द लीडर हिंदी, लखनऊ | किसानों पर 28 अगस्त को हुए पुलिस लाठीचार्ज के खिलाफ करनाल में मंगलवार को महापंचायत बुलाई गई है। साथ ही किसान ‘लघु सचिवालय’ का घेराव करने को लेकर अड़े हैं। इस बीच आज जिला प्रशासन ने एहतियातन धारा 144 लगा दिया है और करनाल, कुरुक्षेत्र, कैथल, जिंद और पानीपत में इंटरनेट और एसएमएस सर्विस सस्पेंड करने का फैसला लिया है। हरियाणा सरकार की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, मंगलवार को पूरे दिन (24 घंटे के लिए) इंटरनेट और एसएमएस सर्विस सस्पेंड रहेगा।
इन 5 जिलों में मोबाइल इंटरनेट बंद
करनाल से सटे कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद और पानीपत में मोबाइल इंटरनेट सर्विस को 7 सितंबर की रात तक के लिए सस्पेंड कर दिया गया है। राज्य के गृह विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार, हरियाणा सरकार ने सोशल मीडिया के जरिए गलत सूचना और अफवाहों के प्रसार पर काबू पाने के लिए करनाल जिले में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को निलंबित करने का आदेश दिया है। जिले में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं सोमवार दोपहर 12:30 बजे से लेकर मंगलवार को आधी रात तक बंद रहेंगी।
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NH-44 का उपयोग करने वाले लोगों को सलाह
हरियाणा पुलिस द्वारा जारी एक परामर्श के अनुसार, मुख्य राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-44 (अंबाला-दिल्ली) पर मंगलवार को करनाल जिले में यातायात प्रभावित हो सकता है। इसमें कहा गया, ‘‘इसलिए, NH-44 का उपयोग करने वाले लोगों को सलाह दी जाती है कि वे करनाल शहर की यात्रा करने से बचें या सात सितंबर को अपने गंतव्य तक जाने के लिए वैकल्पिक रास्तों का उपयोग करें।”
हरियाणा पुलिस के एक प्रवक्ता ने बाद में बताया था कि जरूरत पड़ने पर दिल्ली-अंबाला राष्ट्रीय राजमार्ग पर मार्ग में परिवर्तन मंगलवार सुबह नौ बजे से लागू किया जाएगा, लेकिन तब तक यातायात सामान्य रूप से चलेगा।
कैसी है किसानों की तैयारी?
हरियाणा भारतीय किसान यूनियन के प्रमुख गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि उन्होंने अपनी मांगों को पूरा करने के लिए प्रशासन को छह सितंबर तक की डेडलाइन दी थी। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ सोमवार को बैठक हुई, लेकिन उनकी मांगों के बारे में कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिलने के बाद उन्होंने मंगलवार सुबह विशाल पंचायत बुलाने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि हम शांतिपूर्वक प्रदर्शन करेंगे, लेकिन अगर प्रशासन हमें रोकता है, तो हम बैरिकेड तोड़ देंगे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग को बाधित करने का किसानों का कोई प्लान नहीं है।
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कैमरों से लैस ड्रोन भी तैनात
करनाल के पुलिस अधीक्षक गंगा राम पुनिया ने बताया कि पड़ोसी जिलों से अतिरिक्त बल के साथ, पुलिस अधीक्षक रैंक के पांच अधिकारी और 25 डीएसपी रैंक के अधिकारी यहां सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी करेंगे। उन्होंने कहा कि सुरक्षा उपायों के तहत कैमरों से लैस ड्रोन भी तैनात किए जाएंगे। करनाल के उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने कहा कि किसी को भी कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
क़ानून व्यवस्था बनी रहे, किसानों से बात करेगी पुलिस
एसपी करनाल गंगा राम पुनिया ने बताया कि, महापंचायत को देखते हुए ज़िला प्रशासन और पुलिस द्वारा सुरक्षा के पुख़्ता बंदोबस्त किए गए हैं। पुलिस की 40 कंपनियां अनाज़ मंडी और आस-पास के क्षेत्र में तैनात की हैं। एसपी पुनिया ने कहा कि, पुलिस इसलिए तैनात की गई है कि क़ानून व्यवस्था बनी रहे और कोई भी गैरक़ानूनी गतिविधि न हो। किसान महापंचायत के दौरान हम बातचीत भी करेंगे और चाहेंगे कि मामले का बातचीत से हल निकले।
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District administration and police have made necessary security arrangements in wake of the Kisan Mahapanchayat. A total of 40 companies have been deployed to maintain law and order. Public activities are going on without interruption: Ganga Ram Punia, SP, Karnal pic.twitter.com/Nf0NNyGHLV
— ANI (@ANI) September 7, 2021
किसी को भी कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी
करनाल के पुलिस अधीक्षक गंगा राम पुनिया ने कहा कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की 10 कंपनियों सहित सुरक्षा बलों की कुल 40 कंपनियां तैनात की गई हैं। पुनिया ने कहा कि पड़ोसी जिलों से अतिरिक्त बल के साथ, पुलिस अधीक्षक रैंक के पांच के अधिकारी और 25 डीएसपी रैंक के अधिकारी यहां सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी करेंगे। उन्होंने कहा कि सुरक्षा उपायों के तहत कैमरों से लैस ड्रोन भी तैनात किए जाएंगे।
करनाल के उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने कहा कि किसी को भी कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी। कृषि कानूनों का विरोध करने वाले विभिन्न किसान संगठनों का नेतृत्व कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने अपनी मांगें पूरी नहीं होने पर सात सितंबर को करनाल में लघु सचिवालय का घेराव करने की चेतावनी दी थी।
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ये कमेटी करेगी प्रशासन से बातचीत
करनाल प्रशासन द्वारा मीटिंग की पेशकश पर किसान संयुक्त मोर्चा की ओर से राकेश टिकैत, बलबीर सिंह राजेवाल, गुरनाम सिंह चढूनी, डा. दर्शनपाल, राम पाल चहल, अजय राणा, सुखविंद्र सिंह, विकास सिसर, योगेंद्र यादव, कामरेड इंद्रजीत सिंह, सुरेश गोत को कमेटी में शामिल किया गया है।
यहां-यहां पुलिस का पहरा
अनाज मंडी में किसानों की महापंचायत के चलते सुरक्षा की हिदायत से शहर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है। बलड़ी बाइपास, अग्रसेन चौक, अंबेदकर चौक, बस स्टैंड, नमस्ते चौक, आइटीआइ चौक, सेक्टर-6 चौक, हांसी रोड, चिढ़ाव मोड, काछवा रोड स्थित पिंगली चौक के पास पुलिस का पहरा है।
महापंचायत से पहले ही करनाल में तेज बारिश हो रही है। वहीं, महापंचायत की वजह से प्रशासन भी अलर्ट है। करनाल में धारा 144 लागू है। दिल्ली-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर रूट डायवर्ट किया गया। करनाल, पानीपत सहित पांच जिलों में इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
वहीं, भाकियू प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने एक वीडियो जारी किया है। 10 बजे तक नई अनाज मंडी का शेड पूरा खाली था। स्टेज पर कोई नहीं था। अनाज मंडी के पांचों गेट पर पुलिस तैनात है। अश्व पुलिस की एक टुकड़ी तैनात की गई है। पंचायत अपने निर्धारित समय से करीब दो घंटै देरी से शुरू हो सकती है।
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