जांच में इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य हासिल कर पाने की गुंजाइश काफी कम रह गई है.

 

गोगोई ने दिए कई महत्वपूर्ण फैसले

जस्टिस गोगोई ने मुख्य न्यायाधीश रहते हुए कई महत्वपूर्ण फैसले दिए हैं. इसमें अयोध्या राम मंदिर जन्मभूमि का केस प्रमुख है. रिटायरमेंट के बाद जस्टिस गोगोई को राज्यसभा का सदस्य नामित किया गया था.

मुखर हुए जस्टिस गोगोई हुए

हाल में इंडिया टुडे के काॅन्क्लेव में जस्टिस गोगोई ने जजों को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा था कि जजों पर दबाव रहता है, कि अगर फैसला मानमाफिक नहीं दिया तो उन पर हमला किया जाएगा. लेकिन जज इससे नहीं डरते, कुछ टूट जाते हैं.


यूपी : उन्नाव में बेहोश मिलीं तीन नाबालिग बच्चियों में दो की मौत, राहुल गांधी से लेकर स्वरा भास्कर ने क्या कहा


 

यूपी : उन्नाव में बेहोश मिलीं तीन नाबालिग बच्चियों में दो की मौत, राहुल गांधी से लेकर स्वरा भास्कर ने क्या कहा

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द लीडर : उत्तर प्रदेश का उन्नाव जिला एक बार फिर चर्चा में है. असोहा इलाके के बबुरहा गांव की तीन नाबालिग बच्चियां गांव के बाहर बेहोश हालत में पाई गईं. इनमें दो की मौत हो गई, जबकि एक की हालत नाजुक है. उसका कानपुर में उपचार चल रहा है. इस दिल दहलाने वाली घटना को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं. प्रशासन ने गांव में सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है.

तीनों बच्चियां, पशुओं के लिए चारा लाने निकली थीं. बुधवार को देर शाम तक घर न लौटने पर परिजनों ने उनकी तलाश शुरू की. इस बीच तीनों बच्चियां गांव के बाहर एक दुपट्टे से बंधी पाई गईं. उन्नाव के एसपी आनंद कुलकर्णी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा दो लड़कियों को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया है. और एक को इलाज के लिए रेफर किया गया है. घटनास्थल पर काफी झाग पड़ा मिला. पृथम दृष्टया जहर के लक्ष्ण मिले हैं. जांच के लिए छह टीमें गठित की गई हैं.

राहुल बोले न्याय दिलाकर ही रहेंगे

घटना को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि केवल दलित समाज को ही नहीं यूपी सरकार महिला सम्मान व मानवाधिकारों को भी कुचलती जा रही है. लेकिन वे याद रखें कि मैं और पूरी कांग्रेस पार्टी पीड़ितों की आवाज बनकर खड़े हैं और न्याय दिलाकर ही रहेंगे.

 

उत्तर प्रदेश के एडीजी-कानून व्यवस्था ने कहा कि बच्चियों के पोस्टमार्टम से जो तथ्य प्रकाश में आएंगे, उनके आधार पर आगे की कार्रवाई करेंगे. अभी परिजन जो बता रहे हैं, हम उस पर कार्रवाई कर रहे हैं.

स्वरा भास्कार ने साधा निशाना

घटना को लेकर अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने ट्वीट में लिखा, ‘और क्या होना बाकी है???? उत्तर प्रदेश में और क्या होना है कि अजय बिष्ट की सरकार का इस्तीफा मांगा जा सके..और राष्ट्रपति शासन लागू हो?’

मी टू : पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ पूर्व मंत्री एमजे अकबर की आपराधिक मानहानि याचिका खारिज

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द लीडर : दिल्ली की एक अदालत ने मी-टू के चर्चित मामले में पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ दायर पूर्व विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर की आपराधिक मानहानि की याचिका खारिज कर दी है. इस फैसले को अकबर के लिए बड़ा झटका तो भारत में मी-टू अभियान की सफलता के तौर पर देखा जा रहा है. अदालत ने एक महत्वपूर्ण टिप्पणी की है. देश में महिलाओं के खिलाफ अपराध शर्मनाक हैं, जहां उनके सम्मान में रामयण और महाभारत लिखी गई.

साल 2018 में यूरोप से मी-टू अभियान चर्चा में आया था. तब भारत में पत्रकार प्रिया रमानी ने तत्कालीन विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. इसी मामले में अकबर को मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था. बाद में उन्होंने प्रिया रमानी के खिलाफ मानहानि का केस दायर किया था.

