Thursday, October 17, 2024
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कोरोना काल में हो गया ‘खेला’, पीपीई किट और मास्क सप्लाई के नाम पर घोटाला, केस दर्ज

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लखनऊ।  कोरोना काल के बीच उत्तर प्रदेश में पीपीई किट और मास्क सप्लाई के नाम पर 9.63 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है.

फर्म को मिला था पीपीई किट और मास्क का ऑर्डर

हरियाणा के पानीपत स्थित महादेव एक्सपोर्ट ने शिकायत की है कि, उसे यूपी मेडिकल सप्लाईज कॉरपोरेशन लिमिटेड की तरफ से 9 करोड़ 63 लाख की पीपीई किट और मास्क का ऑर्डर मिला था. कंपनी ने ये ऑर्डर पूरा कर दिया. इसके बाद भुगतान के लिए जब यूपी मेडिकल सप्लाईज कॉरपोरेशन लिमिटेड में बिल भेजे तो वहां से कहा गया कि, उन्होंने कोई ऑर्डर ही नहीं दिया.

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फर्म की शिकायत के बाद FIR दर्ज

वहीं इस मामले में फर्म की शिकायत के बाद मेडिकल सप्लाई कॉर्पोरेशन ने FIR दर्ज कराई है. पानीपत की महादेव एक्सपोर्ट फर्म के सीएमडी नीरज आहूजा के अनुसार, 28 मई 2020 को यूपी मेडिकल सप्लाई कॉरपोरेशन की ओर से ईमेल के जरिए ऑर्डर दिया गया था. इसके बाद वो लखनऊ आए और फैसल वारसी नाम के व्यक्ति के माध्यम से कॉर्पोरेशन गए. ये शख्स खुद को एक पत्रकार बताता है. कॉर्पोरेशन में उनको नीचे रोक दिया गया और फैसल सीएमडी के साथ एक व्यक्ति को लेकर अंदर गया. कुछ देर बाद ये लोग एक लिखित अप्रूवल लेकर आए.

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धोखाधड़ी का मामला

सीएमडी ने बताया कि, फर्म ने 8 जून 2020 से अक्टूबर 2020 तक 8 बार में पूरे माल की सप्लाई कर दी. इसमें 50 हजार पीपीई किट और 30 लाख मास्क की सप्लाई थी. इसके बाद जब फर्म ने कॉरपोरेशन से भुगतान मांगा तो बताया गया कि कोई ऑर्डर ही नहीं दिया गया और न कोई सप्लाई ली गई है.

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वहीं कॉरपोरेशन से भुगतान न होने पर फर्म ने ट्वीट के माध्यम से सीएम योगी को मामले की जानकारी दी. इसके बाद कॉर्पोरेशन की तरफ से इस मामले में सुशांत गोल्फ सिटी थाने में FIR दर्ज कराई गई है.

#CoronaVirus: दिल्ली में आज से नाइट कर्फ्यू, रात 10 से सुबह 5 बजे तक आवाजाही प्रतिबंधित

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नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के कारण फैल रहा संक्रमण बेकाबू हो गया है. इसे देखते हुए दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने सख्ती  दिखानी शुरू कर दी है. दिल्ली सरकार ने देश की राजधानी में तत्काल प्रभाव से रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक के लिए नाइट कर्फ्यू लगाने का ऐलान किया है.

यह नाइट कर्फ्यू 30 अप्रैल तक प्रभावी रहेगा. इस दौरान किसी भी तरह की गतिविधि प्रतिबंधित रहेगी. साथ ही आवाजाही पर भी पाबंदी रहेगी.हालांकि इस दौरान जरूरी सेवाओं से जुड़े लोगों को राहत दी जाएगी.

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चौथी लहर का सामना कर रही दिल्ली

दिल्ली में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, रोज करीब चार हजार नए मामले सामने आ रहे हैं। और टेस्ट का पॉजिटिविटी रेट भी साढ़े पांच फीसदी से ऊपर हो गया है, जिसे ध्यान में रखते हुए ये फैसला किया गया है. बता दें कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि, दिल्ली संक्रमण की चौथी लहर का सामना कर रही है, लेकिन लॉकडाउन लगाने का अभी कोई विचार नहीं है.

