Thursday, October 17, 2024
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ऑस्ट्रेलिया में क्रिकेटर मुहम्मद सिराज पर एक बार फ‍िर नस्लीय टिप्पणी, आइसीसी ने निंदा कर मांगी रिपोर्ट

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द लीडर : ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में जारी टेस्ट सीरीज के दरम्यान भारतीय खिलाड़ियों पर नस्लीय भेदभाव से जुड़ी टिप्पणियों का सिलसिला बरकरार है. रविवार को एक बार फिर से गेंदबाज मुहम्मद सिराज को ऐसी ही टिप्पणी का सामना करना पड़ा. सिराज की शिकायत पर कुछ देर के लिए मैच रुक गया. सिडनी में लगातार घटित हो रहीं इन घिनौनी घटनाओं पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC)ने संज्ञान लिया है. आइसीसी ने नस्लीय टिप्पणी की निंदा करते हुए ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट से पूरे मामले की कार्रवाई समेत रिपोर्ट तलब की है. (Racist Comments Siraj Australia)

आइसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मनु साहनी ने कहा कि, ‘हम क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और संबंधित अधिकारियों को किसी भी आगामी जांच में पूर्ण समर्थन प्रदान करेंगे. क्योंकि हम अपने खेल में किसी भी तरह के नस्लवाद को बर्दाश्त नहीं करेंगे.’ उन्होंने कहा, हमारे खेल में भेदभाव के लिए कोई स्थान नहीं है. अगर प्रशंसकों को लगता है कि ये घिनौना व्यवहार स्वीकार्य होगा तो वो गलत हैं.

रविवार को ये घटना उस वक्त घटी जब मुहम्मद सिराज स्क्वायर लेग बाउंड्री पर खड़े थे. दर्शक दीर्घा में बैठे ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों के बीच से उन पर ये नस्लीय टिप्पणी की गई. सिराज ने इसकी शिकायत साथी खिलाड़ियों से की. इसके बाद सुरक्षाकर्मी दर्शक दीर्घा में गए और टिप्पणी करने वाले व्यक्ति को तलाशने लगे.

बाद में सुरक्षाकर्मियों ने दर्शकों के एक पूरे समूह को बाहर कर दिया. इससे पहले भी इसी सीरीज में सिराज ऐसी टिप्पणियों का सामना कर चुके हैं.

कोच लैंगर बोले शर्मनाक है नस्लीय घटना

ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों ने भी इस घटना की निंदा की है. कोच लैंगर ने नस्लीय टिप्पणी को शर्मनाक बताया. वहीं, ऑस्ट्रेलिया की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि यदि आप नस्लवादी दुरुपयोग में शामिल हैं तो ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट में आपका स्वागत नहीं है.


शून्य के बाद स्मिथ का शानदार शतक, मुश्किल में भारत


 

उप-राज्‍यपाल किरण बेदी के खिलाफ तीन दिन से धरने पर बैठे पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी

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द लीडर : दक्षिण भारत के केंद्र शासित राज्य पुडुचेरी में उप-राज्यपाल और सरकार में ठन गई है. मुख्यमंत्री वी नारायणसामी पिछले तीन दिनों से उप-राज्यपाल किरण बेदी के खिलाफ धरने पर बैठे हैं. उनका आरोप है कि ‘उप-राज्यपाल निर्वाचित सरकार के कामकाज में बाधा डाल रही हैं. हर रोज प्रशासन में उनका दखल बढ़ता जा रहा है. इसलिए केंद्र सरकार से हमारी मांग है कि किरण बेदी को वापस बुलाया जाए.’

मुख्यमंत्री पार्टी नेताओं के साथ पिछली 8 जनवरी से राज निवास के पास धरना दे रहे हैं. ‘द हिंदू की एक रिपोर्ट के मुताबिक वीसेकी नेता और सांसद थोल थिरुमावलन और भाकपा सचिव आर मथुरासन भी मुख्यमंत्री के साथ एकजुटता दिखाते हुए धरना स्थल पर पहुंचे हैं.

थिरुमावलन ने अपने संबोधन में कहा कि किरण बेदी के आचरण ने राज्यपालों और उप-राज्यपालों के पद को समाप्त करने की मांग में उनकी पार्टी को शामिल करने पर विवश किया है.