अदालत ने एक फरवरी को इस मामले की सुनवाई कर फैसला सुरक्षित रख लिया था. कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि यौन उत्पीड़न अक्सर बंद दरवाजे के पीछे होता है.


निकिता जैकब को तीन हफ्ते की अग्रिम जमानत, दिशा की रिहाई को लेकर विरोध-प्रदर्शन


 

इसे नजरंदाज नहीं किया जा सकता ये भी कहा कि यौन शोषण की शिकायतों के लिए मैकेनिज्म की कमी है. पीड़ित महिलाएं चरित्रहनन और बदनामी के ड से अक्सर आवाज नहीं उठा पाती हैं.

प्रिया रमानी ने एमजे अकबर पर 20 साल पहले यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे. तब, जब अकबर एक अखबार के संपादक थे और प्रिया रमानी उनके मातहत कार्यरत थीं.

एमजे अकबर की ओर से पेश वरिष्ठ वकील गीता लूथरा ने कोर्ट में कहा कि 20 साल पहले उनके साथ यौन उत्पीड़न किया गया. इन आरोपों को साबित करने में वह नाकाम रही हैं.


बांग्लादेशी नौकरानी की हत्या पर सऊदी महिला को मौत की सजा


 

फैसले पर खुशी जताते हुए प्रिया रमानी ने कहा कि इस सच्चाई के बावजूद कि मैं पीड़ित हूं. फिर भी मुजरिम की तरह कोर्ट में खड़ी थी. मैं उन सभी लोगों को धन्यावाद देती हूं जो मेरे साथ खड़े रहे और आवाज उठाई. अदालत का भी.

निकिता जैकब को तीन हफ्ते की अग्रिम जमानत, दिशा की रिहाई को लेकर विरोध-प्रदर्शन

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द लीडर : किसान आंदोलन की समर्थक मुंबई की वकील निकिता जैकब को बॉम्बे हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली है. टूलकिट मामले में उच्च न्यायालय ने उन्हें तीन हफ्ते की अग्रिम जमानत दे दी है. दिल्ली पुलिस ने निकिता के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया था. इसी को लेकर निकिता ने अग्रिम जमानत की अर्जी लगाई थी. वहीं, इसी मामले में गिरफ्तार 21 साल की क्लाइमेट एक्टिविस्ट दिशा रवि की रिहाई को लेकर विदेश-विदेश से आवाजें उठ रही हैं. उनकी गिरफ्तारी के विरोध में छात्र और एक्टिविस्ट विरोध-प्रदर्शन भी कर रहे हैं.

दिशा रवि की गिरफ्तारी को लेकर विरोध करते छात्र. फोटो-साभार सोशल मीडिया

टूलकिट का विवाद, स्वीडिन की जानीमानी क्लाइमेट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग के एक ट्वीट से जुड़ा है, जो उन्होंने किसानों के समर्थन में किया था. 4 फरवरी को दिल्ली पुलिस ने इस मामले में एफआइआर दर्ज की थी. और 13 फरवरी को दिशा रवि को बैंगुलरू से गिरफ्तार किया. दिल्ली की एक अदालत ने दिशा को पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया.

दिल्ली पुलिस के मुताबिक दिशा रवि, निकिता जैकब और शांतनु. इन लोगों ने ही टूलकिट तैयार कर ग्रेटा को भेजा था. इस मामले में दिल्ली पुलिस की ओर से कई गंभीर सवाल उठाए हैं.


जम्मू-कश्मीर पहुंचे 24 देशों के राजनयिक, कश्मीरियों से कर रहे संवाद


 

दूसरी तरफ दिशा के समर्थन में दुनिया भर से आवाजें उठ रही हैं. इसमें सुप्रीमकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण से लेकर देश के कई बुद्धिजीवी दिशा की गिरफ्तारी की लगातार आलोचना कर रहे हैं.

किसान आंदोलन के नेता भी दिशा रवि, निकिता और शांतुन पर की जा रही कार्रवाई की आलोचना कर रहे हैं. स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव इस संबंध में एक पत्र भी जारी कर चुके हैं.

बढ़ते विरोध के चलते एक दिन पहले दिल्ली पुलिस ने साफ किया था कि कार्रवाई कानून के मुताबिक की जा रही है.

