Thursday, October 17, 2024
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जिला पंचायत अध्य़क्ष की नई आरक्षण सूची जारी, जाने अपने जिले की सीट

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लखनऊ । इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश के बाद पंचायती राज विभाग ने 2015 को आधार वर्ष मानते हुए पंचायत चुनाव में आरक्षण को तय करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसी क्रम में बुधवार देर रात जिला पंचायत अध्यक्ष के आरक्षण की सूची जारी कर दी गई। पिछली सूची की तुलना में नई आरक्षण सूची में बदलाव सिर्फ अनारक्षित और महिला के लिए आरक्षित सीटों में हुआ है। अनुसूचित जाति (महिला), अनूसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग (महिला) और पिछड़ा वर्ग के लिए जो जिले आरक्षित थे, उनमें किसी भी तरह का कोई बदलाव नहीं हुआ है।

नई लिस्ट के अनुसार अमेठी, कन्नौज, मऊ, कासगंज, मैनपुरी, फिरोजाबाद, सोनभद्र और हमीरपुर अनारक्षित हो गए हैं। पिछली लिस्ट में इन जिलों को महिला के लिए आरक्षित किया गया था। इसी तरह सिद्धार्थनगर, आगरा, शाहजहांपुर, मुरादाबाद, बलरामपुर और अलीगढ़ को महिला के लिए आरक्षित किया गया है।पहले ये जिले अनारक्षित थे।

अनुसूचित जाति (महिला)

लखनऊ, हरदोई, सीतापुर, शामली, बागपत और कौशांबी की सीट अनुसूचित जाति (महिला) के लिए आरक्षित कर दी गई है।

अनुसूचित जाति

इसी तरह जो सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित की गई है उसमें कानपुर नगर, औरैया, चित्रकूट, महोबा, झांसी, जालौन, बाराबंकी, लखीमपुर खीरी, रायबरेली और मिर्जापुर की सीट शामिल है।

ओबीसी (महिला)

बदायूं, संभल, एटा, हापुड़, बरेली, कुशीनगर और वाराणसी की जिला पंचायत अध्यक्ष की सीट ओबीसी (महिला) के लिए आरक्षित की गई है।

ओबीसी

आजमगढ़, बलिया, इटावा, फर्रुखाबाद, बांदा, ललितपुर, अंबेडकर नगर, पीलीभीत, बस्ती, संत कबीर नगर, चंदौली, सहारनपुर और मुजफ्फरनगर की सीट ओबीसी के लिए आरक्षित किया गया है।

महिलाओं के लिए आरक्षित जिले

बहराइच, प्रतापगढ़, जौनपुर, सिद्धार्थनगर, गाजीपुर, आगरा, सुल्तानपुर, बुलंदशहर, शाहजहांपुर, मुरादाबाद, बलरामपुर और अलीगढ़ महिला के लिए आरक्षित हो गए हैं।

अनारक्षित सीटें

गोंडा, प्रयागराज, बिजनौर, उन्नाव, मेरठ, रामपुर, फतेहपुर, मथुरा, अयोध्या, देवरिया, महाराजगंज, गोरखपुर, अमेठी, श्रावस्ती, कानपुर देहात, अमरोहा, हाथरस, भदोही, गाजियाबाद, कन्नौज, मऊ, कासगंज, मैनपुरी, फिरोजाबाद, सोनभद्र, हमीरपुर और गौतमबुद्ध नगर अनारक्षित हैं।

बिहार : नितीश पर तेजस्वी का हमला-बोले मुख्यमंत्री, मंत्री और विधायकों के आवास पर खुलवा लें शराब का ठेका

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द लीडर : बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शराब तस्करी पर घिरी नितीश कुमार सरकार के खिलाफ पूरी शिद्​दत के साथ मोर्चा खोल रखा है. तेजस्वी ने कहा कि, ‘अगर मुख्यमंत्री, मंत्री के भाई के परिसर में थाना खोलने में असमर्थ हैं तो 1 अप्रैल को शराबबंदी लागू होने के 5 वर्ष बाद मुख्यमंत्री आवास में ही शराब का ठेका खोल लें. नितीश जी मंत्रियों, विधायकों के आवास और क्षेत्र में भी शराब का ठेका खुलवा दें. क्योंकि ऐसा होने पर मंत्री-विधायक शराब तस्करी नहीं करा सकेंगे औरर राजस्व की हानि बच जाएगी.’ (Bihar Tejashwi Liquor Chief Minister MLA)

बुधवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में तेजस्वी ने ये बातें कहीं. शराबबंदी नियम के तहत जिन लोगों के मकान, दुकान, होटल जब्त कर पुलिस थाना खोला जा चुका है-तेजस्वी ने उन लोगों से गृहमंत्री और मुख्यमंत्री के खिलाफ भेदभाव का केस दर्ज कराने का आह्वान कर डाला है. यह पूछते है कि मुख्यमंत्री दोहरी नीति क्यों अपना रहे हैं.

