Thursday, October 17, 2024
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नौकरी गंवाकर मिडिल क्लास अपनी नई पहचान से खुश : रवीश कुमार

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2019 में अगर 100 लोग वेतनभोगी थे यानी जिन्हें नियमित सैलरी मिलती थी, उनमें से 21 लोगों की नौकरी 2020 में चली गई है. 2016 से ही यह संख्या कम होने लगी थी लेकिन 2020 में तेज़ी से गिरावट देखी गई है. जिनकी नौकरी नहीं गई है उनकी सैलरी या तो नहीं बढ़ी है या कम बढ़ी है. लेकिन समाजशास्त्री और अर्थशास्त्री यह नहीं देख पा रहे हैं कि मध्यम वर्ग ख़ुश कितना है। क्यों ख़ुश है? क्योंकि उसकी व्हाट्स एप यूनिवर्सिटी में धार्मिक कट्टरता और पाखंड की सामग्री की सप्लाई काफ़ी बढ़ी है. (Ravish New Job Middle Class)

नौकरी और सैलरी गंवा कर मिडिल क्लास अपनी इस नई पहचान से ज़्यादा खुश है. इसलिए किसी भी सवाल को लेकर आंदोलन होता है तो गोदी मीडिया और सरकार दोनों मिल कर धार्मिक रूपकों से भरे संदेशों और सूचनाओं की सप्लाई बढ़ा देते हैं.

डेटा देखें तो बिल्कुल सही बात है कि मिडिल क्लास नौकरी और सैलरी से वंचित हुआ है लेकिन यह भी उतनी ही सही बात है कि जड़ता और नफ़रत आधारित धार्मिक पहचान से लबालब वह गदगद रहने लगा है. इतना कि अगर किसी मैनेजर को नौकरी से निकाले जाने के वक्त विदाई पत्र के साथ नेहरू के मुसलमान होने वाले मीम के दो चार पोस्टर फ़्रेम करा कर दिए जाएं तो वह मिठाई ख़रीद कर घर जाएगा. शाम को सपरिवार गोदी मीडिया पर सांप्रदायिक डिबेट देखेगा. लोगों को बताएगा कि नौकरी चली गई लेकिन मुझे नेहरू के मुसलमान वाला स्पेशल मीम भी मिला है.

मेरी राय में अर्थशास्त्रियों को अब इसका सर्वे करना चाहिए कि मिडिल क्लास कैसे भौतिकवादी क्लास नहीं रहा. उसे नौकरी नहीं चाहिये लेकिन अगर उसे व्हाट्स यूनिवर्सिटी में गुड मार्निंग मैसेज से लेकर नेहरू के मुसलमान या कोरोना को तब्लीग के बहाने मुसलमान से जोड़ने वाले पोस्टर या मीम दिए जाएं तो ज़्यादा खुश रहता है. मेरी राय में मोदी जी को प्रधानमंत्री व्हाट्स एप मैसेज योजना लाँच करनी चाहिए जिसके तहत मिडिल क्लास और सभी क्लास को एक जगह से मैसेज सप्लाई होगी. मेरा मानना है कि मैसेज के बदले में लोग अपनी बाकी सैलरी भी दान कर देंगे.

 

(ये लेख वरिष्ठ पत्रकार और एंकर रवीश कुमार के फेसबुक पेज पर प्रकाशित हुआ है.)

शिवसैनिकों ने ईडी दफ्तर पर लगाया भाजपा प्रदेश कार्यालय का बैनर

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मुंबई : महाराष्ट्र में भाजपा (BJP) और उसके पूर्व सहयोगी दल शिवसेना (ShivSena) के बीच सियासी जंग जारी है. दोनों दल एक-दूसरे पर वार का कोई मौक नहीं छोड़ रहे हैं. इस बीच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शिवसेना नेता संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत को पूछताछ के लिए हाजिर होने का नोटिस जारी कर दिया. शिवसेना ने ईडी की इस कार्यवाही को राजनीतिक वजह बताया है. इतना ही नहीं, नोटिस से नाराज शिवसैनिकों ने ईडी के दक्षिण मुंबई स्थित कार्यालय पर भाजपा प्रदेश कार्यालय का बैनर टांग दिया है.

