हवाई जहाजाें से भागे अफगानिस्तानियों के साथ अब ये कर रही ब्रिटेन सरकार

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तालिबान शासन आते ही भाग खड़े होने वाले अफगान शरणार्थियों को पहले तो पश्चिमी देश ढोकर अपने मुल्क ले गए, लेकिन अब उनको सहूलियत देने में पीछे हट रहे हैं। ब्रिटेन के गृह कार्यालय के एक पत्र में शरण लेने वाले वालों को तमाम खर्च का भुगतान खुद करने के लिए कहा गया है, जबकि इससे पहले यह खर्चे अब तक सरकार ही वहन कर रही थी। (UK Government With Afghans)

तालिबान के खौफ से भागे लोग, जिनमें से कुछ ने ब्रिटिश सेना या अधिकारियों के लिए काम किया, कह रहे हैं कि ब्रिटिश सरकार के ताजा कदम से पता चलता है कि उसे अब उनकी “परवाह नहीं” है।

पता चला है कि ब्रिटिश गृह कार्यालय शरण लेने वालों के लिए होटलाें में रहने के बंदोबस्त पर रोजाना 6.36 मिलियन डॉलर खर्च कर रहा है, जो अनुमानित 127 पौंड प्रति व्यक्ति है।

काबुल में ब्रिटिश दूतावास के पूर्व गार्ड 30 वर्षीय फैज मोहम्मद सिद्दीकी अफगानिस्तान से आए ऐसे ही एक शख्स हैं, जो लगभग छह महीने से एक होटल में रह रहे हैं। पिछले साल अगस्त में तालिबान के अफगानिस्तान पर तेजी से कब्जा करने के दौरान वह पत्नी और बेटे के साथ वहां से भागकर आए थे। (UK Government With Afghans)

फैज कहते हैं, “गृह कार्यालय से इस तरह का फैसला होने का मतलब है कि वे यह कहना चाहते हैं कि ‘आगे से हमें आपकी परवाह नहीं है और न हमें आपकी चिंता नहीं है – आपको सबकुछ खुद ही करना है”।

उन्होंने कहा कि वाटफोर्ड में जिस होटल में वह और उनका परिवार रह रहे हैं, वह “साफसुथरा नहीं है” और जो खाना दिया जाता है वह भी “अच्छा नहीं है।”

गृह कार्यालय में अफगानिस्तान पुनर्वास आगमन परियोजना से उन्हें पत्र मिला है: “अब तक, आपके यूनिवर्सल क्रेडिट भुगतान और ब्रिजिंग होटलों में प्रदान किए जाने वाले आवास और भोजन के अलावा, हमने कुछ अतिरिक्त आइटम भी दिए हैं। (UK Government With Afghans)

“आपको यह सूचित करने के लिए लिख रहे हैं कि 11 फरवरी से हम अब उन अतिरिक्त वस्तुओं को मुहैया नहीं कराएंगे और आपको अपने यूनिवर्सल क्रेडिट भुगतानों का इस्तेमाल करके इन्हें अपने लिए खरीदना होगा।”

पत्र के अनुसार, शरण लेने वालों को अभी “मुख्य भोजन” मिलना जारी रहेगा, जिसमें “बेबी फ़ूड और बेबी मिल्क” भी शामिल है, लेकिन अब उन्हें “मानार्थ स्नैक्स, टॉयलेटरीज़ (मूल टॉयलेटरीज़ से अलग) या ओवर-द-काउंटर दवा नहीं मिलेगी।”

पत्र में कहा गया है: “आपको नियुक्तियों के लिए अपने परिवहन या टैक्सी किराए का भुगतान खुद करना होगा,” गृह कार्यालय उन लोगों की मदद करेगा, जो काम खोजकर अपने पैरों पर खड़े होने की कोशिश कर रहे हैं।

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गृह कार्यालय के एक प्रवक्ता ने कहा, “सभी होटल में रहने वाले शरणार्थियों को पूरी तरह से सुसज्जित आवास देना जारी है, जिसमें एक दिन में तीन समय भोजन, पीने का पानी, बुनियादी प्रसाधन शामिल हैं।”

गृह कार्यालय ने इस सप्ताह गृह मामलों की समिति को बताया कि 25000 शरणार्थी, जिनमें 12000 अफगानी हैं, ब्रिटेन के होटलों में ठहरे हुए हैं।

संसद सत्र में सांसदों को बताया गया कि यूके सरकार इस “उम्मीद” पर कायम थी कि वह लागत प्रबंधन पर संशोधित तरीका खोज सकती है। (UK Government With Afghans)

इस बीच आवास देने की मौजूदा नीति पर गृह सचिव प्रीति पटेल ने कहा, “हम लोगों को होटलों में नहीं रखना चाहते।”

उन्होंने कहा कि सरकार और स्थानीय अधिकारी अफगान शरणार्थियों को ज्यादा उपयुक्त स्थायी आवास में स्थानांतरित करने के लिए “मशक्कत” करते रहे हैं, लेकिन ऐसा करने के लिए बुनियादी ढांचा “अपर्याप्त” है।


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