Wednesday, October 16, 2024
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दो साल में 7000 घट गई मुख्यमंत्री नितीश कुमार की नकदी, अब बचे केवल 35 हजार रुपये

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बिहार : सुशासन बाबू के नाम से मशहूर बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार के पास मात्र 35 हजार रुपये की नकदी है. खास बात ये है कि उनकी ये नकद धनराशि साल दर साल घटती जा रही है. साल 2018 में जहां नितीश कुमार के पास 42 हजार रुपये थे. वो साल 2019 में घटकर 38,000 हजार रह गए. वर्ष 2020 में नितीश ने अपनी संपत्ति की घोेषणा की है. इसके मुताबिक अब उनके पास केवल 35 हजार रुपये बचे हैं. दिलचस्प बात ये है कि नितीश कुमार की अपेक्षा उनके बेटे निशांत कुमार काफी अमीर हैं.

क्षेत्र में निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री नितीश कुमार. फोटो साभार ट्वीटर

हालांकि निशांत के पास पिता नितीश कुमार की अपेक्षा नकदी कम ही है. उनके पास केवल 28 हजार रुपये नकद हैं. मगर उनके बैंक खातों में एक करोड़ से अधिक की जमा और फिक्सड डिपॉजिट हैं. निशांत के अमीर होने की एक वजह पैतृक संपत्ति का उनके नाम पर होना है.



 

कैबिनेट विभाग की वेबसाइट पर दर्ज विवरण के मुताबिक नितीश कुमार के पास 11.32 लाख रुपये की एक फोर्ड कार है. वहीं, निशांत के पास हुंडाई कार है, जिसकी कीमत 6.40 लाख रुपये है. जेवरात के मामले में भी निशांत पिता से रईस हैं. उनके पास 20,73,500 रुपये के गहने हैं. जबकि नितीश कुमार के पास 98 हजार रुपये की तीन अंगूठियां हैं.

 

4 मई से होंगी सीबीएसई हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं

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नई दिल्ली : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद (सीबीएसई) की 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षाएं 4 मई से शुरू होकर 10 जून तक चलेंगी. 15 जुलाई तक रिजल्ट घोषित हो जाएगा. गुरुवार को केंद्रीय शिक्षामंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने सीबीएसई की स्कीम जारी कर दी है. परीक्षा ऑफलाइन ही होगी. एक मार्च से प्रैक्टिकल प्रारंभ हो जाएंगे. (CBSE Exam high-school Intermediate)

शिक्षा मंत्री ने बीते सत्र में कोरोना महामारी के बीच परीक्षा कराने को लेकर छात्र, शिक्षक और अभिभावकों की सराहना की है.

उन्होंने कहा कि विकराल महामारी के बावजूद भारत की शैक्षणिक गतिविधियां चरमराई नहीं. बल्कि पूरी ताकत के साथ खड़ी रहीं. सफल परीक्षा आयोजन ने दुनिया के सामने मिसाल पेश की है.

उन्होंने कहा कि देश में 1.10 करोड़ शिक्षक हैं. वहीं, अमेरिका की आबादी के बराबर यानी करीब 35 करोड़ संख्या हमारे छात्रों की है.

बीते सत्र में जब पूरी दुनिया के छात्रों का एक साल खराब हो गया. तब हमारे शिक्षक-छात्र मनोबल और धैर्य से अपने कीमती समय को बचाने में कामयाब रहे.


अयोध्या में छात्रसंघ चुनाव की मांग उठाने वाले छात्रों पर देशद्रोह का मामला दर्ज


25 करोड़ छात्र ऑनलाइन शिक्षा से जुड़े

शिक्षा मंत्री ने डिजिटल इंडिया का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री का ये विजन कोरोनाकाल में काम आया. देश के करीब 25 करोड़ छात्र ऑनलाइन शिक्षा से जुड़े.

हालांकि स्मार्टफोन न होने के कारण कुछ छात्र इससे नहीं जुड़ सके. टीवी-रेडियो के माध्यम से उनकी पढ़ाई का बंदोवस्त किया गया. श्री निशंक ने छात्रों से दीक्षा एप डाउनलोड करने का आह्वान किया है.