बिहार सरकार में मंत्री रामसूरत राय के भाई हंसलाल राय के स्कूल में शराब पकड़े जाने को लेकर विवाद पैदा हुआ है. तेजस्वी ने सवाल उठाया कि पुलिस ने स्कूल को सील किया है. फिर हंसलाल की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई. स्कूल में थाना क्यों नहीं खोला गया. अगर सप्ताह भर के अंदर स्कूल में थाना नहीं खोला गया तो मुख्यमंत्री आवास का घेरा करेंगे.


राजस्थान : गहलोत सरकार छात्रों को पढ़ा रही-इस्लाम का ही एक रूप है इस्लामी आतंकवाद


 

तेजस्वी ने अपनी प्रेस कांफ्रेंस में 13 बिंदु उठाते हुए हैं, जिनके जवाब के साथ कार्रवाई की मांग की है. इससे पहले अपनी 13 मार्च की प्रेस कांफ्रेंस का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि आरोपी मंत्री और उनके भाई स्कूल संचालक से हुए इकरारनामा के दस्तावेज पेश करें. यदि कोई रेंट एग्रिमेंट हो तो उसे सार्वजनिक किया जाए.

लेकिन मंत्री रामसूरत राय ने मीडिया के सामने ऐसे ही किसी एग्रीमेंट की कुछ लाइनें पढ़कर सुनाई थीं और कहा था कि सोमवार को उसकी कॉपी देंगे. आज 17 मार्च तक उन्होंने एग्रीमेंट के दस्तावेज नहीं दिखाए-क्यों?

तेजस्वी ने क्या सवाल उठाए

शिकायकर्ता के अमरेंद्र कुमार के भाई ने बताया था कि अमरेंद्र ने ही पुलिस को फोन किया था. अमरेंद्र के साथ मंत्री और उनके भाई की सीडीआर भी सार्वजनिक की जाए.

मंत्री ने झूठ बोला कि वह 10 सालों से भाई से नहीं मिले हैं. हमने 2017 की मुलाकात के साक्ष्य दिए हैं. तब वह अलग कहानी गढ़ रहे. मंत्री जैसे गरिमामय पद पर बैठा शख्स कैसे इतना झूठ बोल सकता है? (Bihar Tejashwi Liquor Chief Minister MLA)


कुलपति सो सकेंगी चैन की नींद, मस्जिद इंतजामियां ने हटाए लाउडस्पीकर


 

कुलपति सो सकेंगी चैन की नींद, मस्जिद इंतजामियां ने हटाए लाउडस्पीकर

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द लीडर : इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की कुलपति संगीता श्रीवास्तव की आपत्ति के बाद मस्जिद की इंतजामियां कमेटी ने उनके आवास की दिशा से लाउडस्पीकर हटा लिए हैं. इतना ही नहीं लाउडस्पीकर की आवाज भी 50 फीसदी घटा दी है. मुतावल्ली कलीमुर्रहमान ने कहा कि कुलपति हम लोगों से कहतीं तो आवाज कम कर देते. उनको तकलीफ न हो, इस बात का ख्याल रखा जाएगा. अगर आगे भी किसी को दिक्कत होगी तो आवाज को और कम कर दिया जाएगा.

कुलपति संगीता श्रीवास्तव ने जिलाधिकारी से शिकायत की थी. इसमें कहा था कि सुबह 5:30 बजे होने वाली अजान की आवाज से उनकी नींद टूट जाती है. और इसका असर उनके कामकाज पर भी पड़ता है. उन्होंने आवाज बंद कराने की मांग की थी.


इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की कुलपति को क्यों चुभने लगी अजान की आवाज


 

उनका ये मांग पत्र सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ, जिसमें वीसी की आलोचना भी हुई. हालांकि इस विवाद के बीच मस्जिद प्रबंधन ने स्वयं आगे आकर उनके आवास की दिशा में लगाए गए दोनों लाउडस्पीकर हटा लिए हैं. इससे पहले जब धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर की अनुमति का सिलसिला चला था, तब 2 लाउडस्पीकर हटा लिये गए थे. अभी दो लाउडस्पीकर बंधे हैं.

राजस्थान : गहलोत सरकार छात्रों को पढ़ा रही-इस्लाम का ही एक रूप है इस्लामी आतंकवाद

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द लीडर : राजस्थान की कांग्रेस सरकार में 12वीं कक्षा के राजनीति विज्ञान के छात्रों को ये पढ़ाया जा रहा है कि, ‘इस्लामी आतंकवाद-इस्लाम का ही एक रूप है. पिछले 20-30 सालों में ये अत्यधिक शक्तिशाली बन गया है. आतंकवादियों में किसी एक गुट विशेष के प्रति समर्पण का भाव न होकर एक समुदाय विशेष के प्रति समर्पण भाव है. समुदाय के प्रति प्रतिबद्धता इस्लामिक आतंकवाद की मुख्य प्रवृत्ति है. पंथ या अल्लाह के नाम पर आत्मबलिदान और असीमित बर्बरता, ब्लैकमेल, जबरन धन वसूली और निर्मम-नृशंस हत्याएं करना, ऐसे आतंकवाद की विशेषता बन गया है. जम्मू कश्मीर में आतंकवाद पूर्णतया धार्मिक, पृथकतावादी श्रेणी में आता है.’

संजीव प्रकाशन की एक पुस्तक है, संजीव पास बुक्स. ये कक्षा 12 के राजनीति विज्ञान के छात्रों के लिए है. इसमें एक प्रश्न है, इस्लामी आतंकवाद से आप क्या समझते हैं? इसी के जवाब में इस्लाम को आतंकवाद का रूप बताया गया है. मुस्लिम समाज ने इस किताब पर कड़ी आत्ति जताई है, जिसको लेकर विवाद बना है.


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पूर्व आइपीएस अधिकारी अब्दुर्रहमान ने इस किताब की प्रतियों के साथ ट्वीट करते हुए ल‍िखा है क‍ि ‘जब भाजपा राज्य की सत्ता में आई, तब उसने युवाओं के दिमाग में जहर भरने के लिए किताबों को भगवा रंग में रंगना शुरू कर दिया. समाज में विरोधाभास पैदा करने वाली इतिहास की गलत-तथ्यहीन किताबें लिखी गईं. लेकिन जब कांग्रेस सत्ता में आई, तब इसने बहुसंख्यक मतदाताओं के डर से उन गलतियों को दुरुस्त नहीं किया है.

राजस्थान अल्पसंख्यक कांग्रेस के राज्य समन्वयक व मुस्लिम फोरम के समन्वयक मोहसिन रशीद बताते हैं कि, ‘हमारी मांग है कि प्रकाशक और लेखक के विरुद्ध एफआइआर दर्ज की जाए. किसी बुराई को धर्म के साथ कैसे जोड़ सकते हैं. ये कोई पहला मामला नहीं है. डेढ़ साल पहले भी राज्‍य में बीएड सेकेंड ईयर की एक पुस्तक में इस्लाम को लेकर गलत तथ्य लिखे गए थे. तब भी हमने व‍िरोध क‍िया था.’

मोहसिन रशीद कहते हैं कि इस संबंध में हमने शिक्षा मंत्री भी संपर्क किया लेकिन उनका कोई जवाब नहीं मिला है. कमिश्नर से दो बार मिल चुके हैं. अब तक एफआइआर नहीं लिखी गई. वह कहते हैं क‍ि अभी तक माध्‍यम‍िक श‍िक्षा बोर्ड राजस्‍थान या सरकार ने इसका संज्ञान नहीं ल‍िया है.


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राजस्थान में जमात-ए-इस्लामी के विरोध पर प्रकाशन ने खेद प्रकट करते हुए एक माफी पत्र जारी किया है. ये कहते हुए कि लेखक की गलती से कुछ गलत शब्द छप गए हैं, जिससे आप लोगों को ठेस पहुंची है. इसके लिए हम क्षमाप्रार्थी हैं. प्रकाशक ने ये भी कहा है कि किताब की सभी प्रतियां बिक्री से रोक दी गई हैं.

