द लीडर : उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में एक महिला की सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना पर राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य चंद्रमुखी देवी ने विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा कि, ‘किसी महिला को बेसमय बाहर नहीं जाना चाहिए. मेरे ख्याल से अगर वह शाम को बाहर नहीं निकली होतीं, या उनके साथ परिवार का कोई सदस्य होता, तो शायद ये घटना नहीं घटती.’ आयोग के दो सदस्यीय पैनल में शामिल चंद्रमुखी ने बदायूं का दौरा करने के बाद ये बात कही है.
उनके इस बयान की आलोचना हो रही है. अभिनेत्री और फिल्म निर्माता पूजा भट्ट ने आयोग की चेयरमैन रेखा शर्मा को टैग करते हुए एक ट्वीट किया. जिसमें सवाल किया कि, क्या वह सदस्य के इस बयान का समर्थन करती हैं, अगर हां, तो इस पर सफाई दें.
No I don't..I don't know how and why the member has said this but women have all the right move on their will whenever and wherever they want to. It's society and state's duty to make places safe for women. https://t.co/WlG2DWs20G
— Rekha Sharma (@sharmarekha) January 7, 2021
इसके बाद चेयरमैन ने इस मामले पर सफाई दी है. उन्होंने ट्वीट किया कि, नहीं, मैं इसका समर्थन नहीं करती हूं. मुझे नहीं पता कि कैसे और क्यों आयोग की सदस्य ने ये कहा. किसी भी महिला को अपनी मर्जी से कहीं भी जाने का अधिकार है. सुरक्षित महौल रखना समाज और राज्य की जिम्मेदारी है.
पूजा करने निकली थी महिला
बदायूं के उघैती क्षेत्र की एक महिला 3 जनवरी को पूजा करने के लिए मंदिर गई थीं. तब वो इस हादसे का शिकार बनी हैं. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया है कि महिला के प्राइवेट पार्ट में रॉड जैसी किसी चीज से चोट की गई. उनके पैर और पसली टूटने और फेफड़े पर वजनदार चीज से हमले का तथ्य निकला है. रिपोर्ट सामने आने के बाद से ये घटनाक्रम चर्चा में बना है.
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मंदिर के पुजारी समेत तीन गिरफ्तार
इस घटना में मंदिर के एक पुजारी समेत तीन आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. बुधवार को एडीजी ने बदायूं का दौरा किया था. वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आरोपियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की बात कही है. इसके साथ ही उन्होंने पूरे मामले की एडीजी से रिपोर्ट भी तलब की थी. वहीं, घटना पर विपक्ष सरकार पर हमलावर है.