पिछले कुछ दिनों से देश में लगातार न सिर्फ कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं बल्कि मौत के आंकड़ों में भी बढ़ोतरी हो रही है. महाराष्ट्र में भी नाइट कर्फ्यू वहां की स्थानीय सरकार ने लगाया है, क्योंकि महाराष्ट्र ऐसा राज्य है जिसमें कोरोना के सर्वाधिक आंकड़े देखने को मिल रहे हैं. महाराष्ट्र  सरकार ने कुछ और सख्त नियम लागू किए हैं.

दिल्ली में हालांकि अभी अस्पतालों में बेड्स की कमी जैसी समस्या नहीं आई है, लेकिन आने वाले समय में अगर आंकड़े इसी रफ्तार से बढ़े तो मुश्किलें बढ़ सकती हैं.

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नाइट कर्फ्यू की सफलता को लेकर अलग-अलग राय

हालांकि नाइट कर्फ्यू की सफलता को लेकर सरकारों के बीच ही अलग-अलग राय है. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने 15 मार्च को सभी राज्यों को पत्र लिखा था, जिसमें कहा था कि नाइट कर्फ्यू या फिर सप्ताह में लॉकडाउन लगाने से कोई खास फायदा नहीं होता, लिहाजा ऐसी स्थिति में स्थनीय प्रशासन को स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करवाने की तरफ ध्यान देना चाहिए.

दिल्ली में हो रही ताबड़तोड़ कार्रवाई

कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने पिछले हफ्ते बैंक्वेट हाल, रेस्टोरेंट और नाइट क्लब के खिलाफ कार्रवाई की थी. दिल्ली पुलिस ने करीब पौने दो सौ लोगों के खिलाफ कार्रवाई की थी. इनमे 13 बैंक्वेट हाल, 58 रेस्टोरेंट और तीन नाइट क्लब के मालिक भी शामिल थे, यहां कोरोना प्रोटोकॉल का कतई पालन नहीं हो रहा था.

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कोरोना का खौफनाक चेहरा,लखनऊ विश्विविद्यालय के एक और प्रोफेसर की मौत

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लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रो. एके शर्मा के निधन के बाद संस्कृत विभाग के वरिष्ठ शिक्षक पद्मश्री प्रो. बीके शुक्ला का भी मंगलवार को कोरोना संक्रमण के कारण निधन हो गया। उन्हें होली से पहले संक्रमण हो गया था जिसके बाद उन्हें चरक अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

वहीं, हालात गंभीर होने पर होली के बाद उन्हें डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां मंगलवार सुबह उनका निधन हो गया।

लविवि प्रवक्ता डॉ. दुर्गेश श्रीवास्तव ने इसकी पुष्टि की। बता दें कि इसके पहले विश्वविद्यालय के पूर्व परीक्षा नियंत्रक प्रो. एके शर्मा का भी कोरोना संक्रमण के कारण निधन हो चुका है।

अब तक दो प्रोफेसरों की मौत से लखनऊ विश्वविद्यालय के शिक्षक व कर्मचारी स्तब्ध हैं। प्रो. शुक्ला के अतिरिक्त करीब एक दर्जन और शिक्षक भी कोरोना की चपेट में हैं। इसमें एक अन्य शिक्षक की हालत की गंभीर है। बढ़ते संक्रमण के कारण ही विश्वविद्यालय में 10 अप्रैल तक पूर्व में ऑनलाइन कक्षाएं चलाने निर्णय लिया जा चुका है।

बांदा जेल का बैरक नंबर 15 होगा मुख्तार नया ठिकाना, होगा कोविड टेस्ट

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नई दिल्ली। पंजाब के रोपड़ जेल में बंद बाहुबली मुख़्तार अंसारी को लेकर यूपी पुलिस की रवाना हो गयी हैं। देर रात तक मुख्तार अंसारी के बांदा जेल पंहुचने की संभावना जताई जा रही है। रास्ते में पड़ने वाले सभी जिलों को अलर्ट कर दिया गया है। इसके साथ ही चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा व्यवस्था पर पुलिस नजर बनाए रखे हैं।

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बांदा जेल में मुख्तार का होगा कोरोना टेस्ट