इस बार 30 प्रतिशत सिलेबस कम

महामारी में सीबीएसई ने अपने सिलेबस में 30 प्रतिशत की कटौती की थी. यानी परीक्षा में 70 प्रतिशत पाठ्यक्रम से ही प्रश्न पूछे जाएंगे. इससे छात्रों को पाठ्यक्रम कवर करने में सहूलियत होगी. अपने संबोधन में शिक्षा मंत्री ने नई शिक्षा नीति को विश्व में सबसे बड़े सुधार की दिशा में उठाया गया कदम बताया. (CBSE Exam high-school Intermediate)

बंगाल में टीएमसी के युवा नेता के ठिकानों पर सीबीआई का छापा

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बंगाल : पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (TMC)और भारतीय जनता पार्टी (BJP)के बीच छिड़े राजनीतिक घमासान के बीच राज्य में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की एंट्री हो गई है. गुरुवार को सीबीआइ ने टीएमसी युवा संगठन के महासचिव विनय मिश्रा के ठिकानों पर छापा मारा. ये कार्रवाई ऐसे समय सामने आई है, जब टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी ने पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए शुभेंदु अधिकारी के एक बयान पर पलटवार करते हुए कहा था कि न तो मैं नारद स्टिंग और न ही शारदा घोटाले में शामिल हूं. (Bengal CBI Raids TMC)

अगर आप ये साबित कर दें कि मैं वसूली जैसे कामों में रहा, तो अदालत में किसी भी सजा के लिए तैयार हूं. इतना ही नहीं बनर्जी ने चुनौती देते हु कहा था कि अगर आपमें हिम्मत है, तो मेरे पीछे सीबीआइ और ईडी को लगा दें.

अभिषेक बनर्जी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे हैं. वे डायमंड हर्बर लोकसभा सीट से सांसद हैं. जिस विनय मिश्रा के ठिकानों पर सीबीआइ ने रेड मारी है. वो अभिषेक बनर्जी के करीबियों में माने जाते हैं. विनय मिश्रा पर पशु तस्करी और कोयला चोरी के आरोप समेत अन्य मामलों में सीबीआइ जांच कर रही है. (Bengal CBI Raids TMC)


कृषि कानूनों के खिलाफ केरल विधानसभा में प्रस्ताव पेश, चर्चा जारी


 

भाजपा नेता कैलाश विजवर्गीय ट्वीट किया, ‘बंगाल के पॉवर ब्रोकर विनय मिश्रा के यहां सीबीआइ के छापे के बाद बंगाल के उच्च अधिकारियों की आपातकालीन बैठक और मुख्यमंत्री एवं भाईपों के यहां हलचल, प्रदेश में चर्चा का विषय है.’

बंगाल में भाजपा और टीएमसी के बीच राजनीतिक जंग छिड़ी है. शुभेंदु अधिकारी के भाजपा में शामिल होने के बाद ये और दिलचस्प हो गई है. इसलिए क्योंकि शुभेंदु और अभिषेक के बीच पार्टी में रहते हुए भी मतभेद सामने आते रहे हैं. भाजपा में शामिल होने के बाद से शुभेंदु लगातार टीएमसी पर हमलवार हैं. (Bengal CBI Raids TMC)

राज्य में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. ये सारी उठापटक उसी को लेकर जारी है. गत दिनों टीएमसी सांसदों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखा था. सांसदों ने राष्ट्रपति से राज्यपाल को हटाने की मांग की थी.

कृषि कानूनों के खिलाफ केरल विधानसभा में प्रस्ताव पेश, चर्चा जारी

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केरल : केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने केंद्र सरकार के तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ विधानसभा में प्रस्ताव पेश किया है. कृषि कानूनों पर चर्चा के लिए ही ये विशेष सत्र बुलाया गया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘मौजूद हालात से ये साफ है कि यदि आंदोन जारी रहा, तो ये केरल को गंभीर रूप से प्रभावित करेगा. इस बात में भी कोई शक नहीं कि अगर अन्य राज्यों से खाद्य पदार्थों की आपूर्ति बंद हो जाती है तो केरल में भूख का संकट गहराएगा.’ (Kerala  Assembly Agricultural Laws)

केरल में पिछले दिनों विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने को लेकर राज्यपाल और सरकार के बीच मतभेद सामने आ चुके हैं. राज्यपाल आरिफ मुहम्मद खान ने कृषि कानूनों पर चर्चा के लिए विशेष सत्र बुलाने की सरकार की सिफारिश ठुकरा दी थी.