उन्होंने कहा कि ‘जब निर्वाचित प्रतिनिधियों को कानून बनाने का अधिकार है, तो फिर ऐसे पदों की कोई आवश्यकता नहीं है. केंद्र की यूपीए सरकार के दौरान किरण बेदी इंडिया अगेंस्ट करप्शन आंदोलन का हिस्सा थीं. बाद में वह भाजपा में शामिल हो गईं और दिल्ली चुनाव भी लड़ा.


गजब : पुड्डुचेरी की जिलाधिकारी को परोस दी जहरीले पानी की बोतल


 

उन्होंने आरोप लगाया कि उप-राज्यपाल के तौर पर नियुक्ति के बाद से ही किरण बेदी भाजपा का एजेंडा पूरा करने की कोशिश में लगी हैं.’ इसलिए उन्हें वापस बुलाने की मांग का हम समर्थन करते हैं. करीब 12.50 लाख की आबादी वाले केंद्र शासित राज्य में राजनीतिक खींचतान अपने शीर्ष पर है. मुख्यमंत्री ने तीन दिवसीय धरना बुलाया था.

डीएम को पानी की बोतल में जहरी पानी का मामला

कुछ दिन पहले ही पुडुचेरी की जिलाधिकारी (डीएम) पूर्वा गर्ग को एक बैठक के दौरान विषाक्त पानी परोसने का मामला सामने आया था. इस घटना ने पूरे देश का ध्यान पुडुेचरी की तरफ खींचा था. राज्यपाल किरण बेदी ने स्वयं एक ट्वीट के माध्यम से इसकी जानकारी साझा की थी. इस मामले की विशेष जांच जारी है.

हर‍ियाणा : मुख्यमंत्री की किसान महापंचायत के विरोध में खड़े किसानों पर पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले

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द लीडर : हरियाणा के करनाल स्थित कैमला गांव में किसान महापंचायत से पहले बड़ा बखेड़ा खड़ा हो गया. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर महापंचायत को संबोधित करने वाले थे. कृषि कानूनों से नाराज किसान इसके विरोध में जमा हो गए. वे पुलिस के हटाने पर भी नहीं हटे. इस पर पुलिस ने पानी की बौछार और आंसू गैस के गोले दागकर विरोध में उतरी किसानों की भीड़ को तितर-बितर किया है.

केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों (Farm Laws)को लेकर किसान खफा हैं. इसको लेकर दिल्ली की सीमाओं पर पिछले करीब 46 दिनों से आंदोलन जारी है. इसमें पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, यूपी समेत अन्य राज्यों के हजारों किसान शामिल हैं. दिल्ली के सिंघु बॉर्डर, यूपी गेट और टिकरी बॉर्डर पर किसान धरने पर बैठे हैं.

इसी क्रम में रविवार को हरियाणा में किसानों की एक महापंचायत बुलाई गई. इस मकसद से कि किसानों को कृषि कानूनों के फायदे बताए जाएं. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को इसे संबोधित करना था. एडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक इसके विरोध में सैकड़ों किसान महापंचायत के पास पहुंच गए. तब पुलिस ने कार्रवाई की है.\


छह राज्यों के बाद यूपी में पहुंचा बर्ड फ्लू, कानपुर चिड़ियाघर में 10 पक्षियों की मौत


 

घटना पर कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने एक ट्वीट कर खट्टर सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने लिखा, ‘माननीय मनोहर लाल जी करनाल के कैमला गांव में किसान महापंचायत का ढोंग बंद कीजिए. अन्नदाताओं की संवेदना-भावनाओं से खिलावाड़ कर कानून व्यवस्था बिगाड़ने की साजिश भी बंद कीजिए. अगर संवाद करना है तो पिछले 46 दिनों से सीमाओं पर धरना दे रहे किसानों से कीजिए.’

