उत्तराखंड में ब्रेक द चेन के तहत और सख्ती संभव, स्वास्थ्य विभाग ने की सिफारिश
द लीडर देहरादून ।
गर्मियों में ठंडी हवा के लिए उत्तराखंड घूमने का मोह छोड़ ही दें। यहां कुम्भ के लिए आये देश भर में घूमने वाले बाबा लोग और भक्त गण सब चौपट कर गए। कुछ भक्त सरकार की भूमिका और कुछ जोगियों की जिद रही और अब संभल नहीं रहा। 1.o1 करोड़ की आबादी वाले प्रदेश में एक दिन में 5000 के करीब नए केस का मतलब है कि यहां संक्रमण की गति उत्तर प्रदेश से तीन गुना से भी अधिक है। हालात नाजुक जानकर अब प्रदेश में कड़े कदम उठाने की तैयारी हो रही है।यहां हालात बेकाबू दिख रहे हैं। सरकार के दावों पर न जाएं। फिलहाल सरकार का फोकस केवल दून, हरिद्वार, नैनीताल पर ही ज्यादा है।
उत्तराखंड में महाराष्ट्र की तर्ज पर ब्रेक द चेन फार्मूला लागू करने की सिफारिश स्वास्थ्य विभाग ने दी सरकार से कर दी है। इसके तहत कुछ समय तक राज्य में सार्वजनिक गतिविधियों को स्थगित करने का है सुझाव है।
राज्य में एक्टिव केस की संख्या 24 हजार से ज्यादा है और दूसरी लहर में 1953 मौत हो चुकी है।
ये हाल तब है जब पहाड़ी जिलों में कोविड जांच बहुत धीमी है। देहरादून में तीन प्राइवेट संस्थाएं जांच के लिए दो दिन बाद का समय दे रही हैं ।
सरकार के सामने घर लौट रहे प्रवासियों की भी चिंता है। गांवों में न निगरानी की व्यवस्था है और न क्वारंटाइन केंद्र । लौट रहे प्रवासियों की वजह से संक्रमण की चिंता भी बढ़ी है।
कुम्भ से दून लौटे 100 पुलिस जवान संक्रमित
देहरादून में ही 24 मार्च से अब तक 100 पुलिस कर्मियों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है जबकि सभी पुलिसकर्मी कोरोना वैक्सीन की दो डोज ले चुके है। इनमें अधिकतर हरिद्वार कुम्भ ड्यूटी पर तैनात थे। हरिद्वार कुम्भ में गए अन्य पुलिस कर्मियों को एतियातन क़वारेन्टीन किया गया है। डीआईजी नीलेश भरणे ने बताया कि 24 मार्च से अभी तक 100 पुलिस कर्मी कोरोना की चपेट में आ चुके है वही अन्य 99 पुलिस कर्मियों को क़वारेन्टीन किया गया है ।
विश्वविद्यालय ने की परीक्षा रद्द
सभी स्कूल कॉलेजों को उत्तराखंड सरकार द्वारा बंद करने के बाद हेमवती नंदन बहुगुणा यूनिवर्सिटी से जुड़े कॉलेजों में भी कल परीक्षा शुरू करा दी गई। दरअसल सरकार की गाइडलाइन को दरकिनार करते हुए परीक्षा शुरू कर दी गई थी।
मगर जैसे ही परीक्षा का पहला दिन गुजरा तो सरकार के निर्देशों की अवमानना का मामला होने के कारण यह बात उच्चाधिकारियों तक जा पहुंची और हेमवती नंदन बहुगुणा यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा तत्काल तमाम परीक्षाओं पर अगले आदेशों तक स्थगन आदेश जारी कर दिया गया ।
चारयात्रा संकट में
चार धाम यात्रा इस बार भी चौपट होने जा रही है। केदारनाथ यात्रा के लिए पहले प्रति दिन औसतन एक-एक हजार तक हेलीकॉप्टर टिकट बुक हो रहे थे अब एक हफ्ते में सिर्फ 224 टिकट बुक हुए।
पूर्णागिरि में दुकान लगाने वाले व्यापारी घर लौटने लगे हैं। कोरोना की वजह से दो वर्ष से किराया तक नहीं चुका पाए ।
चेतौल पर्व स्थगित
पिथौरागढ़ जिले के बिण ग्राम में आगामी 26 और 27 अप्रैल को होने वाले चैतोल पर्व कोरोना महामारी के चलते इस बार भी नहीं हो पाएगा 22 गांव के प्रतिनिधि लोगों तथा पुजारियों द्वारा एक मेले को लेकर सामूहिक चर्चा की गई सभी की सहमति से देव खली में इसका निर्णय लेने की बात पर चैसर ग्राम स्थित देव खली पर देव आज्ञा से इस बात पर सहमति बनी कि लोक हित में कोरोना संक्रमण परिस्थिति को देखते हुए चैतोल पर्व इस वर्ष भी नहीं मनाया जाएगा।