हालांकि बीते सोमवार को उन्होंने 31 दिसंबर को सत्र बुलाने की इजाजत दे दी. गुरुवार की सुबह विधानसभा का सत्र आयोजित हुआ. इसमें भाजपा के एकमात्र विधायक अनुपस्थित रहे. विधानसभा में कृषि कानूनों को लेकर चर्चा चल रही है. (Kerala  Assembly Agricultural Laws)

केरल विधानसभा में कृषि कानूनों पर चर्चा के लिए आयोजित विशेष सत्र. फोटो साभार, सोशल मीडिया

किसानों के आंदोलन का 36वां दिन

दिल्ली की सीमाओं पर पिछले 36 दिनों से किसानों का आंदोलन जारी है. वे तीनों कानून रद करने की मांग पर अड़े हैं. बुधवार को किसान नेताओं की सरकार के साथ छठे दौर की बातचीत हुई. इसमें दो बिंदुओं पर सरकार और किसानों के बीच सहमति बनी है.

दो प्रमुख-मांगों पर अभी असमंजस बना है. आगामी 4 जनवरी को प्रस्तावित अगली बैठक में इन मुद्​दों पर चर्चा होगी. किसान नेताओं ने साफ किया है कि वे तीनों कानून रद किये जाने से कम पर राजी नहीं हैं.


लव जिहाद कानून पर 104 पूर्व नौकरशाहों की सीएम योगी आद‍ित्‍यनाथ काेे चिट्ठी, कहा कानून का हो रहा दुरुपयोग


पंजाब में संचार सेवाओं पर प्रहार

कृषि कानूनों से नाराज किसानों ने पंजाब में दूरसंचार सेवाओं को निशाना बनाया है. करीब 150 से अधिक टॉवरों को क्षतिग्रस्त करने या केबिल काटने के मामले सामने आये हैं. इसको लेकर भाजपा ने राज्यपाल को शिकायती पत्र दिया. राज्यपाल ने इसका संज्ञान लिया है.

कांग्रेस ने निकाला जुलूस

किसानों के समर्थन में युवा कांग्रेस ने जुलूस मार्च निकाला है. कांग्रेस नेतृत्व लगातार कृषि कानूनों को लेकर सरकार की घेराबंदी कर रहा है. वहीं, क्षेत्रीय दल भी किसानों के प्रति अपना समर्थन जता रहे हैं.

