द लीडर : किसान आंदोलन की समर्थक मुंबई की वकील निकिता जैकब को बॉम्बे हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली है. टूलकिट मामले में उच्च न्यायालय ने उन्हें तीन हफ्ते की अग्रिम जमानत दे दी है. दिल्ली पुलिस ने निकिता के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया था. इसी को लेकर निकिता ने अग्रिम जमानत की अर्जी लगाई थी. वहीं, इसी मामले में गिरफ्तार 21 साल की क्लाइमेट एक्टिविस्ट दिशा रवि की रिहाई को लेकर विदेश-विदेश से आवाजें उठ रही हैं. उनकी गिरफ्तारी के विरोध में छात्र और एक्टिविस्ट विरोध-प्रदर्शन भी कर रहे हैं.

टूलकिट का विवाद, स्वीडिन की जानीमानी क्लाइमेट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग के एक ट्वीट से जुड़ा है, जो उन्होंने किसानों के समर्थन में किया था. 4 फरवरी को दिल्ली पुलिस ने इस मामले में एफआइआर दर्ज की थी. और 13 फरवरी को दिशा रवि को बैंगुलरू से गिरफ्तार किया. दिल्ली की एक अदालत ने दिशा को पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया.
दिल्ली पुलिस के मुताबिक दिशा रवि, निकिता जैकब और शांतनु. इन लोगों ने ही टूलकिट तैयार कर ग्रेटा को भेजा था. इस मामले में दिल्ली पुलिस की ओर से कई गंभीर सवाल उठाए हैं.
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दूसरी तरफ दिशा के समर्थन में दुनिया भर से आवाजें उठ रही हैं. इसमें सुप्रीमकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण से लेकर देश के कई बुद्धिजीवी दिशा की गिरफ्तारी की लगातार आलोचना कर रहे हैं.
किसान आंदोलन के नेता भी दिशा रवि, निकिता और शांतुन पर की जा रही कार्रवाई की आलोचना कर रहे हैं. स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव इस संबंध में एक पत्र भी जारी कर चुके हैं.
बढ़ते विरोध के चलते एक दिन पहले दिल्ली पुलिस ने साफ किया था कि कार्रवाई कानून के मुताबिक की जा रही है.