हर‍ियाणा के कैमला गांव में महापंचायत स्‍थल के पास पुल‍िस कार्रवाई से मची भगदड़, फोटो साभार एएनआइ

पहले भी किसानों पर दागे थे आंसू गैस के गोले

पिछले साल नवंबर में जब हरियाणा और पंजाब के किसानों ने दिल्ली के लिए कूच किया था. तब भी हरियाणा सरकार ने किसानों के विरुद्ध कार्रवाई की थी. इसमें आंसू गैस के गोले दागने, पानी की बौछार और सड़क काटने तक की कार्रवाईयां शामिल थीं. इसको लेकर राज्य सरकार की देशभर में कड़ी आलोचना भी हुई थी.


सिंघु बॉर्डर पर किसान ने की आत्महत्या तो चेन्नई में एक दूसरे किसान ने गंवाई जान


 

आठ दौर की असफल बातचीत

कृषि कानूनों को लेकर किसान नेताओं और सरकार के बीच आठ दौर की बातचीत हो चुकी है. जिसमें कोई हल नहीं निकला है. बीती 8 जनवरी को हुई बैठक के बाद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने ये संकेत दिया था कि अगर कानूनों के समर्थक किसान चाहेंगे तो उन्हें भी बैठक में शामिल करने पर विचार किया जाएगा. हालांकि अभी उन्हें चर्चा में शामिल करने का कोई इरादा नहीं है. हरियाणा में आयोजित महापंचायत को कृषि मंत्री के उसी बयान के संदर्भ में भी देखा जा रहा है.

बर्ड फ्लू : कानपुर में चिकन और अंडे की बिक्री पर रोक

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द लीडर : कोरोना महामारी के बीच बर्ड फ्लू (Bird flu) का खतरा मंडराया है. पिछले एक सप्ताह में छह राज्यों में इसकी दस्तक से कोहराम मचा है. इसमें हिमाचल प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली-एनसीआर और छत्तीसगढ़ शामिल हैं. कानपुर के चिड़ियाघर में 10 पक्षियों की मौत के साथ ही उत्तर प्रदेश (UP) में इसके असर की पुष्टि हो गई है. जो पॉल्ट्री उद्योग (मुर्गी पालन) के लिए ये बड़ा झटका माना जा रहा है. (Bird flu Reaches UP)

कानुपर में चिकन, अंडों की बिक्री पर रोक

कानुपर में फ्लू की पुष्टि के बाद चिकन और अंडे की बिक्री पर रोक की बात सामने आ रही हैं. स्थानीय दुकानदारों ने समाचार एजेंसी एएनआइ से बातचीत में दुकानें बंद कराए जाने की जानकारी साझा की है.

संक्रमण की पुष्टि के बाद कानपुर चिड़ियाघर को बंद कर दिया गया है. जांच में यहां मारे गए चार परिंदों में बर्ड फ्लू के लक्ष्ण मिले थे. कमिश्नर राजशेखर के आदेश पर चिड़ियाघर इलाके को रेड जोन घोषित किया गया है.

गाजीपुर में 10 पॉल्ट्री फॉर्म बंद

इससे पहले दिल्ली सरकार बर्ड फ्लू से निपटने की तैयारी में जुट गई है. लगातार पक्षियों की मौत के बाद गाजीपुर क्षेत्र के 10 पॉल्ट्री फॉर्म बंद कर दिए गए हैं. और पक्षियों के आयात पर रोक लगा दी गई है. जिलेवार निगराने की टीमें गठित की गई हैं. पक्षियों की मौत की सूचना के लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है.


सिंघु बॉर्डर पर किसान ने की आत्महत्या तो चेन्नई में एक दूसरे किसान ने गंवाई जान


हिमाचल में मारे गए 3500 परिंदे

हिमाचल प्रदेश के पेंग क्षेत्र में बर्ड फ्लू की दहशत है. फ्लू की पुष्टि के बाद क्षेत्र में करीब 3500 पक्षियों को मारा गया है. और सरकार ने रेड अलर्ट जारी किया है. कांगड़ा क्षेत्र के 8 किलोमीटर इलाके को सील कर दिया गया है और चिकन व अंडा बिक्री पर रोक लगा दी गई है.

