द लीडर : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी सड़क आकर शक्ति प्रदर्शन में जुट गई है. महान दल की ”जनाक्रोश यात्रा” को समाजवादी पार्टी का जबर्दस्त साथ मिल रहा है. पीलीभीत में जनाक्रोश यात्रा के दौरान कार्यकर्ताओं और पुलिस में नोकझोंक हो गई. पुलिस ने 65 समाजवादी नेता और 120 अज्ञात के खिलाफ अज्ञात मामला दर्ज किया है. बरेली में भी इस यात्रा में भारी जनसमर्थन दिखा. (UP Election Samajwadi Party )
महान दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष केशव देव मौर्य ने हाल ही में सपा के साथ गठबंधन किया है. और अब वह मैदान में आकर अपनी शक्ति का मुजाहिरा कर रहे हैं. पीलीभीत में जनाक्रोश यात्रा को सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
जहां से ये यात्रा बीसलपुर पहुंची. यहां पुलिस के साथ नोकझोंक हो गई. सपा के जिलाध्यक्ष जगदेव सिंह जग्गा, पूर्व मंत्री हेमराज वर्मा, यूसुफ कादरी समेत अन्य नेताओं के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.
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पीलीभीत से यात्रा बहेड़ी पहुंचीं. भोजीपुरा, नवाबगंज आदि तहसीलों तक गई. बरेली में सपा की अंदरूनी कलह भी सामने आई. यहां पार्टी नेताओं के ही दो गुट भिड़ते-भिड़ते बच गए. यात्रा में जिलाध्यक्ष अगम मौर्य, बहेड़ी से पूर्व विधायक अताउर्रहमान आदि रहे.
बहेड़ी में अताउर्रहमान लंबे समय से संगठन को ताकतवर बनाने में सक्रिय हैं. बहेड़ी में दूसरे दलों के कई नेता सपा का दामन थाम चुके हैं.
वहीं, समाजवादी पार्टी ने महादल के नेतृत्व में निकाली जा रही जनाक्रोश यात्रा के खिलाफ पीलीभीत में हुई कार्रवाई पर नाराजगी जाहिर की है. पार्टी ने कहा कि भाजपा सरकार घबराई हुई है. सत्ता के इशारे पर बीसलपुर में पूर्व घोषित यात्रा निकालने पर पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज किया जाना घोरी निंदनीय है.
अगले साल यूपी में विधानसभा चुनाव है. सत्तारूढ़ भाजपा, मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी समेत कांग्रेस, बसपा, एआइएमआइएम, पीस पार्टी समेत तमाम अन्य दल मैदान में हैं.
समाजवादी पार्टी छोटे दलों को साथ जोड़ रही है. इसी कड़ी में महानदल और सपा का एका हो चुका है. कई और छोटे दलों के साथ सपा संपर्क साध रही है. रुहेलखंड में पार्टी इत्तेहादल मिल्लत काउंसिल को भी साथ लेने की कोशिश में लगी है.
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काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खां से सपा के प्रवक्ता अमीक जामई मिल चुके हैं. और उन्हें गठबंधन में शामिल होने का प्रस्ताव भी दे रखा है. मौलाना भी सशर्त सपा में शामिल होने के इच्छुक हैं.
उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में सपा के साथ आइएमसी के आने पर स्थिति पूरी तरह साफ हो जाएगी. इस सबके बीच सपा को अपने आंदोलन और यात्राओं में व्यापक जन समर्थन मिल रहा है. जिससे पार्टी उत्साहित है. और बूथ स्तर तक खुद को मजबूती देने में लगी है.