बांदा जेल में मुख्तार अंसारी के कोरोना टेस्ट की तैयारी की गई है। CMO बांदा की देखरेख में मुख्तार अंसारी का कोविड टेस्ट किया जाएगा। बता दें, बैरक नंबर 15 मुख्तार नया ठिकाना होगा। बांदा जेल का बैरक नंबर 15 सीसीटीवी से लैस होगा।

मुख्तार की पत्नी को सता रहा विकास दुबे वाला डर

रोपण से बांदा जेल का सफर 900 किमी से ज्यादा लम्बस है। इस बीच मुख्तार अंसारी की पत्नी को पति का हाल विकास दुबे जैसा होने की आशंका जताई है।

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मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशां अंसारी ने फेक एनकाउंटर की आशंका जताते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.अफशां अंसारी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर मुख्तार अंसारी की सुरक्षा की गुहार लगाई है.

दरअसल, याचिका में मुख्तार अंसारी की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश देने की मांग की गई है. याचिका में ये भी कहा गया है कि मुख्तार अंसारी को उत्तर प्रदेश की बांदा जेल ट्रांसफर करने के दौरान और कोर्ट में पेशी दौरान सुरक्षा दी जाए.

निष्पक्ष जांच की मांग

अफशां ने अपनी याचिका में अंसारी की जान को खतरा बताया है. याचिका में ये भी मांग की गई है कि मामले में फेयर ट्रायल हो और मुख्तार का एनकाउंटर ना किया जाए. याचिका में कहा गया है कि माफिया डॉन ब्रजेश सिंह सरकार का हिस्सा है और बेहद प्रभावशाली है, मुख्तार अंसारी को राज्य के समर्थन से मारने की साजिश कर सकता है.

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सुप्रीमकोर्ट पहुंचीं मुख्तार अंसारी की बीवी अफसा, फर्जी एनकाउंटर और माफिया बृजेश से जताया खतरा

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द लीडर : बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी पंजाब की रोपड़ जेल से बांदा लाए जा रहे हैं. इस बीच उनकी बीवी अफसा अंसारी सुप्रीमकोर्ट पहुंची हैं. उन्होंने मुख्तार की जान को खतरे का अंदेशा जताते हुए पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था दिए जाने की गुहार लगाई है. (Mukhtar Ansaris Supreme Court Fake Encounter Mafia Brijesh)

अफसा अंसारी ने यूपी पुलिस द्वारा फर्जी मुठभेड़ का भी भय जताया है. इसके पक्ष में उन्होंने मुठभेड़ की पिछली कुछ घटनाओं का अपनी याचिका में जिक्र किया है. इसके अलावा अफसा ने माफिया बृजेश सिंह से भी मुख्तार की जान को खतरा बताया है. उन्होंने बृजेश सिंह, जोकि सरकार के समर्थन में हैं, वो मुख्तार को नुकसान पहुंचा सकते हैं.

एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक अफसा ने याचिका में कहा है कि मुख्तार जोकि बीजेपी के खिलाफ सफलतापूर्वक चुनाव लड़ने और बीजेपी के सदस्यों के खिलाफ कुछ मामलों में गवाह हैं-इसी वजह से उन्हें खतरा है. सुप्रीमकोर्ट से गुहार लगाई कि अधिकारियों को निर्देशित किया जाए कि वे उन्हें निष्पक्ष सुनाई और सुरक्षा दें. और इस प्रक्रिया के दौरान उनका एनकाउंटर न किया जाए.


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बीती 26 मार्च को सुप्रीमकोर्ट ने मुख्तार अंसारी को पंजाब से बांदा जेल में शिफ्ट किए जाने का आदेश दिया था. सोमवार को यूपी पुलिस मुख्तार को लेने पंजाब पहुंची थी. बुधवार को मुख्तार को यूपी पुलिस के हवाले किए जाने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है. इससे पहले मुख्तार की बीवी अफसा और भाई सांसद अफजाल अंसारी राष्ट्रपति को भी इस संबंध में मांग पत्र लिख चुके हैं.

