द लीडर : 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर रैली के संबंध में दिल्ली पुलिस (Delhi Police ) के संयुक्त पुलिस आयुक्त एसएस यादव सिंघु बॉर्डर के पास एक रिजॉर्ट पहुंच गए हैं. यहां आंदोलनकारी किसान नेता और पुलिस अधिकारियों के बीच बातचीत होगी.
तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान पिछले 57 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं. उनकी मांग है कि तीनों कानूनों को रद किया जाए. इसको लेकर किसान संगठन और सरकार के बीच 10 दौर की बातचीत हो चुकी है. इसी बीच किसानों ने 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड का आह्वान कर रखा है.
दिल्ली: ट्रैक्टर रैली को लेकर किसानों से बात करने के लिए दिल्ली पुलिस के ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर एस.एस. यादव सिंघु बॉर्डर के पास एक रिजॉर्ट पहुंचे। pic.twitter.com/NX1ES4utAS
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 21, 2021
ट्रैक्टर परेड का मामला सुप्रीमकोर्ट तक पहुंचा. जिस पर कोर्ट ने स्पष्ट किया कि ये कानून व्यवस्था से जुड़ा मामला है. पुलिस खुद फैसला करे. इसी को लेकर दिल्ली पुलिस किसानों से संवाद के लिए आगे आई है.
दूसरी तरफ सिंघु बॉर्डर, टीकरी बॉर्डर और यूपी गेट पर किसानों का धरना-प्रदर्शन जारी है. गुरुवार को भी किसानों ने प्रदर्शन किया और कानूनों को वापस लेने की मांग दोहराई.
कृषि कानूनों को 2 साल तक होल्ड पर रखने को राजी मोदी सरकार, किसान बोले-आपस में बात करके देंगे जवाब
बुधवार को हुई बैठक में सरकार ने किसानों को एक प्रस्ताव दिया था कि वे चाहें तो कानूनों को डेढ़ से दो साल तक के लिए होल्ड पर रखवा सकते हैं. इस पर किसानों का तर्क है कि सरकार कानूनों को होल्ड पर न रखकर पूरी तरह से रद करे. क्योंकि पश्चिमी देशों में पहले ये कानून लागू हो चुके हैं, जहां फेल साबित हुए.