नदियों की कब्र पर जो शहर बसे हैं

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साहिबी एक नदी थी। कभी यह राजस्थान और हरियाणा की यात्रा पूरी करके दिल्ली पहुंचती थी। फिर यमुना में मिल जाती थी। अब यह नजफगढ़ ड्रेन में तब्दील हो चुकी है। दिल्ली के सबसे बड़े नालों में से यह एक है। जो हमारे घरों के सीवर को एकत्रित करते हुए उसे यमुना नदी तक पहुंचा देता है।
साहिबी या साबी नदी एक तरह की बरसाती नदी थी। यह नदी जयपुर के पास जीतगढ़ नामक स्थान से निकलती थी।  इसके बाद यह अलवर, रेवाड़ी पटौदी (गुड़गांव) होते हुए दिल्ली पहुंचती थी। अरावली से निकलने वाली इस प्रमुख नदी में तमाम बरसाती नालों का पानी एकत्रित होता था जो कि आगे चलकर यमुना में गिर जाता था। इस नदी के चलते इसके रास्ते में कई बड़े-बड़े वेटलैंड या नमभूमि बनती थी। जहां पर पक्षियों के बड़े पर्यावास थे। नजफगढ़ झील उनमें से एक है। इस झील के आसपास आज भी पक्षियों की बड़ी तादाद आती है।
पुराने नक्शों में भी इस नदी का अस्तित्व मौजूद है। वर्ष 1967 और 1977 में इस नदी में भयंकर बाढ़ आई थी। जिसका पानी जनकपुरी तक पहुंच गया था। छिछले होकर बहने के चलते इस नदी का पानी काफी समय तक निचली जमीनों पर भरा रहता था। जिसके चलते भूमिगत जल के रीचार्ज होने की समस्या यहां पर नहीं थी।
लेकिन, 1977 में आई बाढ़ के बाद इस नदी के पानी को एक नाला बनाकर नियंत्रित करने का प्रयास किया। नदी का रूट समाप्त हो गया, उसे एक पतली सी लकीर में कैद कर दिया गया। अलवर, रेवाड़ी और गुरुग्राम और दिल्ली में जिस रास्ते से वह नदी गुजरती थी, उस रास्ते पर तमाम निर्माण खड़े हो गए। नदी का रास्ता रोक दिया गया। नदी गायब हो गई।
अब नजफगढ़ ड्रेन सिर्फ नाले के पानी को यमुना तक पहुंचाने का काम करता था। आज भी इस पूरे इलाके में साहिबी या साबी नदी की यादें मौजूद हैं। पेड़-पौधों और पशु-पक्षियों को भी इनकी यादें हैं। लेकिन, नदी गायब है और नाला मौजूद है।
इस नदी के समाप्त होने से क्या हुआ। अभी थोड़ी सी बरसात होते ही जलभराव एक बड़ी समस्या बन जाता है। शहरों में भूमिगत जल तेजी से नीचे जा रहा है। नदी के रास्ते पर कब्जे के चलते यह समस्याएं पैदा हुई हैं। लेकिन, इस पर कोई क्या ध्यान देगा।
ध्यान देगा भी कौन। लोग तो मंदिर-मस्जिद के झगड़े में उलझे हुए हैं। वे मंदिर-मस्जिद को रीक्लेम करेंगे। इतिहास की गलतियां ठीक की जाएंगी।
लेकिन, एक नदी को बेमौत मार डालने वाली इस ऐतिहासिक गलती को कौन ठीक करेगा।
नदियों की कब्र पर जो शहर बसे हैं, हर साल-दो साल में डूबना उनकी नियति है। बारिश के चलते जहां कहीं भी जलभराव और बाढ़ की तस्वीरें हम देखते हैं, उसके पीछे किसी न किसी नदी की मौत छिपी है।

शाहीन बाग में गोली चलाने वाले कपिल गुर्जर को चंद घंटों में भाजपा ने पार्टी से निकाला

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द लीडर : नागरिकता संशोधन कानून (एनआरसी) के खिलाफ शाहीन बाग के आंदोलन में घुसकर फायरिंग करने वाले कपिल गुर्जर को भाजपा ने शाम होने तक पार्टी से निकाल दिया है. बुधवार को ही कपिल ने गाजियाबाद में पार्टी ज्वॉइन की थी. सोशल मीडिया पर इसकी कड़ी आलोचना हो रही थी. शाम होने तक पार्टी हाईकमान ने इस पर संज्ञान भी ले लिया. BJP Shaheen Bag Kapil

गाजियाबाद में भाजपा में शामिल होने के बाद कपिल गुर्जर ने कहा था कि, भाजपा हिंदुत्व को मजबूत करने का काम कर रही है. इसलिए उसने पार्टी ज्वॉइन की है. एनडीटीवी की एक खबर के मुताबिक भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने कपिल के पार्टी में शामिल होने पर स्थानीय नेताओं को कड़ी फटकार लगाई है. इसके बाद ही कपिल को पार्टी से निकाला गया है.

गाजियाबाद भाजपा जिलाध्यक्ष संजीव शर्मा ने प्रेस नोट जारी कर कहा कि महानगर कार्यालय पर कुछ युवकों को भाजपा में शामिल कराया गया था, जिसमें कुछ लोगों के साथ कपिल गुर्जर भी था. पत्र में स्पष्ट किया गया है कि ये शाहीन बाग मामले में विवादित कपिल है. इसकी जानकारी नहीं थी. बहरहाल उसकी सदस्यता निरस्त कर दी गई है. BJP Shaheen Bag Kapil

शाहीनबाग में फायरिंग के बाद पुलिस की गिरफ्त में आरोपी कपिल गुर्जर : नोट, फाइल फोटो-साभार सोशल मीडिया

पिछले साल दिल्ली के शाहीन बाग में एनआरसी के खिलाफ धरना-प्रदर्शन चल रहा था. कपिल ने वहां जाकर फायरिंग की थी. पुलिस ने उसे गिरफ्तार भी किया था. हालांकि बाद में 25 हजार रुपये के निजी मुचलके पर उसे जमानत मिल गई थी. जेल से छूटकर जब कपलि अपने इलाके में पहुंचा था, उस समय भी उसका जोरदार स्वागत किया गया था. जैसे बुधवार को पार्टी में शामिल होने पर किया गया.