सोमवार को संजय राउत ने प्रेस कांफ्रेंस की. इसमें उन्होंने भाजपा पर तीखा हमला बोला. केंद्र सरकार को चेताते हुए कहा कि, ‘ईडी सरकार के इशारे पर कार्यवाही कर रही है. पर वो ऐसी चीजों से डरने वाले नहीं हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा मुझसे पंगा न ले. मैं शिवसैनिक हूं. मेरे पास भाजपा की फाइल है, जिसमें 121 लोगों के नाम हैं. जल्द ही इसे ईडी को दूंगा. इतने नाम हैं, जिन पर ईडी को पांच साल तक काम करना पड़ेगा. उन्होंने फिर दोहराया कि ईडी की कार्यवाही राजनीति से प्रेरित है. उसने दस साल पुराना केस निकाला है.

फोटो, साभार सोशल मीडिया

महाराष्ट्र में एनडीए से अलग होकर शिवसेना कांग्रेस और एनसीपी के साथ सरकार चला रही है. इस सरकार के गठन से लेकर अब तक राजनीतिक उठापठक चल रही है. पिछले दिनों अभिनेता सुशांत सिंह की मौत मामले पर भी शिवसेना और भाजपा के बीच तकरार हुई थी.


अयोध्या में छात्रसंघ चुनाव की मांग उठाने वाले छात्रों पर देशद्रोह का मामला दर्ज


 

रहाणे के दम से मेलबर्न टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया बेदम

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By Waseem Akhtar

द लीडर, अजिंक्य रहाणे की शतकीय पारी की बदौलत भारत ने मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में ऑस्ट्रेलिया को बैकफुट पर ला दिया है. पहली पारी में 131 की रन की बढ़त लेने के बाद ऑस्ट्रेलिया के छह विकेट 133 रन पर ही गिर गए. तीन दिन के खेल को देखते हुए भारत अब जीत से ज्यादा दूर नहीं दिखाई दे रहा है. गेंदबाजों का प्रदर्शन चौथे दिन भी ऐसा ही रहा तो टेस्ट सीरिज में भारत बराबरी कर सकता है. (Rahane Australia Melbourne Test)

ऑस्ट्रेलिया की ओपन‍िंंग जोड़ी को दूसरी पारी में भी उमेश यादव ने ज्यादा देर क्रीज पर टिकने नहीं दिया. बर्न्स, उमेश का पहला शिकार बने. उन्हें विकेट कीपर ऋषभ पंत ने लपक लिया. मैथ्यु वेड का विकेट रविंद्र जडेजा को मिला. वह एलबीडब्ल्यू हुए. पहली पारी में अच्छा प्रदर्शन करने वाले मार्नस लाबुशन भी 28 रन बनाकर चलते बने। उन्हें और अश्विन की गेंद पर कप्तान रहाणे ने लपका.

पहली पारी में शून्य पर आउट होने वाले स्टीवन स्मिथ को जसप्रीत बुमराह ने बोल्ड कर दिया. वह महज आठ रन ही अपने खाते में जोड़ सके थे. ट्रैविड हेड को मुहम्मद सिराज ने मयंक अग्रवाल के हाथों कैच आउट कराया. कप्तान टिन पेन रविंद्र जडेजा का शिकार बने. विकेट कीपर को कैच थमा बैठे. इससे पहले शतक बनाने वाले कप्तान रहाणे अपने स्कोर में आठ रन जोड़कर आउट हो गए लेकिन तब तक भारत पहली पारी में महत्वपूर्ण बढ़त ले चुका था.


कप्तानी में रहाणे का कमाल, शतकीय पारी से भारत मजबूत


 

जडेजा ने भी शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए 57 रन बनाए. जिस तरह भारत के गेंदबाद प्रदर्शन कर रहे हैं, उसे देखते हुए ऑस्ट्रेलिया पर हार का खतरा मंडरा रहा है. अगर शे, चार बल्लेबाजों में कोई टिक कर नहीं खेल पाता है तो भारत की जीत साफ दिख रही है. भारत दूसरा टेस्ट जीतता है तो वह सीरिज में 1-1 की बराबरी पर आ जाएगा. इसी के साथ टेस्ट सीरिज भी दिलचस्प हो जाएगी. (Rahane Australia Melbourne Test)

तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर ने भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन की प्रशंसा की. नाथन लियोन ने फील्डिंग को लेकर ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों की आलोचन भी की. रहाणे के दो और शुभमन गिल का भी कैच छोड़ दिया गया. नाथन ने कहा-हमने भारत को बढ़त बनाने का मौका दे दिया.