सोमवार को यूपी के अतिरिक्त एडीजी-कानून व्यवस्था, प्रशांत कुमार ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मुख्तार अंसारी को कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था के तहत बांदा जेल लाया जाएगा. समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक गाजीपुर के महमूदाबाद थाने में मुख्तार अंसारी का रिकॉर्ड एक हिस्ट्रीशीटर का है. उन पर यूपी और दूसरे राज्यों में करीब 52 आपराधिक मामले दर्ज हैं.


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इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट बताती है कि राज्य सरकार ने मुख्तार अंसारी की करीब 192,06,22,000 की संपत्ति सीज की है या फिर उसे नष्ट किया है. इसके साथ ही मुख्तार के 96 में से 75 साथियों को गुंडा एक्ट की धाराओं में गिरफ्तार किया गया है. (Mukhtar Ansaris Supreme Court Fake Encounter Mafia Brijesh)

#AssemblyElections: बंगाल समेत 5 राज्यों में जमकर हुई वोटिंग, शाम 5 बजे तक 69% से ज्यादा मतदान

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नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल, असम, केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव को लेकर जमकर वोटिंग हुई. पश्चिम बंगाल में तीसरे चरण की वोटिंग में 31 सीटों पर शाम 5 बजे तक वोट डाले गए. वहीं असम के अंतिम चरण के मतदान में 40 सीटों पर अब तक 68.41 फीसदी मतदान हुआ है. जबकि केरल की 140 सीटों पर 61.95 फीसदी, तमिलनाडु की सभी 234 पर अब तक 55.99 फीसदी और पुडुचेरी में 67.21 फीसदी मतदान हो चुका है.

5:28 PM – पांचों राज्यों में शाम 5 बजे तक मतदान 

बंगाल- 69 फीसदी
असम- 68.41 फीसदी
केरल- 61.95 फीसदी
तमिलनाडु- 55.99 फीसदी
पुडुचेरी- 67.21 फीसदी

4:44 PM- पांच राज्यों में शाम चार बजे तक का मतदान प्रतिशत
बंगाल- 68.04  फीसदी
असम- 68.31 फीसदी
केरल- 58.69 फीसदी
पुडुचेरी- 66.58 फीसदी
तमिलनाडु- 54.10 फीसदी

3.29 PM- दोपहर तीन बजे तक का वोटिंग का अपडेट

बंगाल- 60.85 फीसदी
असम- 64.04 फीसदी
केरल- 54.92 फीसदी
पुडुचेरी- 59.54 फीसदी
तमिलनाडु- 48.01 फीसदी

1:58 PM: दोपहर डेढ़ बजे तक वोटिंग के आंकड़े

बंगाल समेत अन्य राज्यों में वोटिंग की रफ्तार बढ़ने लगी है. दोपहर डेढ़ बजे तक के आंकड़े इस प्रकार हैं…

बंगाल- 53.89 फीसदी
असम- 53.23 फीसदी
केरल- 47.39 फीसदी
पुडुचेरी- 53.35 फीसदी
तमिलनाडु- 40.93 फीसदी

12:30 PM- दोपहर 12 बजे तक कहां कितना मतदान ?

पश्चिम बंगाल- 34.71 फीसदी
असम- 33.18 फीसदी
केरल- 31.54 फीसदी
पुडुचेरी- 35.71 फीसदी
तमिलनाडु- 22.92 फीसदी

आरमबाग में बीजेपी और टीएमसी समर्थकों में टकराव
बंगाल के आरमबाग में अब बीजेपी और टीएमसी समर्थकों में टकराव शुरू हो गया है। इस घटना पर आरमबाग से टीएमसी उम्मीदवार सुमाता मोंडल ने कहा, ‘यहां अरंडी-1 क्षेत्र में हम अल्पसंख्यक, एससी वोटर्स हैं, जो ममता बनर्जी को पसंद करते हैं। बीजेपी के गुंडों ने कल रात महिला मतदाताओं को धमकाया और प्रताड़ित किया।
11:30 AM – असम के मंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण में गुवाहाटी में मतदान किया. वहीं, इससे पहले तमिलनाडु में अभिनेता विजय ने चेन्नई के नीलंकरई के वेल्स इंटरनेशनल प्री स्कूल में मतदान किया और बीजेपी उम्मीदवार खुशबू सुंदर ने विधानसभा चुनाव के लिए मतदान किया. वे थाउजेंड लाइट्स विधानसभा से चुनाव लड़ रही है।

10:55 AM – केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि, उलुबेरिया में TMC नेता गौतम घोष के घर से 4 EVM और 4 वीवीपैट मशीन जब्त हुए हैं. ये मशीन इलेक्शन ड्यूटी पर रखी कार से आए थे. आज वहां चुनाव है, इसलिए चुनाव आयोग ने तुरंत कार्रवाई कर उस मशीन को उपयोग न करने को कहा है, संबंधित अधिकारी को सस्पेंड किया है.

