कुरान में कोई फेरबदल नहीं हो सकता, असामाजिक तत्व है वसीम रिजवी : भाजपा

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Quran BJP Anti Social Element Wasim Rizvi
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता व बिहार सरकार में मंत्री शहनवाज हुसैन व सांसद सैय्यद जफर इस्लाम
अतीक खान 

 

कुरान शरीफ से 26 आयतें हटाने की, सुप्रीमकोर्ट में याचिका लगाने वाला वसीम रिजवी शिया वक्फ बोर्ड में गबन का आरोपी है. उसके खिलाफ सीबीआइ जांच बैठी है. आरोप है कि वक्फ के घोटालों पर सजा से बचाव के लिए वो कुरान के खिलाफ गया है. लेकिन उसकी ये करतूत भी विफल दिख रही है. इसलिए क्योंकि भाजपा ने वसीम रिजवी को असामाजिक तत्व बताते हुए साफ किया है कि पार्टी कुरान समेत किसी भी धार्मिक ग्रंथ में बदलाव या उसके अपमान के खिलाफ है. (Quran BJP Wasim Rizvi )

भाजपा प्रवक्ता और यूपी से राज्यसभा सांसद जफर इस्लाम ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में कहा कि ‘वसीम रिजवी एंटी सोशल एलिमेंट (असामाजिक तत्व) है. वह समाज में तकरार पैदा करना चाहता है. उसने खुद शिया वक्फ बोर्ड की संपत्ति में कई गबन किए हैं. मुझे लगता है कि सुप्रीमकोर्ट स्वयं इस पर संज्ञान लेगी कि जो बात वसीम रिजवी ने कही है. उसमें कोई सच्चाई नहीं है.’

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लखनऊ के बड़ा इमामबाड़ा में वसीम रिजवी पर एनएसए के तहत कार्रवाई की मांग को जुटी भीड़. इसमें शिया धर्म गुरु कल्बे जव्वाद समेत अन्य शामिल रहे. फाइल फोटो.

उन्‍होंने कहा क‍ि ‘कुरान एक मुकद्​दस किताब है. इस देश नहीं, बल्कि दुनिया भर के मुसलमानों की इसमें आस्था और यकीदा है. सब जानते हैं कि इसमें कोई फेरबदल नहीं हो सकता है. फिर भी अगर कोई असामाजिक तत्व ऐसी बातें करता है, तो उसका कोई महत्व नहीं है.’

वहीं, भाजपा प्रवक्ता और बिहार सरकार में मंत्री शाहनवाज हुसैन कुरान समाचार एजेंसी पीटीआइ से कहा कि, ‘भाजपा किसी भी धार्मिक ग्रंथ में बदलाव के खिलाफ है. साथ ही पार्टी ऐसे लोगों के भी खिलाफ खड़ी है, जो किसी धर्म का अपमान करते हैं.’ भाजपा का ये बयान वसीम रिजवी के मुंह पर तमाचा माना जा रहा है.

क्योंकि वसीम रिजवी आए दिन ऐसी विवादित बयानबाजी करता रहता है, जिससे समाज में नफरतें बढ़ें. ऐसा वो राजनीत‍ि‍क लालच में ही करता है. Quran BJP Wasim Rizvi

भाजपा के एक नेता बताते हैं कि वसीम रिजवी दोबारा से बोर्ड में जगह पाने को बेताब रहा है. चूंकि उसकी हरकतों का काला चिट्ठा सामने आ चुका था, इसलिए सीबीआइ जांच बैठ गई.

वसीम रिजवी शिया समुदाय से ताल्लुक रखता है. लेकिन कुरान के खिलाफ जाते ही पूरा समाज उसके विरुद्ध खड़ा हो गया है. यहां तक कि उसे शिया समाज से बहिष्कृत भी कर दिया गया है. और परिवार तक ने नाता तोड़ ल‍िया है.

इसे भी पढ़ें : कुरान के खिलाफ आवाज उठाने वाले वसीम रिजवी पर बरेली में केस दर्ज

लखनऊ के बड़ा इमामबाड़ा में वसीम रिजवी पर एनएसए के तहत कार्रवाई की मांग को जुटी भीड़. इसमें शिया धर्म गुरु कल्बे जव्वाद समेत अन्य शामिल रहे. फाइल फोटो.

शिया-सुन्नी, बरेलवी, देवबंदी समेत पूरा मुस्लिम समाज कुरान के मुद्​दे पर एकमत खड़ा है. और वसीम के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठा रहा है. इसी कड़ी में सोमवार को बरेली के कोतवाली थाने में वसीम रिजवी के खेल मुकदमा दर्ज हो चुका है. और उसे कई लीगल नोटिस भी भेजे गए हैं.

व‍िवाद पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने भी संज्ञान ल‍िया है और वसीम रिजवी के बयान की कड़ी निंदा करते हुए 21 दिन में बिना शर्त माफी मांगने का नोट‍िस जारी क‍िया है. साफ कहा है क‍ि माफी न मांगने की सूरत में आयोग सुनवाई प्रारंभ कर कानूनी कार्रवाई करेगा. (Quran BJP Wasim Rizvi )

वसीम रिजवी ने पिछले दिनों सुप्रीमकोर्ट में एक याचिका लगाई है, जिसमें कहा है कि कुरान की 26 आयतें कट्टरपंथ और आतंकवाद को बढ़ावा देती हैं. एक न्यूज चैनल पर उसने अपने बयान में भी यही दोहराया है. जिसमें कहा है कि खलीफा ने कुरान में संशोधन किया है. जबकि धर्मगुरुओं का कहना है कि कुरान में आज तक एक नुक्ता भी नहीं बदला गया है.

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