राजस्थान के 11 रजिलों में खलबली

बर्ड फ्लू से सर्वाधिक प्रभावित राज्य राजस्थान माना जा रहा हैं. इसके 11 जिले फ्लू की चपेट में हैं. करीब 70 पक्षियों की मौत हो चुकी है. पार्कों के पक्षियों की निगरानी के लिए समितियां गठित की गई हैं.

सिंघु बॉर्डर पर किसान ने की आत्महत्या तो चेन्नई में एक दूसरे किसान ने गंवाई जान

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नई दिल्ली : कृषि कानूनों के खिलाफ जारी आंदोलन से दुखद खबरों के आने का सिलसिला बरकरार है. शनिवार को दो किसानों ने अलग-अलग स्थानों पर आत्महत्या कर ली है. इसमें एक घटना दिल्ली के सिंघु बॉर्डर की है, जहां पंजाब के जिला फतेहगढ़ साहिब निवासी 40 साल के अमरिंदर सिंह ने जहर खा लिया. अस्तपाल ले जाने के दौरान उनकी मौत हो गई. वहीं दूसरी घटना चेन्नई की है. पेरुमल नामक किसान ने अपनी जान गवां दी है. पेरुमल ने सुसाइड नोट में किसानों के समर्थन में ये इस कदम का जिक्र किया है.

इससे पहले यूपी गेट पर उत्तराखंड के एक किसान ने आत्महत्या कर ली थी. कृषि आंदोलन में अब तक करीब करीब 50 से अधिक किसानों की मौत हो चुकी है. इन मौतों में करीब चार आत्महत्याएं बताई जा रही हैं.


किसान आंदोलन में 35 से अधिक मौतें, एक और किसान ने खत्म कर ली जिंदगी


 

पिछले 44 दिनों से किसान दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हैं. किसानों की मांग है कि सरकार तीनों कानून रद करे. इसको लेकर किसान नेता और सरकार के बीच 8 दौर की बातचीत हो चुकी है. जिसमें कोई हल नहीं निकला है. सरकार कानूनों में संशोधन तो किसान पूरी तरह से कानून निरस्त करने पर अड़े हैं.

क‍िसान आंदोलन की फाइल फोटो

ठंड और बार‍िश से बेहाल क‍िसान

दिल्ली में कड़ाके की ठंड के बीच प‍िछले द‍िनों लगातार बार‍िश भी हो चुकी है. आंदोलन में बुजुर्ग, बच्चे और महिलाएं शामिल हैं. ल‍िहाजा आंदोलन में कुछ मौतेंं ठंड के कारण भी होनी मानी जा रही हैं. वहीं, कुछ सड़क दुर्घटना और अन्य कारणों से हुई हैं. बहरहाल, जैसे-जैसे आंदोलन में किसानों की मौत का आंकड़ा बढ़ रहा है. वैसे-वैसे से सरकार पर दबाव बढ़ता जा रहा है.

आंदोलन में पहुंची स्‍वरा भास्‍कर

बीते 26 नवंबर से दिल्ली की सीमाओं पर किसान डेरा डाले हैं. शनिवार को अभिनेत्री स्वरा भास्कर समेत अन्य लोगों ने किसानों के आंदोलन में पहुंचकर समर्थन जताया है.

इंडोनेशिया से 62 यात्रियों को लेकर उड़ान भरने वाला विमान दुर्घटनाग्रस्त

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द लीडर : इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता से परवाज भरने के बाद चंद मिनटसें बाद श्रीविजया एयरलाइंस की एक फ्लाइट लापता हो गई. इसमें 62 यात्री सवार थे. अब इसके दुर्घटनाग्रस्त होने की सूचनाएं समाने आ रही हैं.

737-500 श्रृंखला का ये विमान 26 साल पुराना बताया जा रहा है. फ्लाइट रडार-24 के मुताबिक शनिवार शाम को इस विमान ने जकार्ता से सोकार्नेा हट्टा हवाई अड्डे के लिए उड़ान भरी थी. कुछ मिनट बाद रडार से इसका संपर्क टूट गया.

एक मिनट में 10 हजार फीट नीचे आया विमान

रडार पर इस विमान को ट्रैक किया गया है तो पता लगा कि विमान मात्र 1 मिनट में 10 हजार फीट नीचे आया है. इससे विमान के अनहोनी की आशंका बढ़ गई है. विशेषज्ञों का मानना है कि कोई विमान इतनी तेजी से नीचे आता है तो उसके दुर्घटनाग्रस्त होने की संभावना बढ़ जाती है.