अन्ना की धमकी, किसानों के समर्थन में करूंगा आखिरी भूख हड़ताल

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द लीडर : मशहूर सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे (Anna Hazare)ने किसानों के समर्थन भूखहड़ताल करने की घोषणा की है. द हिंदू की एक रिपोर्ट के मुताबिक अन्ना हजारों ने स्पष्ट किया है कि उनके जीवन की ये आखिरी भूखहड़ताल होगी. सरकार अगर जनवरी के अंत तक कृषि सुधारों को लेकर उनकी मांगों पर गौर नहीं करती है तो वे भूख हड़ताल शुरू कर देंगे. (Anna Hunger Strike Farmers)

बीते 14 दिसंबर को अन्ना हजारे ने कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को एक पत्र लिखा था. इसमें स्वामीनाथ आयोग की सिफारिशें लागू करने की मांग उठाई थी. अन्ना का ये इरादा ऐसे समय सामने आया है, जब दिल्ली की सीमाओं पर पिछले एक महीने से अधिक समय से किसानों का धरना-प्रदर्शन जारी है. देशभर से जुटे किसान केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन नये कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं. कड़ाके की सर्दी के बावजूद किसान मैदान में डटे हैं.


किसान आंदोलन में विद्युत संशोधन विधेयक भी निशाने पर क्यों है


 

कांग्रेस के स्थापना दिवस से पहले राहुल गांधी विदेश रवाना, भाजपा का तंज

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द लीडर : आज कांग्रेस अपना 136वां स्थापना दिवस (Congress Foundation Day)मना रही है. इस खास मौके पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi)समारोह का हिस्सा नहीं बने. इसलिए क्योंकि एक दिन पहले ही वे निजी दौरे पर विदेश रवाना हुए हो गए थे. राहुल की गैरमौजूदगी पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने प्रश्न उठाए हैं. मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया, ‘कांग्रेस इधर अपना 136वां स्थापना दिवस मना रही है और राहुल जी 9, 2, 11 हो गये!’ (Congress Faoundation Day Rahul)

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एके एंटनी ने झंडा फहराया. वहीं, राहुल के विदेश दौरे से जुड़े सवाल को पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी टाल गईं. दरअसल, हाल ही में कांग्रेस की एक बैठक हुई थी. इसमें पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में बदलाव को लेकर मंथन हुआ था. ये संभावना जताई जा रही है कि जल्द ही कांग्रेस के अध्यक्ष पर ताजपोशी हो सकती है.

सच्चाई और समानता के संकल्प को दोहराते हैं

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कांग्रेस के स्थापना दिवस पर एक वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, ‘देशहित की आवाज उठाने के लिए कांग्रेस शुरू से ही प्रतिबद्ध रही है. आज कांग्रेस के स्थापना दिवस पर, हम सच्चाई और समानता के अपने इस संकल्प को दोहराते हैं.’ (Congress Faoundation Day Rahul)


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कप्तानी में रहाणे का कमाल, शतकीय पारी से भारत मजबूत

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द लीडर : ऑस्ट्रेलिया में परिस्थितिवश मिले मौके का अजिंक्य रहाणे ने फायदा उठाया। साबित कर दिया कि उनमें कमाल की नेतृत्व प्रतिभा है. विराट कोहली के पैटर्नल लीव पर चले जाने और रोहित शर्मा के टीम में मौजूद नहीं रहने पर मिली कप्तानी में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया. मैलबर्न टेस्ट के पहले दिन भारतीय पेसर और स्पिनर का सही इस्तेमाल करके ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को खुलकर खेलने से रोक दिया.