10:18 AM – चुनाव आयोग के मुताबिक विधानसभा चुनाव में सुबह 10 बजे तक इतने फीसदी वोटिंग हुई है.

पश्चिम बंगाल- 14.62 फीसदी
असम- 12.81 फीसदी
केरल- 15.33 फीसदी
पुडुचेरी में 15.63 फीसदी
तमिलनाडु- 7.36 फीसदी

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बीजेपी का टीएमसी पर आरोप

बंगाल में BJP ने आरोप लगाया है कि TMC के गुंडे दगीरा बादुलदंगा में लोगों को वोट नहीं डालने दे रहे। दक्षिण 24 परगना की डायमंड हार्बर सीट से BJP कैंडिडेट दीपर हलदर ने चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की है।

DMK पर वोटर्स को पैसे बांटने का आरोप

BJP ने चेन्नई में DMK पर वोटर्स को पैसे बांटने का आरोप लगाया है। BJP कैंडिडेट खुशबू सुंदर ने बताया कि चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की गई है।

 

जस्टिस एनवी रमन्ना भारत के 48वें मुख्य न्यायाधीश नियुक्त, 24 अप्रैल को लेंगे शपथ

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द लीडर : राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भारत के अगले मुख्य न्यायाधीश (CJI) के रूप में जस्टिस एनवी रमन्ना (Nuthalapati Venkata Ramana) की नियुक्ति पर मुहर लगा दी है. आगामी 24 अप्रैल को एनवी रमन्ना चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया के पद की शपथ लेंगे. मंगलवार को भारत सरकार के विधि मंत्रालय ने उनकी नियुक्ति का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है. (NV Ramanna Appointed 48th Chief Justice India)

मूल रूप से आंध प्रदेश के कृष्णा जिले में पोन्नावरम गांव के रहने वाले जस्टिस रमन्ना ने अपने करियर की शुरुआत वकील के रूप में की थी. किसान परिवार की पृष्ठभूमि से ताल्लुक रखने वाले रमन्ना संवैधानिक, सिविल, श्रमिक, सेवा और इलेक्शन मामलों के विशेषज्ञ हैं. वह आंध्र प्रदेश के अतिरिक्त महाधिवक्ता के अलावा कई विधि के कई महत्वपूर्ण पद और काउंसिलों में शामिल रहे हैं.


इंसानियत की सेवा में जिंदगी फना करने वाली अबला अल कहलावी, जिन्हें पूरे मिस्र ने मां मान लिया


 

जस्टिस रमन्ना 27 जून 2000 को आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट में स्थायी जज नियुक्त हुए थे. इसके बाद10 मार्च 2013 से 20 मई 2013 तक उन्होंने एक्टिंग चीफ जस्टिस के रूप में भी अपनी सेवाएं दीं. 17 फरवरी 2014 को वह सुप्रीमकोर्ट में जज बने. यहां 7 मार्च 2019 को सुप्रीमकोर्ट की लीगल सर्विस कमेटी के चेयरमैन नियुक्त किए गए. उन्होंने नेशनल लीगल सर्विस अथॉरिटी के चेयरमैन के रूप में भी सेवा की है. आगामी 24 अप्रैल को वह भारत के 48वें चीफ जस्टिस के रूप में शपथ लेंगे.

