WHO ने कोरोना के डेल्टा वेरिएंट को बताया सबसे ज्यादा संक्रामक, जानिए भारत की स्थिति

0
210

द लीडर हिंदी, नई दिल्ली | दुनिया में कोरोना वायरस के कारण हाहाकार मचा हुआ है. हर रोज कोरोना वायरस के नए मामले सामने आए हैं.

इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रमुख ने कहा है कि कोरोना वायरस का भारत में पहली बार पाया गया ‘डेल्टा’ स्वरूप अब तक का सबसे संक्रामक प्रकार है.

WHO के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेब्रेयेसस ने चेतावनी देते हुए कहा कि अब यह स्वरूप कम से कम 85 देशों में फैल रहा है. वहीं गरीब देशों में टीके की अनुपलब्धता डेल्टा स्वरूप के प्रसार में सहायक सिद्ध हो रही है.

यह भी पढ़े – जॉर्ज फ्लॉयड हत्या मामले में पूर्व पुलिस अधिकारी डेरेक चाउविन को 22.5 साल की जेल

उन्होंने एक बैठक में शामिल होने के बाद कहा कि अमीर देश विकासशील देशों को तत्काल टीका नहीं देना चाहते. उन्होंने कहा, ‘वे (गरीब देश) निराश हैं क्योंकि उनके पास टीके नहीं हैं.’ घेब्रेयेसस ने कहा, ‘अगर टीका नहीं तो आप क्या साझा करेंगे?’

डेल्टा ज्यादा संक्रामक

WHO ने कहा कि डेल्टा दुनिया भर के 85 देशों में मिला है. डब्ल्यूएचओ के अंतर्गत सभी क्षेत्रों के अन्य देशों में भी इसके मामले सामने आने का चलन जारी है, जिनमें से 11 क्षेत्रों में ये पिछले दो हफ्तों में सामने आए.

WHO ने कहा कि चार मौजूदा चिंताजनक स्वरूपों अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा पर करीब से नजर रखी जा रही है, जो बड़े पैमाने पर फैले हुए हैं.

यह भी पढ़े – बच्चों पर ‘कोवोवैक्स’ वैक्सीन के ट्रायल की तैयारी, SII जल्द DCGI से मांग सकता है मंजूरी

डेल्टा स्वरूप अल्फा स्वरूप से कहीं ज्यादा संक्रामक है और अगर मौजूदा चलन जारी रहता है तो इसके अधिक हावी होने की आशंका है.

देश के 35 राज्यों के 174 जिलों में डेल्टा वैरिएंट मिल चुका है

बता दें कि हाल ही में सामने आए डेल्टा प्लस के मामले अब तक देश के 12 राज्यों में सामने आ चुके हैं. इन राज्यों में 49 सैंपल में डेल्टा प्लस वैरिएंट मिला है, जिसे सरकार ने हाल ही में गंभीर वैरिएंट के रुप में घोषित किया था.

राष्ट्रीय महामारी नियंत्रण केंद्र के निदेशक डॉ. सुजीत कुमार सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि देश में अब तक 21,109 सैंपल में गंभीर वैरिएंट मिल चुके हैं. इनमें एल्फा 3969, बीटा 149, गामा एक और डेल्टा व कापा वैरिएंट 16238 सैंपल में मिला है.

यह भी पढ़े – केंद्र सरकार के स्मार्ट सिटी मिशन के तहत यूपी को देश में पहला स्थान,स्मार्ट सिटीज में आगरा को पहला और वाराणसी को तीसरा स्थान

उन्होंने बताया की कोरोना महामारी की दूसरी लहर से पहले फरवरी और मार्च में सबसे ज्यादा अल्फा वैरिएंट मिल रहा था, लेकिन मई और जून में 90 फीसदी सैंपल में डेल्टा वैरिएंट की पुष्टि हो रही है.

देश में अब तक कोरोना के 120 म्युटेशन सामने आ चुके हैं, लेकिन उनमें से गंभीर आठ वैरिएंट हैं जो सबसे ज्यादा भारतीय कोरोना संक्रमितों में मिल रहे हैं.

यह भी पढ़े – दिल्ली से गोवा जा रही राजधानी एक्सप्रेस सुरंग में पटरी से उतरी, सभी यात्री सुरक्षित

महाराष्ट्र में मिले हैं सबसे ज्यादा मरीज

बीते साल दिसंबर 2020 में देश के एक जिले में डेल्टा वैरिएंट से संक्रमित मरीज मिला था, जिसके बाद मार्च 2021 तक डेल्टा 54 जिलों तक पहुंच गया था, लेकिन अब यह 174 जिलों तक पहुंच गया है. सबसे पहले यह महाराष्ट्र में मिला था.

वहीं, डेल्टा प्लस की बात करें तो महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 20, तमिलनाडु में नौ, मध्य प्रदेश में 07, पंजाब में 02, गुजरात में 02, केरल में 03, आंध्र प्रदेश-ओडिशा-राजस्थान-जम्मू कश्मीर और कर्नाटक में भी एक-एक मरीज मिल चुका है.

अबतक देश में इस वैरिएंट से संक्रमित तीन मरीजों की मौत हो गई है जिसमें महाराष्ट में एक, मध्यप्रदेश में दो मरीजों की मौत हो गई है.

यह भी पढ़े – कमजोर पड़ी दूसरी लहर, देश में 24 घंटे में मिले 48,698 नए केस, 1183 की मौत

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here