व‍िमान के संपर्क टूटने के फौरन बाद ही इंडोनेशिया सरकार ने राहत बचाव के आदेश जारी कर द‍िए थे. ज‍िसको लेकर कई टीमें अभ‍ियान में जुटी थीं. देर शाम इस दुर्घटना की जानकारी सामने आई है.

 

शून्य के बाद स्मिथ का शानदार शतक, मुश्किल में भारत

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द लीडर : सीरीज के तीसरे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया ने भारत पर मजबूत बढ़त बना ली है. तीसरे दिन भारतीय पारी को 244 रन पर समेटने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने दो विकेट खोकर 103 रन बना लिए हैं. उसके बल्लेबाज जिस अंदाज में खेल रहे हैं, उससे टीम इंडिया मुश्किल में फंसी दिख रही है. भारत को इस हालात में पहुंचाने के लिए काफी हद तक स्टीव स्मिथ के शतक का योगदान है. (Smith Century India Trouble)

पहली पारी के शतकवीर स्मिथ दूसरी पारी में भी क्रीज पर जमे हैं. तीन चौकों की मदद से 29 रन के व्यक्तिगत स्कोर पर हैं. पिछले यानी सीरीज के दूसरे टेस्ट में वो शून्य पर आउट हो गए थे. इस लिहाज से स्मिथ का ये शानदार प्रदर्शन ही कहा जाएगा. यह उनका 27 वां टेस्ट शतक है. यहां तक तेजी पहुंचने वाले वह दूसरे खिलाड़ी बन गए हैं.

मैच के दौरान अपनी रणनीत‍ि पर चर्चा करते टीम इंड‍िया के ख‍िलाड़ी, फोटो साभार ट़वीटर

मशहूर पूर्व खिलाडियों ने उनके प्रदर्शन को काबिलेतारीफ करार दिया है. दूसरे टेस्ट में कार्यवाहक कप्तान अजिंक्य रहाणे के नेतृत्व में यादगार प्रदर्शन करने वाली भारतीय टीम दबाव में दिख रही है. ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज चौथे दिन टीम के स्कोर को 200 के पार ले जाने में भी कामयाब रहते हैं तो 300 से ज्यादा रन का लक्ष्य सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर आसान नहीं होगा.

इससे पहले तीसरे दिन भारतीय बल्लेबाजों का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं रहा. रहाणे और पुजारा के बीच अच्छी साझेदारी हुई लेकिन रनों के एतबार से बड़ी नहीं रही. पिछले टेस्ट के शतकवीर रहाणे 22 रन बनाने के बाद पैट कमिंस की गेंद पर बोल्ड हो गए. चेतेश्वर पुजारा की इनिंग भी अर्द्धशतक पर पहुंचकर खत्म हो गई. उन्हें भी कमिंस ने विकेट कीपर पेन के हाथों कैच आउट कराया.


एएमयू ने 48 साल बाद मशहूर शायर डॉ. बशीर बद्र के घर भेजी पीएचडी की उपाधि


 

इसके बाद हनुमा विहारी महज चार रन बनाकर रन आउट हो गए. कुछ समय तक विकेट कीपर ऋषभ पंत और जडेजा ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का सामना किया. पंत 36 रन बनाकर हैजलवुड की गेंद पर डेविड वार्नर को कैच थमा बैठे, जबकि जडेजा 28 रन पर आबाद पर रहे. निचले बल्लेबाजों में कोई भी उनका साथ नहीं दे सका.

भारतीय पारी 244 पर सिमट गई. दूसरी इनिंग में ऑस्ट्रेलिया के दो विकेट चटके हैं. विल पुकोवस्की को मुहम्मद सिराज और डेविड वार्नर को अश्विन ने चलता किया. रविवार को चौथे दिन का खेल निर्णायक साबित होगा. अगर भारतीय गेंदबाज करिश्माई गेंदबाजी कर पाए तभी ऑस्ट्रेलिया को टेस्ट जीतने से रोक पाएंगे. वरना तो हार का खतरा मंडराता साफ दिख रहा है.


