द लीडर : भारत के मुख्य न्यायाधीश रहने के दौरान जस्टिस रंजन गोगोई के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की साजिश रची गई थी. मामले की जांच कर रहे जस्टिस एके पटनायक की रिपोर्ट में साजिश स्वीकार की गई है. गुरुवार को सुप्रीमकोर्ट ने इस केस की सुनवाई के दौरान कहा कि जांच रिपोर्ट के आधार पर साजिश के तथ्य को खारिज नहीं किया जा सकता है. अब 21 महीने बाद इस मामले की सुनवाई बंद कर दी गई है.
सुप्रीमकोर्ट की एक कर्मचारी ने अप्रैल 2019 में पूर्व सीजेआइ पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. वह 2018 में सीजेआइ के आवास पर बतौर जूनियर कोर्ट असिस्टसेंट पद पर तैनात रही थीं. उनका दावा था कि बाद में उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया है.
पूर्व चीफ जस्टिस गोगोई ने क्यों कहा कि मनमाफिक फैसले नहीं दिए तो आप पर अटैक करेंगे!
महिला ने एक हलफनामे में तमाम दावे और आरोपों का उल्लेख करते इसकी कॉपी 22 जजों को भेजी थी. इस खबर को देश के चार वेब पोर्टल्स ने प्रकाशित किया था. इस तरह ये मामला सामने आया था.
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को कहा कि पूर्व जज ए.के. पटनायक की कमेटी इस ओर इशारा करती है कि सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई के खिलाफ अप्रैल 2019 में लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोप के पीछे साजिश शामिल है। #RanjanGogoi pic.twitter.com/mWKvbYK40x
— IANS Hindi (@IANSKhabar) February 18, 2021
सुप्रीमकोर्ट ने पूर्व सीजेआइ पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोप मामले में स्वता संज्ञान लेकर सुनवाई शुरू की थी. 25 अप्रैल 2019 को जस्टिस अरुण मिश्रा, जस्टिस रोहिंटन फली नरीमन और जस्टिस दीपक गुप्ता की बेंच ने सुनवाई की थी.
अदालत ने इस मामले की जांच करने का निर्णय लिया था कि ये आरोप सीजेआइ और कोर्ट की गरिमा को प्रभावित करने की साजिश का हिस्सा तो नहीं हैं. इसी बीच एक अधिवक्ता ने भी साजिश का दावा करते हुए जांच की मांग की थी.
गुरुवार को अदालत ने सुनवाई के दाैरान कहा कि केस को दो साल हो रहे हैं. और साजिश की जांच में इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य हासिल कर पाने की गुंजाइश काफी कम रह गई है.
गोगोई ने दिए कई महत्वपूर्ण फैसले
जस्टिस गोगोई ने मुख्य न्यायाधीश रहते हुए कई महत्वपूर्ण फैसले दिए हैं. इसमें अयोध्या राम मंदिर जन्मभूमि का केस प्रमुख है. रिटायरमेंट के बाद जस्टिस गोगोई को राज्यसभा का सदस्य नामित किया गया था.
मुखर हुए जस्टिस गोगोई हुए
हाल में इंडिया टुडे के काॅन्क्लेव में जस्टिस गोगोई ने जजों को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा था कि जजों पर दबाव रहता है, कि अगर फैसला मानमाफिक नहीं दिया तो उन पर हमला किया जाएगा. लेकिन जज इससे नहीं डरते, कुछ टूट जाते हैं.
यूपी : उन्नाव में बेहोश मिलीं तीन नाबालिग बच्चियों में दो की मौत, राहुल गांधी से लेकर स्वरा भास्कर ने क्या कहा