जम्मू-कश्मीर पहुंचे 24 देशों के राजनयिक, कश्मीरियों से कर रहे संवाद

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द लीडर : विदेशी राजनयिकों का एक प्रतिनिधि मंडल दो दिवसीय दौरे पर बुधवार को जम्मू-कश्मीर पहुंचा है. इसमें कम से कम 24 देशों के राजनयिक शामिल हैं. भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच ये राजयनिक स्थानीय लोगों से मुलाकात कर रहे हैं. बडगाम जिले के मागम ब्लॉक में संवाद का सिलसिला जारी है.

इसमें ब्राजील, बोलविया, क्यूबा, एस्टोनिया, फिनलैंड, आयरलैंड, फ्रांस, नीदरलैंड, पुर्तगाल, यूरोपियन यूनियन, बेल्जियम, स्पेन, इटली, स्वीडन, बांग्लादेश, मालवी, इरिट्रिया, कोटे डी आइवोर, घाना, सेनेगल, मलेशिया, तजाकिस्तान, किर्गिस्तान आदि देशों के राजनयिक दौरे पर बताए जा रहे हैं.

बुधवार को एक विशेष विमान से राजनिक जम्मू-कश्मीर पहुंचे, जहां उनका पारंपरिक तरीके से जोरदार स्वागत किया गया.

दरअसल, 5 अगस्त 2019 को भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाकर उसका विशेष राज्य का दर्जा खत्म कर दिया था. पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती, पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला समेत कई राजनेताओं को नजरबंद किया गया था. हाल ही में सरकार ने जम्मू-कश्मीर में 4-जी इंटरनेट सेवा बहाल की है.


जम्मू-कश्मीर में 551 दिन बाद इंटरनेट 4-जी सेवा बहाल, उमर अब्दुल्ला ने दी मुबारकबाद


 

राजनियक दौरे से पहले उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती जैसे नेताओं ने ट्वीट पर वीडियो जारी कर कहा था कि उनकी निगरानी की जा रही है. और एक तरह से घरों में नजरबंद कर दिया गया है. बहरहाल, अपने दौरे में राजनयिक स्थानीय लोगों से बात कर उनकी स्थिति समझने की कोशिश करेंगे.

फिरकों में बंटे मुस्लिम समाज को जोड़ने एक मंच पर आए सुन्नी बरेलवी और देवबंद मसलक के मौलाना

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वीड‍ियो: सुन्नी मुसलमानों के दो बड़े मसलक, बरेलवी और देवबंद के मौलाना फिरकों में बंटे मुस्लिम समाज को एकजुट करने को एक मंच पर आए हैं. मंगलवर को देवबंद से ताल्लुक रखने वाले और मशहूर इस्लामिक स्कॉलर मौलाना सलमान हुसैनी नदवी बरेली पहुंचे. दरगाह आला हजरत पर हाजिरी दी और देर शाम नबीरे आला हजरत मौलाना तौकीर रजा खां से मुलाकात की.

दोनों लोगों ने यह महसूस किया कि मुस्लिम समाज ही नहीं बल्कि भारतीय समाज को एकजुट करने की जरूरत है. इससे पहले मौलाना सलमान हुसैनी द लीडर के दफ्तर पहुंचे. देखिए, सामाजिक एकता, मुस्लिम समाज में आधुनिक शिक्षा को लेकर क्या है उनका नजरिया. यहां ये साफ करना जरूरी है कि द लीडर के साथ बातचीत के बाद देर शाम को मौलाना सलमान और मौलाना तौकीर रजा की मुलाकात हो गई है.

शर्मनाक : गर्भवती महिला के कंधे पर लड़के को बिठाकर दो गांवों के बीच तीन किलोमीटर घुमाया, 3 गिरफ्तार

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द लीडर : मध्य प्रदेश से इंसानियत को शर्मसार करने वाले तस्वीरों का क्रम जारी है. पहले स्मार्ट सिटी-इंदौर से बेसहारा बुजुर्गों को पशुओं की तरह एक डंपर में भरकर बाहर फिंकवाने का मामला सामने आया. उस घटना पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दुख जताकर कड़ी कार्रवाई की थी. अब एक गर्भवती महिला का वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें वह अपने कंधे पर एक लड़के को बिठाकर चल रही हैं. उनके पीछे मारपीट करती तमाशबीन की भीड़ दिख रही है. वीडियो सामने आने पर गुना पुलिस ने महिला के ससुर, जेठ और देवर-इन तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक वीडियो 9 फरवरी का है.