लव जिहाद कानून पर 104 पूर्व नौकरशाहों की सीएम योगी आद‍ित्‍यनाथ काेे चिट्ठी, कहा कानून का हो रहा दुरुपयोग


 

लव जिहाद कानून पर 104 पूर्व नौकरशाहों की सीएम योगी आद‍ित्‍यनाथ काेे चिट्ठी, कहा कानून का हो रहा दुरुपयोग

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द लीडर : उत्तर प्रदेश (UP) के ‘लव जिहाद‘ कानून (Love Jihad) के खिलाफ देश के 104 पूर्व नौकरशाहों (Former Bureaucrats) ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Aditya Nath) को चिट्ठी लिखी है. उन्होंने न सिर्फ इस कानून को अवैध बताया, बल्कि इसके दुरुपयोग का आरोप भी लगाया है. नवंबर में आए इस कानून के तहत राज्य में अब तक 14 मामले दर्ज किए जा चुके हैं. इसमें कुछ मामले विवादित भी हुए, जिसमें मुरादाबाद का प्रकरण प्रमुख है. (Bureaucrats CMYogi Love Jihad)

नवंबर में राज्य सरकार ‘उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अध्यादेश-2020′ लाई थी. 27 नवंबर को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने इसे मंजूरी दी. और 28 नवंबर से ये कानून लागू हो गया. जिसे लव जिहाद के तौर पर भी जाना जाता है. इस कानून के तहत पहला मामला बरेली में दर्ज किया था. अब तक दर्ज कुल 14 मामलों में 51 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. जबकि 49 आरोपी अभी भी जेल में बंद हैं. (Bureaucrats CMYogi Love Jihad)


अपनी पसंद का साथी चुनना मौलिक अधिकार का हिस्सा : हाईकोर्ट


 

नए कानून के अंतर्गत मुरादाबाद की पिंकी और राशिद का मामला काफी चर्चित रहा है. शादी का पंजीकरण कराने जाते समय बजरंगत दल के कुछ कार्यकर्ताओं ने राशिद और उनके भाई के साथ मारपीट की थी. बाद में दोनों भाईयों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. और पिंकी को शेल्टर होम. इस प्रकरण में पिंकी का गर्भपात भी हो गया था. पूर्व नौकरशाहों ने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में इस घटना का जिक्र किया है.

गंगा-जमुनी तहजीब को चोट पहुंची

पूर्व नौकरशाहों ने अपने पत्र में लिखा, कि ‘इस कानून की वजह से राज्य की गंगा-जमुनी तहजीब को चोट पहुंची है. समाज में सांप्रदायिकता का जहर फैला है. हर नागरिक को अपनी मर्जी से जीवनसाथी चुनने का हक है. जैसा कि इलाहाबाद हाईकोर्ट समेत कई अन्य माननीय उच्च न्यायालयों ने अपने फैसलों में ये स्पष्ट किया है.’ पूर्व अफसरों ने मुख्यमंत्री से इस कानून को रद करते हुए पीड़ितों को मुआवजा देने की मांग की है. उन्होंने ये भी स्पष्ट किया है कि वे किसी राजनीतिक दल से संबंधित नहीं हैं. (Bureaucrats CMYogi Love Jihad)

मध्यप्रदेश में आया अध्यादेश

यूपी की तर्ज पर मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार भी लव जिहाद पर कानून बनाने जा रही है. एक दिन पहले भी इसका अध्यादेश लाया गया है. राज्यपाल की मंजूरी के बाद ये कानून की शक्ल ले लेगा.