जसप्रीत बुमराह, मुहम्मद सिराज और रविंद्रन अश्विन ने बेहतरीन गेंदबाजी की। बुमराह ने चार, अश्विन तीन और स‍िराज ने दो बल्लेबाजों को पवैलियन भेजा। एक विकेट रविंद्र जडेजा को मिला. मैच के दूसरे दिन जब भारत की पारी शुरू हुई तो ओपनर मयंक अग्रवाल सस्ते में ही आउट हो गए. शुभमन गिल अच्छा खेल रहे थे लेकिन अर्धशतक से चूक गए। उन्होंने 45 रन बनाए. पुजारा भी कुछ खास नहीं कर पाए। स्कोर बोर्ड पर उनके नाम 17 रन ही टके थे, वह पैट कमिंस की गेंद पर विकेटकीपर टिम पेन को कैच थमा बैठे। भारतीय टीम के स्कोर में हनुमा विहारी का 21 रन का योगदान रहा।

फोटो, साभार सोशल मीडिया

ऐसे समय बल्लेबाजी के लिए क्रीज पर आए कप्तान रहाणे ने ऑस्ट्रेलिया की पेस बैटरी का सामना मजबूती से किया। ऑस्ट्रेलिया में अपने करियर का दूसरा और टेस्ट क्रिकेट में अपना बारहवां शतक पूरा किया. इसी के साथ रहाणे ने विराट कोहली के उस रिकॉर्ड की भी बराबरी कर ली, जो उन्होंने कप्तान बनने के तौर पर अपने पहले ही मैच में शतक जड़ा था। रहाणे ने कप्तान के रूप में शानदार प्रदर्शन के चयनकर्ताओं के सामने भविष्य के लिए एक मजबूत विकल्प पेश किया है.

उनके साथ ही जडेजा 40 रन बनाकर क्रीज पर डटे हैं. अभी भारत के पांच विकेट शेष हैं. भारतीय टीम पहली पारी के आधार पर 82 रन की बढ़त ले चुकी है. तीसरे दिन भी रहाणे से अच्छे खेल की उम्मीद की जा रही है। अगर भारतीय टीम 150 रन की बढ़त भी ले लेती है तो यह ऑस्ट्रेलिया को बैकफुट पर लाने के लिए काफी होगा।

बुलंदी पर सिराज के सितारे

अपने पहले टेस्ट मैच में युवा तेज गेंदबाज मुहम्मद सिराज ने सभी को प्रभावित किया। इनस्विंग और आउटस्‍व‍िंग दोनों ही तरह की गेंदें डालीं, जिससे उन्हें खेलते हुए ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाद काफी परेशान दिखे। पहले टेस्ट में ही उन्होंने दो विकेट हासिल किए।

मार्नस लाबुशेन को शुभम गिल के हाथों कैच आउट कराकर उनकी शानदार पारी का अंत कर दिया। इसके बाद जिस गेंद पर कैमरोन ग्रीन को एलबीडब्ल्यू आउट किया बेहतरीन इनस्विंगर थी. उनके इस प्रदर्शन की ऑस्ट्रेलिया के पूर्व बल्लेबाज माइकल हसी ने भी दिल खोलकर तारीफ की. उन्होंने ईएसपीएन क्रिकइंफो से कहा-सिराज ने डेब्यू में ऊर्जा के साथ गेंदबाजी की. उनमें कमाल की परिपक्वता झलकी है. उम्मीद दिख रही है, दूसरी इनिंग में सिराज से और अच्छी गेंदबादी देखने को मिलेगी.

अयोध्या में छात्रसंघ चुनाव की मांग उठाने वाले छात्रों पर देशद्रोह का मामला दर्ज

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द लीडर : उत्तर प्रदेश (यूपी) के अयोध्या में छात्रसंघ चुनाव कराने की मांग उठाने वाले छात्रों के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया है. केएस साकेत पीजी कॉलेज के छात्रों पर इल्जाम है कि उन्होंने कैंपस में कथित तौर पर ‘आजादी’ मांगने वाले नारे लगाए हैं. साकेत कॉलेज के प्राचार्य डॉ. नरदेश्वर पांडेय ने ‘द लीडर’ से बातचीत में इन आरोपों की पुष्टि करते हुए कहा कि, ‘जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU)में आजादी के जो नारे लगाए गए थे, वैसी ही नारेबाजी यहां हुई है. इसको लेकर हमने शहर कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई है. ‘ (Students Elections Ayodhya Treason)