पीड़ित महिला गुना क्षेत्र के बांसखेड़ी गांव की हैं. कथित अवैध संबंधों को लेकर उनके साथ ये बर्बरता की गई है. पत्रकारों से बातचीत में पीड़िता बताती हैं कि ‘मेरे पति सीताराम मुझे सांगई गांव में डेमा के घर छोड़कर इंदौर चले गए. ये बोल गए कि अब मैं तुम्हें नहीं रख सकता.

तुम, डेमा के घर ही रहो. बाद में ससुर गुनजरिया, जेठ कुमार सिंह और केपी सिंह मुझे लेने आए. मेरेन मना करने पर पीटा. फिर घसीटकर घर से बाहर ले गए. और ये सजा दी. पति ने फोन करके अपने घरवालों को मना किया, पर वे नहीं माने.’ महिला ने आपबीती बताई है.


स्मार्ट सिटी इंदौर से मानवता की सबसे गंदी तस्वीर, बेसहारा बुजुर्गों को डंपर में भरकर शहर से बाहर फेंकने भेजा


 

महिला पांच महीने की गर्भवती हैं. कहती हैं कि ये बताने के बावजूद उन्होंने मेरे कंधे पर एक लड़के को बिठाया और सांगई गांव से बांसखेड़ी तक करीब तीन किलोमीटर नंगे पैर ले गए. रास्ते में पीटते भी रहे.

जैसा वीडियो में नजर आ रहा है कि एक महिला अपने कंधे पर एक काफी उम्र के लड़के को लेकर चल रही हैं. उनके पीछे भीड़ चल रही है. सभ्य समाज की ये तस्वीर डराने वाली है. समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक गुना के एसपी ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई की बात कही है.

मध्य प्रदेश : बस हादसे में 50 लोगों की मौत, परिजनों से मिले मुख्यमंत्री

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द लीडर : मध्य प्रदेश के सीधे में मंगलवार को हुए एक बस हादसे में मृतकों की संख्या 50 हो गई है. बस में 54 यात्री सवार थे. बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बस हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात कर ढांढस बंधाया. इस दिल दहलाने वाले हादसे पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दुख जताया था.

ये हादसा मंगलवार को सुबह के वक्त नैकिन थाना क्षेत्र में हुआ था. एक यात्री बस सतना के लिए जा रही थी. साइड लेने के दौरान बस पुलिया से टकरा गई और अनियंत्रित होकर नहर में जा गिरी. आस-पास के लोगों ने तत्काल बचाव कार्य शुरू किया. सात लोगों को सुरक्षति न‍िकाल ल‍िया गया था, चूंक‍ि हादसा इतना भयावह था क‍ि अधकिांश यात्र‍ी नहीं बचाए जा सके.

वहीं, इस हादसे में बस का ड्राइवर बच गया है, उसे पुल‍िस ने गिरफ्तार कर लिया है. मुख्‍यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये सहायता राशि देने का ऐलान का ऐलान किया है.

प्रधानमंत्री ने क‍िया दो लाख की सहायता राशि का ऐलान 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बस हादसे पर दुख जताते हुए प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये सहायता राशि देने की घोषणा की है.

हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलते मुख्यमंत्री

 

इससे पहले 14 फरवरी को आंधप्रदेश के कुरनूल जिले में बस और ट्रक की टक्कर में 14 लोगों की मौत हो गई थी. जबकि 15 फरवरी को महाराष्ट्र के जलगांव जिले में एक वाहन पलटने से 15 लोग मारे गए थे.

 

प्रधानमंत्री ने ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पर भेजी चादर, 19 को होगा कुल शरीफ

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द लीडर : राजस्थान के अजमेर स्थित दरगाह पर ख्वाजा मोईनुद्​दीन चिश्ती का 809वां सालाना उर्स बेहद शानो-शौकत के साथ मनाया जा रहा है. इसमें देशभर से लाखों जायरीन हाजिरी के लिए पहुंच रहे हैं. सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी को दरगाह पर पेशी के लिए चादर सौंपी है. लगातार सावतीं बार पीएम मोदी की ओर से उर्स में चादर भेजी जा रही है.

अजमेर में ख्वाजा गरीब नवाज के उर्स का नजारा.

