नई दिल्ली: सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) आने वाले दिनों में रूस की वैक्सीन स्पुतनिक-V का भी भारत में निर्माण कर सकती है.
सीरम इंस्टीट्यूट ने ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) से स्पुतनिक-V बनाने के लिए परीक्षण लाइसेंस की अनुमति मांगी है. ये जानकारी न्यूज एजेंसी एएनआई ने अपने सूत्रों से दी है.
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कोविड वैक्सीन कोविशील्ड बनाने वाले सीरम इंस्टीट्यूट ने टेस्ट अनालिसिस और एग्जामिनेशन के लिए भी आवेदन किया है. बता दें कि फिलहाल भारत में स्पूतनिक वी का निर्माण डॉ रेड्डीज लेबोरेटरीज द्वारा किया जा रहा है.
स्पुतनिक वी को भारत के ड्रग कंट्रोलर द्वारा आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दी गई है. रूस के टीके को आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण प्रक्रिया के तहत 12 अप्रैल को भारत में रजिस्ट्रेशन किया गया था और रूसी वैक्सीन का इस्तेमाल 14 मई से शुरू हुआ था.
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RDIF और पैनेशिया बायोटेक स्पुतनिक वी की एक साल में 10 करोड़ खुराक का उत्पादन करने के लिए सहमत हुए हैं. स्पुतनिक-वी अब तक 320 करोड़ से अधिक की कुल आबादी वाले 66 देशों में रजिस्टर्ड है.
RDIF और गामालेया सेंटर ने कहा है कि स्पुतनिक वी की प्रभावकारिता 97.6 फीसदी है, जो पिछले साल 5 दिसंबर से इस साल 31 मार्च तक स्पुतनिक वी की दोनों खुराक के साथ रूस में टीकाकरण करने वालों के बीच कोरोना वायरस संक्रमण दर के आंकड़ों के विश्लेषण पर आधारित है.
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