क्रिकेट की डिक्शनरी में डक शब्द जुलाई 1866 में हुआ शामिल


 

एएमयू ने 48 साल बाद मशहूर शायर डॉ. बशीर बद्र के घर भेजी पीएचडी की उपाधि

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द लीडर : सात संदूकों में भरकर दफन कर दो नफरतें,  आज इंसान को मुहब्बत की जरूरत है बहुत. दुनिया को ये पैगाम देने वाले अपने होनहार छात्र और मशहूर शायर डॉ. बशीर बद्र की मुहब्बत में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) ने 48 साल बाद पीएचडी की उपाधि उनके घर भेजी है.

दरअसल, डॉ. बशीर ब्रद ने एएमयू से बीए और एमए की तालीम हासिल की है. साल 1973 में उन्होंने यहीं से पीएचडी की. इसके बाद डॉ. बद्र उर्दू अदब (साहित्य) की खिदमत में जुट गए और मुहब्बतें लुटाने लगे. कुछ दिन पहले ही उन्होंने अपनी उपाधि की ख्वाहिश जाहिर की थी.

जिस पर एएमयू प्रशासन ने ये फैसला क‍िया. ‘द लीडर’ से बातचीत में एएमयू के सहायक सूचना अधिकारी जीशान अहमद ने कहा कि डॉ. बद्र की इच्छा पर विश्वविद्यालय प्रबंधन ने ये उपाधि भेजी है.

एएमयू गेट, फोटो साभार ट़वीटर

एएमयू से निकल दुनिया में छा गए बद्र

सरयू के तट पर बसे अयोध्या में 15 फरवरी 1935 को जन्में बशीर बद्र को साहित्य की सेवा के लिए पद्मश्री सम्मान से नवाजा जा चुका है. उनकी झोली में उर्दू साहित्य अकादमी अवार्ड समेत तमाम सम्मान आए हैं. कानपुर के हलीम कॉलेज और इटावा के इस्लामिया (Islamiya college) कॉलेज से शुरुआती शिक्षा हासिल करने वाले बद्र आज दुनिया भर में मशहूर हैं.

डॉ. बद्र के कुछ शेर यूं हैं

मुहब्बत की शक्ल में गढ़े उनके शेर जिंदगी का दर्पण (Mirror) हैं. वे लिखते हैं, ‘उजाले अपनी यादों के हमारे साथ रहने दो, न जाने किस गली में जिंदगी की शाम हो जाए. एक और शेर है उनका-जिंदगी तूने मुझे कब्र से कम दी है जमीं, पांव फैलाऊं तो दीवार में सर लगता है.


प्रवासी सम्‍मेलन : दुनिया में भारत की शान बढ़ा रहे 3 करोड़ भारतवंशी, प्रधानमंत्री ने सेवाभाव के उनके जज्बे को सराहा


 

उनके शेर समाज को दिशा भी देते हैं, जो हर दौर-समय में प्रासंगिक लगते. शेर है-दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे, जब भी हम दोस्त हो जाएं तो शर्मिंदा न हों. समाज में बढ़ती कड़वाहट के बीच अक्सर ये शेर सुनाई पड़ता रहता है.

उनके शेर में मुहब्बत है तो सलाह भी. जब उन्होंने लिखा-कोई हाथ भी न मिलाएगा जो गले मिलोगे तपाक से, ये नए मिजाज का शहर है जरा फासले से मिला करो.

प्रवासी सम्‍मेलन : दुनिया में भारत की शान बढ़ा रहे 3 करोड़ भारतवंशी, प्रधानमंत्री ने सेवाभाव के उनके जज्बे को सराहा

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द लीडर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘प्रवासी भारतीय सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए इस बात पर फख्र जताया कि हिंदुस्तानियों ने दुनिया के हर हिस्से में भारत का मान बढ़ाया है. उन्होंने कहा कि जब दुनियां के राष्ट्राध्यक्ष मुझसे भारतवंशियों की काबिलियत और मेहनत की तारीफ करते हैं, तो बेहद खुशी होती है. शनिवार को 16वें सम्मेलन में प्रधानमंत्री प्रवासियों से ऑनलाइन मुखातिब थे.

एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया के अलग-अलग देशों में करीब 3 करोड़ भारतीय रहते हैं. वर्ष 2003 पहला प्रवासी सम्मेलन दिल्ली में हुआ था. ये सम्मेलन लक्ष्मीमल सिंघवी के दिमाग की उपज माना जाता है. अब तक हुए सभी सम्मेलनों में करीब 240 अप्रवासी भारतियों को सम्मान से नवाजा जा चुका है.

प्रधानमंत्री ने कहा कि नई पीढ़ी का अपनी जड़ों से जुड़ाव बरकरार है. उन्होंने अप्रवासियों से आह्वान किया कि ‘भारत को पहचानिए’ ट्वीट प्रतियोगिता जो, उन्होंने चलाई है. इसमें और भारतीयों को जोड़ें. भारत की पहचान बनाने के लिए ये जरूरी है.

कोरोनाकाल में दिल खोलकर सेवा की

प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में विदेशों में बसे भारतीयों ने जिस तरह से सेवा अभियान चलाए हैं. वो गर्व कराता है. ये सेवाभाव हमारी संस्कृति है. हर मुश्किल घड़ी में जब भारतीय आगे बढ़कर अपनी जिम्मेदारी निभाते हैं तो भारतीय के प्रति भरोसा बढ़ता है.


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गुलामी से आजाद होकर दिखाया

प्रधानमंत्री बोले, औपनिवेशकाल में तमाम देशों को ये आशंका थी कि भारत गुलामी से आजाद नहीं हो पाएगा. मगर भारत ने उन देशों का ये मिथक तोड़कर दिखाया.

विश्व का सबसे मजबूत-जीवंत लोकतंत्र है भारत

आजादी के बाद कई देशों को ये संदेह था कि कम पढ़ा लिखा और तकनीकी में पिछड़ा, बंटा हुआ भारत एक साथ नहीं रह सकता. यहां लोकतंत्र बहाल रहना मुश्किल होगा. मगर भारत ने इस धारणा को न सिर्फ गलत साबित किया बल्कि विश्व का सबसे मजबूत और जीवंत लोकतंत्र के रूप में स्थापित करके दिखाया है.


सेना की गोपनीय सूचनाएं पाकिस्तान की खूफिया एजेंसी को देन के आरोप में पूर्व सैनिक गिरफ्तार


वैक्सीनेशन अभियान पर विश्व की नजर

भारत ने कोरोना काल में कई देशों को मदद पहुंचाई. आज जब भारत में बनी दो वैक्सीन टीकाकरण के लिए तैयार हैं, तब पूरी दुनियां हमारी तरफ देख रही है. इसलिए भी कि भारत किस तरह से टीकाकरण अभियान चलाएगा. कोरोना के इसी संकट के बीच आत्मनिर्भर भारत के संकल्प से कई सफलताएं भी मिली हैं.

इस दौरान प्रधानमंत्री र‍िश्‍ता नामक एक  पोर्टल शुरू क‍िया है, ज‍िससे दुन‍िया भर में बसे भारतीय एक मंच पर जुड़ सकें.

सेना की गोपनीय सूचनाएं पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी को देन के आरोप में पूर्व सैनिक गिरफ्तार

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लखनऊ : उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक पूर्व सैनिक को भारतीय सेना की गोपनीय जानकारियां पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के साथ साझा करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. आतंकवादी निरोधी दस्ता (ATS) की पूछताछ में पूर्व सैनिक ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है. एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने समाचार एजेंसी एएनआइ से ये बात कही है.

एएनआइ के मुताबिक एडीजी ने बताया कि, ‘एक पूर्व सैनिक सेना से जुड़ी गोपनीय जानकारी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी और अन्य देशों को भेजता था. अभियुक्त ने एटीएस के द्वारा जारी जांच के दौरान अपना अपराध स्वीकार कर लिया है. इस आधार पर आरोपी को गिरफ्तार किया गया है.’


घोटाले में फंसा वो IPS अफसर जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने रखा 50 हजार का ईनाम