इस संबंध में हमने राजस्थान के शिक्षामंत्री से बात करने का प्रयास किया लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका. उनका जवाब मिलते ही समाचार अपेडट किया जाएगा.

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पूर्व सांसद के अवैध निर्माण पर कार्रवाई, एलडीए का चला हथौड़ा

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लखनऊ ।  प्रदेश में अवैध निर्माण लगातार गिराए जा रहे हैं इसी सिलसिले को जारी रखते हुए बुधवार को लखनऊ में पूर्व सांसद दाऊद अहमद की वजीरगंज के नवीउल्ला रोड स्थित इमारत में अवैध रूप से बने पांचवी मंजिल के निर्माण को गिराया गया। लखनऊ विकास प्राधिकरण की तरह से ये कार्यवाही की गयी, कार्यवाही के समय भारी पुलिस बल तैनात रहा।

बीते दिनों कमिश्नरेट पुलिस ने असामाजिक तत्वों के घर में मौजूद होने की सूचना पर बसपा के पूर्व सांसद दाउद अहमद के गोलागंज और रिवर बैंक कॉलोनी आवास पर  आधी रात छापा मारा था ।इस दौरान पुलिस ने पूर्व सांसद के घर की तलाशी भी ली। तसल्ली न मिलने पर पुलिस पूर्व सांसद को वजीरगंज थाने ले गई थी  और तीन घंटे बैठाए रखने के बाद चेतावनी देकर छोड़ दिया था ।

पूर्व सांसद दाऊद अहमद कभी बसपा के बड़े नेता माने जाते थे वर्तमान में दाउद अहमद बसपा में नहीं है। शाहाबाद से सांसद और हरदोई की पिहानी विधानसभा सीट से विधायक रहे दाउद अहमद पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने का आरोप लगा था। इसके बाद उन्हें बसपा से निकाल दिया गया था। फिलहाल वो समाजवादी पार्टी के नेता हैं।

 

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की कुलपति को क्यों चुभने लगी अजान की आवाज

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अतीक खान 

 

फज्र की अजान इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की कुलपति संगीता श्रीवास्तव की नींद में खलल डाल रही है. इस कदर कि अजान से सिरदर्दी के कारण वह ठीक से कामकाज भी नहीं कर पातीं. हर रोज सुबह 5:30 बजे उनकी नींद टूट जाती है. इसलिए प्रयागराज के जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्‍वामी को पत्र लिखकर उन्होंने इस पर रोक लगाने की मांग की है.

यहां ये ध्यान देना जरूरी है कि संगीता श्रीवास्तव कोई पहला किरदार नहीं हैं, जिन्हें अजान की आवाज चुभी है. इससे पहले सिंगर सोनू निगम भी अजान से व्यथित हो चुके है. राजनीतिक स्तर पर अक्सर ऐसी बयानबाजी और विवाद खड़े होते रहे हैं.

लेकिन, दोबारा अजान का मुद्​दा ऐसे समय उठा है, जब कुरान के खिलाफ वसीम रिजवी की बयानबाजी पर पहले से विवाद बना है. वसीम ने 26 आयतों को कट्टरपंथ-आतंकवाद को बढ़ावा देने का दावा करते हुए सुप्रीमकोर्ट में एक याचिका दायर कर रखी है, जिसमें ये आयतें हटाने की मांग की है. हालांकि भाजपा ने साफ कर दिया है कि पार्टी किसी धार्मिक ग्रंथ में बदलाव के खिलाफ है. और इस कदम की कड़ी निंदा करती है.


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संगीता श्रीवास्तव ने डीएम को जो पत्र लिखा है. उसमें ये भी लिखा है कि रमजान में सहरी के लिए भोर में 4 बजे से ही मस्जिदों से ऐलान होने लगते हैं. ये भी लोगों को परेशान करती है. संगीता ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के अफजाल अंसारी बनाम यूपी सरकार केस का हवाला दिया है. ये साफ करते हुए कि मैं किसी धर्म के खिलाफ नहीं हूं. अजान बिना माइक के भी दी जा सकती है.