अयोध्या राम जन्मभूमि से चंद दूरी पर बने साकेत पीजी कॉलेज की स्थापना वर्ष 1951 में हुई थी. शैक्षिक सत्र 2020-21 के लिए यहां करीब 9000 छात्र एडमिशन ले चुके हैं. प्राचार्य कहते हैं कि, ‘चूंकि अभी एडमिशन प्रक्रिया चल रही है. लॉ में अधिकांश सीटें खाली हैं. इस बीच छात्रसंघ चुनाव की मांग पर अड़ना तर्कसंगत नहीं है. फिर भी छात्रनेताओं ने चुनाव को लेकर जो मांग पत्र दिया था, उसे जिलाधिकारी के पा भेज दिया था.’ (Students Elections Ayodhya Treason)

साकेत कॉलेज कैंपस का फाइल फोटो, साभार : सोशल मीडिया

पिछले साल नहीं हुआ था चुनाव

डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध यूनिवर्सिटी से संबद्ध साकेत कॉलेज में पिछले सत्र में छात्रसंघ चुनाव नहीं हुआ था. इसका कारण बताते हुए प्राचार्य कहते हैं कि चूंकि इसी साल राम जन्मभूमि मामले पर सर्वोच्च न्यायालय का फैसला आया था. कैंपस में सुरक्षाबल ठहरे हुए थे. दूसरी चिंताएं भी थीं. इस कारण चुनाव कराना संभव नहीं हो सका. (Students Elections Ayodhya Treason)

आमरण अनशन पर बैठ गए छात्र

पिछले साल चुनाव न होने और इस बार दिसंबर तक बने असमंजस के बीच छात्रनेता चुनाव की मांग को लेकर धरने पर बैठे गए और बाद में आमरण अनशन शुरू कर दिया. प्राचार्य के मुताबिक ये घटनाक्रम 16 दिसंबर का है. उसी दिन आजादी के नारे लगाए गए थे.


इस क्रांतिकारी ने मुगल बादशाह की भविष्यवाणी को सच साबित कर दिया था


इन धाराओं में दर्ज हुआ मुकदमा

प्राचार्य की लिखित शिकायत पर शहर कोतवाली में छात्र शीश नारायण पांडेय, सुमित तिवारी, इमरान हाशमी, सात्विक पांडेय, मोहित यादव और मनोज मिश्रा के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है. वहीं, छात्रनेताओं ने कॉलेज प्रशासन पर भ्रष्टाचार समेत कई गंभीर आरोप लगाए हैं.

जेएनयू में इसी नारे पर उठा था विवाद

जेएनयू में 2016 में लगाया गया ‘हम लेके रहेंगे आजादी…’ का नारा देशभर में चर्चा का सबब बना था. इसी विवाद मामले में जेएनयू के तत्कालीन छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार, उमर खालिद को गिरफ्तार भी किया गया था.

हरियाणा में 13 किसानों पर हत्या का प्रयास और दंगा फैलाने का मुकदमा

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द लीडर : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का काफिला रोकने वाले 13 किसानों (Farmers) पर हत्या (Murder) की कोशिश और दंगा (Riots) भड़काने का मामला दर्ज किया गया है. निकाय चुनावों का प्रचार करने अंबाला पहुंचे खट्टर को किसानों ने काले झंडे दिखाते हुए विरोध-प्रदर्शन किया था. घटनाक्रम मंगलवार का है. उसी रात को सुरक्षाकर्मियों की शिकायत पर पुलिस ने संगीन धाराओं में वाद दर्ज किया था. (Farmers Murder Rioting Haryana)

किसान केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों (Farm Laws)का विरोध कर रहे हैं. दिल्ली की सीमाओं पर पिछले 29 दिनों से देशभर के हजारों किसान आंदोलनरत हैं. इसमें पंजाब और हरियाणा के किसान सबसे मुखर हैं. बता दें कि पंजाब से किसान जब दिल्ली के लिए कूच कर रहे थे, तो हरियाणा पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए वाटर-कैनन का प्रयोग किया था. सड़कों पर गड्ढे खोद दिए गए और किसानों पर लाठीचार्ज भी किया गया था.

