लापता बलूचियों के परिजनों से बात करें पीएम इमरान: मरियम नवाज

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पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ बढ़ते अत्याचारों के बीच पीएमएल-एन की उपाध्यक्ष मरियम नवाज ने प्रधानमंत्री इमरान खान से लापता बलूची नागरिकों के परिजनों से बात करने की अपील की है, जो इस मुद्दे समेत मानव अधिकारों के उल्लंघन पर इस्लामाबाद में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, मरियम ने पीएम इमरान खान की ओर इशारा करते हुए कहा, “आपको सत्ता की ताकत सौंपी गई है, इन लोगों फरियाद सुनना आपका फर्ज है।”

”इस्लामाबाद में पाकिस्तानी एजेंसियों द्वारा जबरन अपहरण, अत्याचार और उत्पीड़न के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं, यह गंभीर मसला है”, उन्होंने कहा।


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पाकिस्तान के विभिन्न क्षेत्रों में अल्पसंख्यक समुदायों की दुर्दशा है। बलूचिस्तान में सरकारी एजेंसियों द्वारा जबरन गायब कर देने का लंबा इतिहास है। हजारों बलूचियों को अगवा कर लिया गया है या लापता हैं। सैकड़ों लोग पाकिस्तान की ‘मारकर दबा दो’ नीति का शिकार हो चुके हैं, जबकि कई अभी भी सेना की खुफिया जेलों में अमानवीय यातना का सामना कर रहे हैं।

पाकिस्तान का पश्चिमी प्रांत बलूचिस्तान ईरान और अफगानिस्तान से सटा है। यहां की राजधानी क्वेटा है। भारत पाकिस्तान बंटवारे से पहले 1944 में बलूचिस्तान के स्वतंत्र राष्ट्र का विचार जनरल मनी ने दिया था, लेकिन बंटवारे के समय अंग्रेजों ने इसे पाकिस्तान का हिस्सा बना दिया।

फिर 1970 के दशक में बलूच राष्ट्रवाद का उदय हुआ और पाकिस्तान से स्वतंत्र करने की तेजी से उठी। इस आंदोलन को तत्कालीन पाकिस्तान सरकार ने कुचल दिया।


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बलूची अपने पूर्वजों को सीरिया के इलाके का बताते हैं। कभी दक्षिणी बलूचिस्तान ईरान के कामरान प्रांत का और उत्तर पूर्वी भाग सिस्तान का हिस्सा था। सन् 652 में मुस्लिम खलीफ़ा उमर के हमले के बाद कामरान इस्लामी खिलाफत का हिस्सा बन गया। उमर ने अपना साम्राज्य कामरान तक ही सीमित रखा।

अली की खिलाफ़त में पूरा बलूचिस्तान खिलाफत के तहत आ गया। इस समय एक बगावत भी हुई, जिसके बाद खिलाफत से एक हिस्सा निकल गया और फिर दूसरे शासक भी कब्जे की कोशिशें करते रहे। मुगलों का भी राज रहा और फिर अंग्रेज काबिज हो गए।

इसके पूर्वी किनारे पर सिंधु घाटी सभ्यता के अवशेष मिलने से ऐसा भी कहा जाता है कि सिंधु घाटी सभ्यता के मूल निवासी बलूच ही थे। हालांकि इस बात को प्रमाणित नहीं किया जा सका है।


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