मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के लिए सिरदर्द बने सिद्धू , विवाद ने बढ़ाई कांग्रेस की परेशानी

0
248

नई दिल्ली: पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी में उठा भूचाल थमा नहीं है. कोरोना संकट से जूझ रहे सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के लिए अगले साल होने वाले चुनावों से पहले असहज करने वाली स्थिति बनी हुई है. इस बीच पंजाब कांग्रेस के झगड़े पर दिल्ली में पार्टी की अहम बैठक हो रही है.

इस बीच पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी करने वाले खुले घूम रहे हैं. जबकि पंजाब के लोग न्याय चाहते हैं.

यह भी पढ़े – लखनऊ में क्या वाक़ई ज़रूरी है लॉकडाउन !

पंजाब कांग्रेस में दोफाड़ की स्थिति!

कांग्रेस हाईकमान की ओर से पार्टी के सभी विधायकों और मंत्रियों को दिल्ली बुलाया गया है. यहां पर सभी विधायक, मंत्री एक तीन मेंबर्स के पैनल से मुलाकात करेंगे, जहां अपनी दिक्कतों को रखेंगे.

इस अहम बैठक में मुख्यमंत्री के सलाहकार कैप्टन संदीप संधू भी मौजूद हैं. वहीं प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़, विधानसभा अध्यक्ष राणा के पी, मंत्री मनप्रीत सिंह बादल, पार्टी विधायक राज कुमार वेरका और साधु सिंह धर्मसोत, ओपी सोनी, सुंदर श्याम अरोड़ा भी मौजूद हैं.

यह भी पढ़े – दुआओं का दिखा असर : रामपुर सांसद आजम खान की 21 दिन बाद कोरोना रिपोर्ट निगेटिव

ये है विवाद की वजह

दरअसल चुनाव में कांग्रेस द्वारा किए गए वादों को पूरा ना करने के आरोप के बाद कांग्रेस विधायकों ने अपनी सरकार पर सवाल उठाना शुरू कर दिया था.

ऐसे में करीब दो दर्जन विधायक लगातार कैप्टन अमरिंदर सिंह को लेकर लगातार सवाल उठाते हुए उन पर हमलावर हैं. वहीं नवजोत सिंह सिद्धू भी लगातार कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोले बैठे हैं, जबकि संगठन के कई नेताओं ने भी प्रदेश सरकार पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं.

यह भी पढ़े – कलकत्ता HC का आदेश, हिंसा पीड़ितों के पुर्नवास के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन करे बंगाल सरकार

इसी पूरे मामले को लेकर आलाकमान की ओर से बनाई गई तीन सदस्यीय कमेटी इन विधायकों की बात सुन रही है. इस कमेटी में मल्लिकार्जुन खड़गे, जेपी अग्रवाल और हरीश रावत का नाम शामिल है जो अपनी रिपोर्ट आलाकमान को भेजेगी.

कल भी जारी रहेगी बैठक

इस पूरे घटनाक्रम को लेकर कल यानी मंगलवार को नवजोत सिंह सिद्धू, परगट सिंह केंद्रीय कमेटी के पैनल से मुलाकात करेंगे.

वहीं कैप्टन अमरिंदर सिंह इसी हफ्ते शुक्रवार को अपना पक्ष रखने दिल्ली आ सकते हैं. ऐसे में पैनल की ये कवायद पार्टी के डैमेज कंट्रोल की कार्रवाई मानी जा रही है.

यह भी पढ़े – यूपी : मदरसा बोर्ड बनवा रहा एप, शिक्षकों के साथ छात्रों को होगा ये फायदा

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here