चूंकि आगे रमजान आ रहे हैं. इसमें कोई डेढ़ महीने का वक्त बाकी है. इसलिए केवल अजान ही नहीं बल्कि अब सहरी में होने वाले ऐलान को बंद कराने की आवाज उठी है. किसी शख्स के लिए ये उसकी निजी स्वतंत्रा का मुद्​दा जरूर है. जैसा कि संगीता ने अपने पत्र में कोट किया है कि जहां से किसी के खर्राटे शुरू होते हैं वहां से दूसरी की आजादी खत्म हो जाती है.

बहराहाल, कुरान, अजान और फिर रमजान में तराबीह-इन मुद्​दों पर विवाद को लगातार हवा मिलती रह सकती है.

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प्रधानमंत्री की मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की मायावती ने की सराहना, फ्री कोरोना वैक्सीन की मांग

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लखनऊ ।बहुजन समाज पार्टी  की राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कोरोना वायरस के दोबारा बढ़ने के खतरे को लेकर चिंता जताई वही बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर आगे की रणनीति पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाने के कदम का स्वागत किया है। उन्होंने एक बार फिर दोहराया है कि केंद्र और राज्य सरकारें गरीबों और मध्यम वर्गीय परिवारों को कोरोना वैक्सीन की व्यवस्था मुफ्त में कराएं।

बसपा सुप्रीमो मायावती ने बुधवार को ट्वीट  कर देश में कोरोना के दोबारा बढ़ने के खतरे पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि ” देेश में घातक कोरोना प्रकोप के दोबारा बढ़ने के खतरे के मद्देनजर पीएम श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आज सभी मुख्यमंत्रियों की बुलाई गई बैठक सही व स्वागतोग्य। वैसे देश में कोरोना टीकाकरण के अभियान को राष्ट्रीय नीति के तहत केन्द्र व राज्य सरकारें इसे और तेज व सुगम बनाएं तो बेहतर। साथ ही, कोरोना प्रकोप के कारण देश की आमजनता को होने वाली विभिन्न प्रकार की मुश्किलों व परेशानियों आदि को देखते हुए केन्द्र व राज्य सरकारों से खासकर गरीबों, मेहनतकश लोगों व मध्यमवर्गीय परिवारों को फ्री में कोरोना वैक्सीन की व्यवस्था करने की पुनः बीएसपी की अपील। “

विधायक ने प्रियंका से कहा, ऐसा आपके के साथ हुआ होता तो होता अहसास।

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लखनऊ । मुख्तार अंसारी को लेकर जहां उत्तर प्रदेश सरकार और पंजाब सरकार के बीच विवाद की स्थिति बनी हुई है तो स्वर्गीय विधायक कृष्णानंद राय की पत्नी अलका राय कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को लगातार पत्र लिख रही हैै। विधायक अलका राय ने प्रियंका गांधी वाड्रा को एक और मार्मिक पत्र लिखा है इसके पहले भी अलका राय ने प्रियंका गांधी को कई पत्र लिखे जिसमे उन्होंने मुख्तार को उत्तर प्रदेश भेजने का आग्रह किया था।

पंजाब के जेल और सहकारिता मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा के लखनऊ आने के बाद लगातार यह चर्चाएं हो रही है की जेल मंत्री मुख्तार के लोगों से मुलाकात करने आए थे जिसकी सोशल मीडिया पर लगातार फोटो वायरल हो रही है। वही अब स्वर्गीय विधायक कृष्णानंद राय की पत्नी अलका राय ने जेल मंत्री की बात करते हुए प्रियंका गांधी को एक पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने लिखा है कि माफिया मुख्तार अंसारी जेल संरक्षण में राज्य अतिथि बना हुआ है और पंजाब सरकार के जेल मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा माफिया मुख्तार अंसारी के मेहमान बन कर उसके गुर्गों के साथ उत्तर प्रदेश में गुपचुप यात्राएं करते है ।

अलका राय ने महिला होने का हवाला देते हुए प्रियंका गांधी से उनका दर्द समझने की गुजारिश की अलका राय ने लिखा कि ” मैं एक विधवा हूं ,मुझे लगता था कि महिला होने के नाते आप मेरे दर्द को समझेंगी,लेकिन आपने ना तो मेरे किसी भी चिट्ठी का जवाब दिया, बल्कि इसके उलट मुख्तार अंसारी को बचाने के लिए लाखों रुपए के वकील सुप्रीम कोर्ट में जरूर खड़े कर दिए। मेरे साथ जो हुआ या जो घटित हो रहा है अगर आपके साथ हुआ होता तो आपको मेरे दर्द का एहसास होता।”