पीएम मोदी ने कराई सोमनाथ मंदिर की जांच, नीचे निकलीं बौद्ध गुफाएं


 

नौकरी गंवाकर मिडिल क्लास अपनी नई पहचान से खुश : रवीश कुमार

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2019 में अगर 100 लोग वेतनभोगी थे यानी जिन्हें नियमित सैलरी मिलती थी, उनमें से 21 लोगों की नौकरी 2020 में चली गई है. 2016 से ही यह संख्या कम होने लगी थी लेकिन 2020 में तेज़ी से गिरावट देखी गई है. जिनकी नौकरी नहीं गई है उनकी सैलरी या तो नहीं बढ़ी है या कम बढ़ी है. लेकिन समाजशास्त्री और अर्थशास्त्री यह नहीं देख पा रहे हैं कि मध्यम वर्ग ख़ुश कितना है। क्यों ख़ुश है? क्योंकि उसकी व्हाट्स एप यूनिवर्सिटी में धार्मिक कट्टरता और पाखंड की सामग्री की सप्लाई काफ़ी बढ़ी है. (Ravish New Job Middle Class)

नौकरी और सैलरी गंवा कर मिडिल क्लास अपनी इस नई पहचान से ज़्यादा खुश है. इसलिए किसी भी सवाल को लेकर आंदोलन होता है तो गोदी मीडिया और सरकार दोनों मिल कर धार्मिक रूपकों से भरे संदेशों और सूचनाओं की सप्लाई बढ़ा देते हैं.

डेटा देखें तो बिल्कुल सही बात है कि मिडिल क्लास नौकरी और सैलरी से वंचित हुआ है लेकिन यह भी उतनी ही सही बात है कि जड़ता और नफ़रत आधारित धार्मिक पहचान से लबालब वह गदगद रहने लगा है. इतना कि अगर किसी मैनेजर को नौकरी से निकाले जाने के वक्त विदाई पत्र के साथ नेहरू के मुसलमान होने वाले मीम के दो चार पोस्टर फ़्रेम करा कर दिए जाएं तो वह मिठाई ख़रीद कर घर जाएगा. शाम को सपरिवार गोदी मीडिया पर सांप्रदायिक डिबेट देखेगा. लोगों को बताएगा कि नौकरी चली गई लेकिन मुझे नेहरू के मुसलमान वाला स्पेशल मीम भी मिला है.

मेरी राय में अर्थशास्त्रियों को अब इसका सर्वे करना चाहिए कि मिडिल क्लास कैसे भौतिकवादी क्लास नहीं रहा. उसे नौकरी नहीं चाहिये लेकिन अगर उसे व्हाट्स यूनिवर्सिटी में गुड मार्निंग मैसेज से लेकर नेहरू के मुसलमान या कोरोना को तब्लीग के बहाने मुसलमान से जोड़ने वाले पोस्टर या मीम दिए जाएं तो ज़्यादा खुश रहता है. मेरी राय में मोदी जी को प्रधानमंत्री व्हाट्स एप मैसेज योजना लाँच करनी चाहिए जिसके तहत मिडिल क्लास और सभी क्लास को एक जगह से मैसेज सप्लाई होगी. मेरा मानना है कि मैसेज के बदले में लोग अपनी बाकी सैलरी भी दान कर देंगे.

 

(ये लेख वरिष्ठ पत्रकार और एंकर रवीश कुमार के फेसबुक पेज पर प्रकाशित हुआ है.)

शिवसैनिकों ने ईडी दफ्तर पर लगाया भाजपा प्रदेश कार्यालय का बैनर

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मुंबई : महाराष्ट्र में भाजपा (BJP) और उसके पूर्व सहयोगी दल शिवसेना (ShivSena) के बीच सियासी जंग जारी है. दोनों दल एक-दूसरे पर वार का कोई मौक नहीं छोड़ रहे हैं. इस बीच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शिवसेना नेता संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत को पूछताछ के लिए हाजिर होने का नोटिस जारी कर दिया. शिवसेना ने ईडी की इस कार्यवाही को राजनीतिक वजह बताया है. इतना ही नहीं, नोटिस से नाराज शिवसैनिकों ने ईडी के दक्षिण मुंबई स्थित कार्यालय पर भाजपा प्रदेश कार्यालय का बैनर टांग दिया है.