पुलिस की ये कार्रवाई देशभर में आलोचना का सबब बनी थी. बताते हैं कि सीएम खट्टर के काफिले को काले झंडे दिखाना, उसी पुलिसिया कार्रवाई के प्रति विरोध दर्ज कराना था. बहरहाल, इस कार्रवाई से किसानों की मुश्किल थोड़ी बढ़ गई हैं.


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दिल्ली पुलिस ने प्रियंका गांधी को हिरासत में लिया, राहुल बोले-भारत में नहीं लोकतंत्र

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नई दिल्ली : नए कृषि कानूनों (Farm Laws)के खिलाफ कांग्रेस सड़क पर उतर आई है. गुरुवार को दिल्ली पुलिस की रोक के बावजूद कांग्रेस ने मार्च निकाला. इस पर पुलिस ने प्रियंका गांधी समेत अन्य कांग्रेस नेताओं को हिरासत में ले लिया. वहीं, राहुल गांधी के नेतृत्व में चंद नेताओं को राष्ट्रपति से मिलने की इजाजत दी गई. पत्रकारों से बातचीत में राहुल गांधी ने कहा कि डराना, धमकाना और हिरासत में लेना, ये इनका यानी सरकार का काम है. एक सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा कि, ‘किस देश की बात कर रहो हो आप-इंडिया में कोई डेमोक्रेसी नहीं है.’ Priyanka Rahul Democracy India

कृषि कानूनों के विरोध में गुरुवार को कांग्रेस ने राष्ट्रपति भवन तक मार्च प्रस्तावित किया था. सुबह को राहुल गांधी कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे और पार्टी नेताओं के साथ चर्चा की. इस दौरान कांग्रेस ने देशभर के किसानों से कानून के विरोध में कराए गए करीब 1.75 करोड़ हस्ताक्षर पत्र दो मिनी ट्रकों में भरवाए. ये ट्रक भी कांग्रेस दफ्तर के बाहर खड़े थे. इस बीच दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस दफ्तर के बाहर धारा-144 लगा दी.

इसके बाद भी कांग्रेस नेताओं ने कार्यालय के बाहर सड़क पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. इसमें प्रियंका गांधी, शशि थरूर समेत कई सांसद और अन्य नेता शामिल थे. पुलिस ने मार्च को रोक दिया और प्रियंका गांधी को हिरासत में ले लिया. उनके साथ अन्य नेताओं को डीटीसी बस में बिठाकर भेज दिया गया है. इस घटनाक्रम के बीच राहुल गांधी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिले और उन्हें 1.75 करोड़ किसानों के विरोध का मैमोरेंडम सौंपा है. इसमें कानून रद किए जाने की मांग की है.

केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन नए कृषि कानूनों का किसान कड़ा विरोध कर रहे हैं. देशभर के हजारों किसान इसके खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर डटे हैं. सिंघु बॉर्डर पर पिछले 29 दिनों से किसानों का धरना-प्रदर्शन चल रहा है. बुधवार को किसान नेताओं ने आंदोलन को दूसरे राज्यों में भी विस्तार देने का पत्र जारी किया था. सरकार और किसान प्रतिनिधियों के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है, जो बेनतीजा रही.


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कृषि कानून हित में तो विरोध पर क्यों अड़े किसान

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द‍िल्‍ली : प‍िछले 28 दिनों से देशभर के हजारों किसान दिल्ली में धरने पर बैठे हैं. देश के विभिन्न हिस्सों में किसान मोदी सरकार द्वारा लाए तीन विवादित कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. इसमें पंजाब और हरियाणा के किसानों ने अग्रणी भूमिका है. वे इसके विरोध में कड़कड़ाती ठंड में भी दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर डटे हैं. (Farmers Against Agricultural Law)


अन्ना की धमकी, किसानों के समर्थन में करूंगा आखिरी भूख हड़ताल