अलका राय यहीं नहीं रुकी उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि आपके और आपकी पार्टी के अगाध माफिया प्रेम का उदाहरण सबके सामने है, जिसमें आप और आपकी कांग्रेस पार्टी के शासित पंजाब सरकार एक ओर तो मुख्तार अंसारी को बचा रहे हैं ,और दूसरी तरफ पंजाब सरकार के जेल मंत्री मुख्तार के शरण में उत्तर प्रदेश घूम रहे हैं इसलिए अब मुझे अपने और अपने परिवार के जान का खतरा महसूस हो रहा है ।वही अलका राय ने ये उम्मीद भी जताई कि प्रियंका गांधी पत्र का जवाब देंगी और कोई ठोस कार्रवाई करेंगी।

कुरान में कोई फेरबदल नहीं हो सकता, असामाजिक तत्व है वसीम रिजवी : भाजपा

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अतीक खान 

 

कुरान शरीफ से 26 आयतें हटाने की, सुप्रीमकोर्ट में याचिका लगाने वाला वसीम रिजवी शिया वक्फ बोर्ड में गबन का आरोपी है. उसके खिलाफ सीबीआइ जांच बैठी है. आरोप है कि वक्फ के घोटालों पर सजा से बचाव के लिए वो कुरान के खिलाफ गया है. लेकिन उसकी ये करतूत भी विफल दिख रही है. इसलिए क्योंकि भाजपा ने वसीम रिजवी को असामाजिक तत्व बताते हुए साफ किया है कि पार्टी कुरान समेत किसी भी धार्मिक ग्रंथ में बदलाव या उसके अपमान के खिलाफ है. (Quran BJP Wasim Rizvi )

भाजपा प्रवक्ता और यूपी से राज्यसभा सांसद जफर इस्लाम ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में कहा कि ‘वसीम रिजवी एंटी सोशल एलिमेंट (असामाजिक तत्व) है. वह समाज में तकरार पैदा करना चाहता है. उसने खुद शिया वक्फ बोर्ड की संपत्ति में कई गबन किए हैं. मुझे लगता है कि सुप्रीमकोर्ट स्वयं इस पर संज्ञान लेगी कि जो बात वसीम रिजवी ने कही है. उसमें कोई सच्चाई नहीं है.’

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लखनऊ के बड़ा इमामबाड़ा में वसीम रिजवी पर एनएसए के तहत कार्रवाई की मांग को जुटी भीड़. इसमें शिया धर्म गुरु कल्बे जव्वाद समेत अन्य शामिल रहे. फाइल फोटो.

उन्‍होंने कहा क‍ि ‘कुरान एक मुकद्​दस किताब है. इस देश नहीं, बल्कि दुनिया भर के मुसलमानों की इसमें आस्था और यकीदा है. सब जानते हैं कि इसमें कोई फेरबदल नहीं हो सकता है. फिर भी अगर कोई असामाजिक तत्व ऐसी बातें करता है, तो उसका कोई महत्व नहीं है.’

वहीं, भाजपा प्रवक्ता और बिहार सरकार में मंत्री शाहनवाज हुसैन कुरान समाचार एजेंसी पीटीआइ से कहा कि, ‘भाजपा किसी भी धार्मिक ग्रंथ में बदलाव के खिलाफ है. साथ ही पार्टी ऐसे लोगों के भी खिलाफ खड़ी है, जो किसी धर्म का अपमान करते हैं.’ भाजपा का ये बयान वसीम रिजवी के मुंह पर तमाचा माना जा रहा है.

क्योंकि वसीम रिजवी आए दिन ऐसी विवादित बयानबाजी करता रहता है, जिससे समाज में नफरतें बढ़ें. ऐसा वो राजनीत‍ि‍क लालच में ही करता है. Quran BJP Wasim Rizvi

भाजपा के एक नेता बताते हैं कि वसीम रिजवी दोबारा से बोर्ड में जगह पाने को बेताब रहा है. चूंकि उसकी हरकतों का काला चिट्ठा सामने आ चुका था, इसलिए सीबीआइ जांच बैठ गई.

