सऊदी अरब में पहली बार रमजान, हज और उमरा के दौरान ग्रैंड मस्जिद (मस्जिद अल-हरम) में सुरक्षा के लिहाज से महिला सैन्य अधिकारियों को तैनात किया गया है।
अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी के अनुसार, सऊदी सरकार ने मस्जिद अल-हरम में आने वाली महिलाओं की जांच और निगरानी के लिए महिला अधिकारियों को तैनात करने का निर्णय लिया था, जिसे अब लागू कर दिया गया है।
#من_الميدان ، "أمن الحج والعمرة”@security_gov pic.twitter.com/5j93CKcmzl
— وزارة الداخلية (@MOISaudiArabia) April 19, 2021
सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर सऊदी आंतरिक मंत्रालय ने मस्जिद अल-हरम में ड्यूटी करती महिला सुरक्षाकर्मियों की तस्वीरें साझा कीं और कैप्शन में लिखा कि महिला सैन्यकर्मी हज और उमरा के दौरान सुरक्षा नियमों का पालन करा रही हैं।
कोरोना महामारी के दौरान पुरुष कर्मियों के लिए महिलाओं से एसओपी को लागू कराना मुश्किल हो रहा था, इस वजह से महिला कर्मियों को तैनात किया गया है। इसके अलावा वे महिला आगंतुकों की सेहत संंबंधी सुरक्षा को एहतियाती नियमों का पालन कराने के लिए भी तैनात की गई हैं।
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गौरतलब है, सऊदी क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान के नजरिए से महिलाओं को सशक्त बनाने की नीति को राज्य में लागू किया जा रहा है, इसी क्रम में महिलाओं को सुरक्षा क्षेत्र में भी प्रशिक्षित किया जा रहा है।
एक तथ्य यह भी है कि क्राउन प्रिंस सलमान से महिला आंदोलन की रार भी सुर्खियों में रही है। महिला अधिकार कार्यकर्ता लुजैन को इसी वजह से कई साल जेल में बिताने पड़े और उन पर प्रतिबंधों का साया अभी बरकरार है, जिसे उन्होंने चुनौती दी है। लुजैन की बदौलत ही सऊदी अरब की महिलाओं को ड्राइविंग का अधिकार मिल सका।