#CoronaNewVariant : क्यों डेल्टा प्लस वेरिएंट से डरी दुनिया ?

0
382

द लीडर हिंदी, लखनऊ। दुनिया के साथ भारत देश ने कोरोना की दूसरी लहर पर तो काबू पा लिया है. लेकिन अब दुनिया कोरोना के नए रूप डेल्टा वेरिएंट से डरी हुई है. ये वेरिएंट बेहद खतरनाक माना जा रहा है. इसके साथ ही इस वेरिएंट से तीसरी लहर आने की भी आशंका जताई जा रही है.

यह भी पढ़े: जेल से बाहर आएंगे हरियाणा के पूर्व सीएम ओपी चौटाला, पढ़िए पूरी खबर

डेल्टा प्लस वेरिएंट से डरी दुनिया

दूसरी लहर ने देश दुनिया को काफी नुकसान पहुंचाया है. दूसरी लहर में मानो पूरी दुनिया सिमट गई. लेकिन अब तीसरी लहर और कोरोना के नए वेरिएंट लगातार सामने आ रहे है. जो बेहद डरावने है.

कोरोना ने हालात बिगाड़े

जब से देश में कोरोना महामारी आई है तब से देश के हालात बेहद खराब हो गए है. इसके साथ ही देश की अर्थव्यवस्था पर की कोरोना की मार पड़ी है. कई लोगों की नौकरियां छीन गई. कई लोगों ने बीमारी के चलते जान गंवा दी.

यह भी पढ़े:  पंजाब कांग्रेस में घमासान, केंद्रीय आलाकमान से बिना मिले चंडीगढ़ लौटे कैप्टन अमरिंदर

डेल्टा प्लस वेरिएंट बेहद खतरनाक

अब जैसे-जैसे देश कोरोना की दूसरी से उबर रहा है तो डेल्टा प्लस वेरिएंट मुश्किल बढ़ा रहा है. भारत देश में डेल्टा के 40 मामले सामने आए है. लेकिन ये वेरिएंट काफी खतरनाक माना जा रहा है. आपको पहले बता दें कि, आखिर डेल्टा प्लस वेरिएंट है क्या. इसके लक्षण क्या है. और क्यों इससे दुनिया डरी हुई है.

क्या है कोरोना डेल्टा प्लस वैरिएंट ?

  • भारत में मिले कोरोनावायरस के डबल म्यूटेंट स्ट्रेन B.1.617.2 को ही विश्व स्वास्थ्य संगठन ने डेल्टा नाम दिया है. B.1.617.2 में एक और म्यूटेशन K417N हुआ है, जो इससे पहले कोरोनावायरस के बीटा और गामा वैरिएंट्स में भी मिला था. नए म्यूटेशन के बाद बने वैरिएंट को डेल्टा+ वैरिएंट या AY.1 या B.1.617.2.1 कहा जा रहा है.
  • K417N म्यूटेशन वाले यह वैरिएंट्स ओरिजिनल वायरस से अधिक इंफेक्शियस हैं। वैक्सीन व दवाओं के असर को कमजोर कर सकते हैं. दरअसल, B.1.617 लाइनेज से ही डेल्टा वैरिएंट (B.1.617.2) निकला है. इसी लाइनेज के दो और वैरिएंट्स हैं- B.1.617.1 और B.1.617.3, जिनमें B.1.617.1 को WHO ने वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट (VOI) की लिस्ट में रखा है और कप्पा नाम दिया है.

यह भी पढ़े:  गलवान के बाद चीन को एहसास हुआ, उन्हें बेहतर ट्रेनिंग की ज़रूरत है: जनरल बिपिन रावत

डेल्टा प्लस वैरिएंट के लक्षण

  • डेल्टा प्लस वैरिएंट के सामान्य लक्षणों में- सूखी खांसी, बिखार और थकान शामिल हैं.
  • डेल्टा प्लस वैरिएंट में सीने में दर्द, सांस फूलना या सांस लेने में तकलीफ और बात करने में तकलीफ हो सकती है.
  • WHO के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कुछ सामान्य लक्षण बताए हैं, जिनमें त्वचा पर चकत्ते, पैर की उंगलियों के रंग में बदलाव होना, गले में खराश, स्वाद और गंध की हानि, दस्त और सिरदर्द शामिल है.

डेल्टा वेरिएंट से आ सकती है तीसरी लहर 

अमेरिका के सबसे बड़े महामारी एक्सपर्ट एंथनी फौची ने चेतावनी दी है कि, डेल्टा वेरिएंट से तीसरी लहर आ सकती है. उनका कहना है कि, कोरोना के ओरिजिनल वैरिएंट के मुकाबले डेल्टा वेरिएंट काफी तेजी से फैलता है. इससे बीमारी की गंभीरता भी बढ़ जाती है.

यह भी पढ़े:  देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 50 हजार से ज्यादा नए मामले, 1358 की मौत

वैक्सीनेशन पर फोकस करने की जरूरत

फौची का ये भी कहना है कि, फाइजर समेत जिन कंपनियों की वैक्सीन अमेरिका में लगाई जा रही हैं, वे कोरोना के नए वैरिएंट पर असरदार हैं. हमारे पास संक्रमण रोकने के तरीके हैं, इन्हें इस्तेमाल करना चाहिए. यानी कि जल्द से जल्द वैक्सीनेशन का टार्गेट पूरा करना चाहिए.

डेल्टा प्लस वेरिएंट से सतर्क रहने की सलाह

हेल्थ मिनिस्ट्री के मुताबिक, भारतीय SARS-CoV-2 जीनोमिक कंसोर्टिया के हालिया निष्कर्षों के आधार पर महाराष्ट्र, केरल और मध्य प्रदेश को इस वेरिएंट से सतर्क रहने की सलाह दी गई है. हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि, इससे बहुत ज्यादा चिंतित होने की जरूरत नहीं है.

यह भी पढ़े:  पुर्तगाली फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो को क्यों पसंद करते हैं मुसलमान, ये हैं तीन वजह

वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट की श्रेणी में डेल्टा प्लस

नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी के पॉल ने बताया कि, डेल्टा वेरिएंट दुनिया के 80 देशों में है. भारत में दूसरी लहर को बढ़ाने में इसी वेरिएंट को जिम्मेदार बताया जा रहा है. इसे वेरिएंट ऑफ कंसर्न की श्रेणी में रखा गया है.

इन 9 देशों में मिला डेल्टा प्लस वेरिएंट

डेल्टा प्लस वेरिएंट अभी 9 देशों ब्रिटेन, अमेरिका, जापान, रूस, भारत, पुर्तगाल, स्विटजरलैंड, नेपाल और चीन में मिला है. अभी यह वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट की श्रेणी में है. राज्यों को चिट्ठी लिखकर बताया गया है कि, उन्हें कैसे डेल्टा प्लस वैरिएंट को डील करना है.

यह भी पढ़े:  सावधान ! देश में ‘डेल्टा प्लस’ के 40 मामले दर्ज, बेहद खतरनाक है ये वेरिएंट ?

हम सावधान रहें तो कंट्रोल में हो सकता है कोरोना

डॉ. पॉल कहा कि, ये कोई नहीं जानता कि वायरस कब अपना रूप बदल ले, ये पूर्वानुमान नहीं लगाया जा सकता, लेकिन दुनिया के कई ऐसे देश हैं जहां न तो दूसरी लहर आई और न चौथी. यानी हम सावधान रहें तो हो सकता है कि, यह कंट्रोल में रहे.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here