वसीम रिजवी शिया समुदाय से ताल्लुक रखता है. लेकिन कुरान के खिलाफ जाते ही पूरा समाज उसके विरुद्ध खड़ा हो गया है. यहां तक कि उसे शिया समाज से बहिष्कृत भी कर दिया गया है. और परिवार तक ने नाता तोड़ ल‍िया है.

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लखनऊ के बड़ा इमामबाड़ा में वसीम रिजवी पर एनएसए के तहत कार्रवाई की मांग को जुटी भीड़. इसमें शिया धर्म गुरु कल्बे जव्वाद समेत अन्य शामिल रहे. फाइल फोटो.

शिया-सुन्नी, बरेलवी, देवबंदी समेत पूरा मुस्लिम समाज कुरान के मुद्​दे पर एकमत खड़ा है. और वसीम के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठा रहा है. इसी कड़ी में सोमवार को बरेली के कोतवाली थाने में वसीम रिजवी के खेल मुकदमा दर्ज हो चुका है. और उसे कई लीगल नोटिस भी भेजे गए हैं.

व‍िवाद पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने भी संज्ञान ल‍िया है और वसीम रिजवी के बयान की कड़ी निंदा करते हुए 21 दिन में बिना शर्त माफी मांगने का नोट‍िस जारी क‍िया है. साफ कहा है क‍ि माफी न मांगने की सूरत में आयोग सुनवाई प्रारंभ कर कानूनी कार्रवाई करेगा. (Quran BJP Wasim Rizvi )

वसीम रिजवी ने पिछले दिनों सुप्रीमकोर्ट में एक याचिका लगाई है, जिसमें कहा है कि कुरान की 26 आयतें कट्टरपंथ और आतंकवाद को बढ़ावा देती हैं. एक न्यूज चैनल पर उसने अपने बयान में भी यही दोहराया है. जिसमें कहा है कि खलीफा ने कुरान में संशोधन किया है. जबकि धर्मगुरुओं का कहना है कि कुरान में आज तक एक नुक्ता भी नहीं बदला गया है.

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बीजेपी ने अपने लोकसभा सांसदों के लिए जारी की व्हिप,सोशल मीडिया में आयी ज्ञान की बाढ़।

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लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी ने अपने लोकसभा सांसदों को व्हिप जारी करके बुधवार को सदन में उपस्थित रहने और सरकार के रुख़ का समर्थन करने के लिए कहा है।

पार्टी ने अपने लोकसभा सांसदों को थ्री लाइन व्हिप जारी किया है यानी सांसदों को हर हाल में सदन में उपस्थित रहकर पार्टी के रुख़ का समर्थन करना होगा ।इसका उल्लंघन करने वाले सांसद को सदस्यता तक गंवानी पड़ सकती है। बहरहाल कल कुछ भी हो लेकिन सोशल मीडिया पर तमाम बातों का जिक्र हो रहा है भाजपा के व्हिप जारी करने के साथ ही सोशल मीडिया में चर्चाओ की जैसे बाढ़ आ गई हो कोई समान नागरिक संहिता तो कोई जनसंख्या नियंत्रण कानून की बात कर रहा है ।

अब यह तो कल ही पता चलेगा कि संसद में कौन सा बिल पेश होता है लेकिन तब तक के लिए चर्चाएं बहुत सी होनी है।जहां देश के पांच राज्यों में चुनाव हैं ऐसे में किसी ऐसे बिल की उम्मीद नहीं की जा सकती जो विशेष तौर से वोटो को प्रभावित करें अब देखना यह होगा कि कल सरकार कौन सा बिल पेश करती है और व्हिप जारी करने के पीछे का कारण क्या है।

क्या होता है व्हिप

व्हिप का उल्लंघन दल बदल विरोधी अधिनियम के तहत माना जा सकता है और सदस्यता रद्द कर दी जा सकती है।व्हिप 3 तरह के होते हैं- एक लाइन का व्हिप, 2 लाइन का व्हिप और 3 लाइन का व्हिप।

इन तीनों व्हिप में 3 लाइन का व्हिप अहम माना जाता है। इसे कठोर कहा जाता है।इसका इस्तेमाल सदन में अविश्वास प्रस्ताव जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे पर बहस या वोटिंग में किया जाता है। यदि किसी सदस्य ने इसका उल्लंघन किया तो उसकी सदस्यता खत्म होने का भी प्रावधान है।