ख्वाजा मोईनुद्​दीन चिश्ती को ख्वाजा गरीब नवाज के तौर पर भी जाना है. ख्वाजा के चाहने वाले वैसे तो दुनिया भर में हैं, लेकिन भारत में मुसलमानों की अकीदत (आस्था) का ये प्रमुख केंद्र है. दूसरे मजहबों में भी ख्वाजा के बेशुमार चाहने वाले हैं. आम दिनों की अपेक्षा उर्स में इसकी रंगत ज्यादा दिखाई पड़ती है.

दरगाह के गद्​दीनशीन सय्यद इरफान अली ने बताया कि उर्स बेहद अदब के साथ मनाया जा रहा है. आगामी19 फरवरी को कुल शरीफ होगा. बता दें कि उर्स में अमूमन सभी राजनीतिक दलों की ओर से दरगाह पर चादर भेजने की परंपरा रही है.


आंध्र प्रदेश : अजमेर दरगाह जा रहे 14 जायरीन की सड़क हादसे में मौत, राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री ने जताया दुख


 

टूलकिट : दिशा रवि की गिरफ्तारी के बाद निकिता जैकब और शांतनु के खिलाफ गैरजमानती वारंट

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द लीडर : ग्रेटा थनबर्ग टूलकिट मामले में 21 साल की क्लाइमेट एक्टिविस्ट दिशा रवि की गिरफ्तारी के बाद अब मुंबई की वकील निकिता जैकब और शांतनु पर गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है. उनके खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी हो गए हैं. सोमवार को दिल्ली पुलिस ने प्रेस कांफ्रेंस में ये दावा किया कि दिशा ने निकिता और शांतनु के साथ मिलकर ये टूलकिट बनाया था. जिसे टेलीग्राम के जरिये दिशा ने ग्रेटा थनबर्ग को भेजा था. (Toolkit Nikita Jacob Shantanu Disha)

दिल्ली पुलिस साइबर सेल के ज्वॉइंट कमिश्नर प्रेमनाथ ने कहा कि जांच में ये पता चला है कि गणतंत्र दिवस से पहले ट्वीटर पर तूफान खड़ा करने की साजिश रची गई. इसके लिए 11 जनवरी को जूम मीटिंग हुई. जिसमें खालिस्तानी समूह कनाडियन-महिला पुनीत के जरिये दिशा, निकिता, शांतनु और अन्य लोगों को जोड़ा गया. जिस तरह टूलकिट का एक्शन प्लान तैयार हुआ, ठीक वैसे ही किया गया. ये सब पुर्वनियोजित था.


किसान आंदोलन : 22 साल की क्लाइमेट एक्टिविस्ट दिशा रवि गिरफ्तार, पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा


कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दिशा की गिरफ्तारी को लेकर सोमवार को कहा कि, देश चुप नहीं रहेगा.

सुप्रीमकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने दिशा रवि की गिरफ्तारी पर कहा है-आज के भारत में किस तरह दिशा रवि और नवदीप कौर जैसे निस्वार्थी सामाजिक कार्यकर्तओं को गिरफ्तार किया जा रहा है. तब मुझे सोफी शोल की कहानी याद आ रही है, पढ़िए उसे.

दिल्ली की सीमाओं पर पिछले 80 दिनों से किसान आंदोलन चल रहा है. बीती 26 जनवरी को किसानों ने दिल्ली में ट्रैक्टर परेड निकाली थी, जिसमें हिंसा भड़क गई थी. इसके बाद, पुलिस आंदोलन को लेकर अध‍िक सख्त हुई.

इसी से जुड़ी एक खबर को अमेरिकी पॉप सिंगर रिहाना ने ट्वीट किया था. बाद में स्वीडन की जानीमानी युवा पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने भी एक ट्वीट किया. ग्रेटा ने जो पहला ट्वीट किया था, उसे डिलीट कर दिया था. बताते हैं क‍ि ग्रेटा के उसी ट्वीट में टूलकिट थी.

ल‍िहाजा दिल्ली पुलिस ने टूलक‍िट मामले में एफआइआर दर्ज कर जांच शुरू की. पहले ऐसी खबरें आईं क‍ि ग्रेटा के नाम एफआइआर हुई. हालांकि पुलिस ने फौरन ही साफ किया था कि अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. इसमें क‍िसी का नाम नहीं है.

इसी मामले की जांच करते हुए दिल्ली पुलिस ने 13 फरवरी की रात को दिशा को बैंगलुरू से गिरफ्तार किया था.