सोमवार को संजय राउत ने प्रेस कांफ्रेंस की. इसमें उन्होंने भाजपा पर तीखा हमला बोला. केंद्र सरकार को चेताते हुए कहा कि, ‘ईडी सरकार के इशारे पर कार्यवाही कर रही है. पर वो ऐसी चीजों से डरने वाले नहीं हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा मुझसे पंगा न ले. मैं शिवसैनिक हूं. मेरे पास भाजपा की फाइल है, जिसमें 121 लोगों के नाम हैं. जल्द ही इसे ईडी को दूंगा. इतने नाम हैं, जिन पर ईडी को पांच साल तक काम करना पड़ेगा. उन्होंने फिर दोहराया कि ईडी की कार्यवाही राजनीति से प्रेरित है. उसने दस साल पुराना केस निकाला है.

फोटो, साभार सोशल मीडिया

महाराष्ट्र में एनडीए से अलग होकर शिवसेना कांग्रेस और एनसीपी के साथ सरकार चला रही है. इस सरकार के गठन से लेकर अब तक राजनीतिक उठापठक चल रही है. पिछले दिनों अभिनेता सुशांत सिंह की मौत मामले पर भी शिवसेना और भाजपा के बीच तकरार हुई थी.


अयोध्या में छात्रसंघ चुनाव की मांग उठाने वाले छात्रों पर देशद्रोह का मामला दर्ज


 

रहाणे के दम से मेलबर्न टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया बेदम

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By Waseem Akhtar

द लीडर, अजिंक्य रहाणे की शतकीय पारी की बदौलत भारत ने मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में ऑस्ट्रेलिया को बैकफुट पर ला दिया है. पहली पारी में 131 की रन की बढ़त लेने के बाद ऑस्ट्रेलिया के छह विकेट 133 रन पर ही गिर गए. तीन दिन के खेल को देखते हुए भारत अब जीत से ज्यादा दूर नहीं दिखाई दे रहा है. गेंदबाजों का प्रदर्शन चौथे दिन भी ऐसा ही रहा तो टेस्ट सीरिज में भारत बराबरी कर सकता है. (Rahane Australia Melbourne Test)

ऑस्ट्रेलिया की ओपन‍िंंग जोड़ी को दूसरी पारी में भी उमेश यादव ने ज्यादा देर क्रीज पर टिकने नहीं दिया. बर्न्स, उमेश का पहला शिकार बने. उन्हें विकेट कीपर ऋषभ पंत ने लपक लिया. मैथ्यु वेड का विकेट रविंद्र जडेजा को मिला. वह एलबीडब्ल्यू हुए. पहली पारी में अच्छा प्रदर्शन करने वाले मार्नस लाबुशन भी 28 रन बनाकर चलते बने। उन्हें और अश्विन की गेंद पर कप्तान रहाणे ने लपका.

पहली पारी में शून्य पर आउट होने वाले स्टीवन स्मिथ को जसप्रीत बुमराह ने बोल्ड कर दिया. वह महज आठ रन ही अपने खाते में जोड़ सके थे. ट्रैविड हेड को मुहम्मद सिराज ने मयंक अग्रवाल के हाथों कैच आउट कराया. कप्तान टिन पेन रविंद्र जडेजा का शिकार बने. विकेट कीपर को कैच थमा बैठे. इससे पहले शतक बनाने वाले कप्तान रहाणे अपने स्कोर में आठ रन जोड़कर आउट हो गए लेकिन तब तक भारत पहली पारी में महत्वपूर्ण बढ़त ले चुका था.


कप्तानी में रहाणे का कमाल, शतकीय पारी से भारत मजबूत


 

जडेजा ने भी शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए 57 रन बनाए. जिस तरह भारत के गेंदबाद प्रदर्शन कर रहे हैं, उसे देखते हुए ऑस्ट्रेलिया पर हार का खतरा मंडरा रहा है. अगर शे, चार बल्लेबाजों में कोई टिक कर नहीं खेल पाता है तो भारत की जीत साफ दिख रही है. भारत दूसरा टेस्ट जीतता है तो वह सीरिज में 1-1 की बराबरी पर आ जाएगा. इसी के साथ टेस्ट सीरिज भी दिलचस्प हो जाएगी. (Rahane Australia Melbourne Test)

तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर ने भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन की प्रशंसा की. नाथन लियोन ने फील्डिंग को लेकर ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों की आलोचन भी की. रहाणे के दो और शुभमन गिल का भी कैच छोड़ दिया गया. नाथन ने कहा-हमने भारत को बढ़त बनाने का मौका दे दिया.