केरल में मॉनसून की दस्तक, इन राज्यों में बारिश का अलर्ट

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नई दिल्ली। कुछ दिनों की देरी बाद आखिरकार मॉनसून ने केरल में दस्तक दे दी है. भारतीय मौसम विभाग के डीजी मृत्युंजय महापात्रा ने इसकी जानकारी दी है. जिस कारण मौसम विभाग ने कई राज्यों में बारिश की आशंका जताई है.

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भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिण पश्चिम मॉनसून की उत्तरी सीमा 5 डिग्री उत्तर और 72 डिग्री पूर्व, 6 डिग्री एन और 75 डिग्री ई, 8 डिग्री एन और 80 डिग्री ई, 12 डिग्री एन से गुजरती है.

देश भर में मॉनसून सामान्य रहने की संभावना- IMD

वहीं, आईएमडी के मुताबिक, पूरे देश में इस साल जून से सितंबर तक दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की मौसमी बारिश सामान्य और सुविरित रहने संभावना है. देश भर में कुल मिलाकर इन चार महीनों की अवधि में पश्चिम मॉनसून मौसमी वर्षा के सामान्य रहने की बहुत संभावना है.

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आईएमडी के राष्ट्रीय मौसम पूवार्नुमान केंद्र ने कहा है कि, मौसमी वर्षा के पूर्वोत्तर भारत में सामान्य से कम रहने का अनुमान है, जबकि मध्य भारत में सामान्य से अधिक रहने का अनुमान है.

केरल में 3 दिनों से हो रही प्री-मॉनसून बारिश

केरल में 3 दिनों से प्री-मानसूनी बारिश हो रही है. राज्य में तेज हवाओं के साथ बारिश जारी है. देशभर में इस बार मानसून के सामान्य से बेहतर रहने की उम्मीद है. आईएमडी ने बताया कि, केरल में बारिश में तेजी है और दक्षिण अरब सागर के निचले स्तरों में पछुआ हवाएं चलने से मौसम ठंडा हैं. वहीं केरल तट और उससे सटे दक्षिण-पूर्वी अरब सागर में बादल छाए हुए हैं.

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इन राज्यों में सामान्य रहेगा मॉनसून

मौसम विभाग के मुताबिक जून से सितंबर के बीच उत्तर पश्चिम भारत यानी पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, राजस्थान के कुछ इलाकों में 108 फीसदी तक बारिश होने की संभावना है. वहीं, दक्षिण भारत यानी केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, गोवा ओडिशा में 93 से 107 फीसदी वर्षा के होने का पूर्वानुमान है जो कि सामान्य है.

इन राज्यों में होगी ज्यादा बारिश

उत्तर भारत और पूर्व के राज्यों में ज्यादा बारिश की संभावना है. यूपी, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, असम और मध्य प्रदेश के कुछ इलाके में सामान्य से कम  बारिश की संभावना जताई गई है. वहीं, मध्य भारत के राज्यों में सामान्य से अधिक बारिश की संभावना. मौसम विभाग के मुताबिक यहां 106 फीसदी से ज्यादा बारिश का अनुमान है.

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MP में 3-4 दिन प्री-मानसून बारिश का अलर्ट

मध्यप्रदेश में हर साल 17 जून तो भोपाल में 20 जून के आसपास मॉनसून पहुंचता है. इस बार भी इसके समय पर पहुंचने के आसार हैं. मौसम केंद्र की तरफ से जारी पूर्वानुमान के मुताबिक, अगले तीन-चार दिन भोपाल समेत मध्यप्रदेश में कहीं-कहीं बारिश हो सकती है. इसके लिए ऑरेंज अलर्ट भी जारी गया है.

राजस्थान में जून का सबसे सर्द आगाज

जयपुर समेत प्रदेश के कई जिलों में इस बार जून का सबसे सर्द आगाज हुआ है. जयपुर में तो जून की शुरुआत में सबसे कम तापमान का 20 साल का रिकॉर्ड टूट गया है. यहां बुधवार को दिन का पारा 30.2 डिग्री रहा. इससे पहले 1 जून 2001 को 39.8 डिग्री था.

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बारिश और ओले गिरने से फसलों को नुकसान

हिमाचल के शिमला में बुधवार दोपहर बाद आंधी और तेज गर्जना के साथ बारिश हुई. मौसम विभाग के येलो अलर्ट के बीच शिमला से सटे ऊपरी इलाकों में बारिश के साथ ओले गिरने से सेब और गुठलीदार फलों और नकदी फसलों को नुकसान पहुंचा है.

पर्वतीय इलाकों में मौसम रहेगा खराब

मौसम विभाग के मुताबिक शिमला समेत राज्य के मध्यम ऊंचाई वाले पर्वतीय इलाकों में पांच जून और उच्च पर्वतीय इलाकों में चार जून तक मौसम खराब रहेगा. जबकि मैदानी इलाकों में आठ जून तक मौसम साफ बने रहने का अनुमान है.

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पश्चिमी विक्षोभ से मौसमी तंत्र में बदलाव

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि, पश्चिमी विक्षोभ की वजह से प्रदेश में मौसमी तंत्र में बदलाव आया है। इससे मैदानी भागों में गर्मी का असर लगभग खत्म हो गया है. अब एक सप्ताह तक मैदानी क्षेत्रों में मौसम साफ रहेगा.

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