उत्तराखंड में एक बार फिर धधक उठे जंगल, गृहमंत्री ने भेजे हेलीकॉप्टर

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वीडियो : उत्तराखंड के जंगल एक बार सुलग उठे हैं. बेकाबू आग की चपेट में कई हिस्से आ चुके हैं. जिससे जीव-जंंतुओं के जीवन पर संकट बना है. आग पर काबू पाने के लिए गृहमंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को हर संभव मदद का भरोसा दिया है. इसी कड़ी में गृहमंत्रालय ने राज्य को हेलीकॉप्टर दिए हैं, ताकि क्षेत्र का जायजा लेकर आग पर नियंत्रण पाया जा सके. देखिए वीडियो.

बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को यूपी लाकर क्या करेगी सरकार, क्यों खौफजदा है परिवार

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द लीडर : विधायक मुख्तार अंसारी की पहचान एक राजनेता से कहीं अधिक बाहुबली की है. वे मऊ विधानसभा सीट से पांचवीं बार विधायक हैं. फिलहाल अभी जेल में बंद हैं. इसके बावजूद हर रोज मीडिया की सुर्खियों में बने रहते हैं. सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर मुख्तार को पंजाब की रोपड़ जेल से यूपी की बांदा जेल में लाया जा रहा है. उन्हें यूपी लाए जाने के सफर पर देश के बड़े हिस्से की निगाहें टिकी हैं.

मुख्तार अंसारी की पत्नी अफसा अंसारी और भाई सांसद अफजाल अंसारी इस बात का अंदेशा जता चुके हैं कि यूपी में मुख्तार की जान को खतरा है. परिवार ने राष्ट्रपति को लिखे खत में भी अपनी ये चिंता जाहिर की थी. सोमवार को यूपी पुलिस का काफिला मुख्तार को लेने पंजाब पहुंचा. संभव है कि मंगलवार को वह यूपी पहुंच जाएंगे.

यूपी के अतिरिक्त एडीजी-कानून व्यवस्था, प्रशांत कुमार ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मुख्तार अंसारी को कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था के तहत बांदा जेल लाया जाएगा. समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक गाजीपुर के महमूदाबाद थाने में मुख्तार अंसारी का रिकॉर्ड एक हिस्ट्रीशीटर का है. उन पर यूपी और दूसरे राज्यों में करीब 52 आपराधिक मामले दर्ज हैं.


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इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट बताती है कि राज्य सरकार ने मुख्तार अंसारी की करीब 192,06,22,000 की संपत्ति सीज की है या फिर उसे नष्ट किया है. इसके साथ ही मुख्तार के 96 में से 75 साथियों को गुंडा एक्ट की धाराओं में गिरफ्तार किया गया है.

यूपी सरकार मुख्तार अंसारी को गृह राज्य लाए जाने को लेकर लंबे समय से प्रयासरत थी. तमाम कोशिशों के बाद भी जब पंजाब सरकार मुख्तार को यूपी भेजने को राजी नहीं हुई तो यूपी सरकार ने सुप्रीमकोर्ट का रुख किया था. बीती 26 मार्च को सर्वोच्च न्यायालय ने अंसारी को दो सप्ताह में यूपी शिफ्ट किए जाने का आदेश दिया था.

आखिर मुख्तार को यूपी क्यों ला रही है सरकार

इस प्रक्रिया के बीच एक सवाल, जो आमतौर पर कईयों के मन में उठ रहा है. वो ये कि आखिर सरकार मुख्तार को यूपी क्यों ला रही है. कानूनी पहलू से समझें तो जवाब बेहद आसान है. दरअसल, मुख्तार माफिया-डॉन के रूप में जाने जाते हैं. जैसे कि उन पर दर्ज 52 मुकदमों से साफ होता है. गैंगवार समेत कई मामलों में वह आरोपी हैं. एक अपराधी के रूप में सरकार उन्हें सजा दिलाने के लिए यहां ला रही है.

परिवार को क्यों सता रहा खतरे का अंदेशा

मुख्तार अंसारी का परिवार इस तर्क से संतुष्ट नहीं कि सरकार उन्हें केवल सजा दिलाने के लिए यूपी ला रही है. बल्कि वो सीधे खतरे का अंदेशा जता रहा है. पिछले साल कानपुर के बिकरु गांव के दुर्दांत अपराधी विकास दुबे को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था. शायद इसी घटनाक्रम के कारण परिवार आशंकित है. चूंकि मुख्तार को सुप्रीमकोर्ट के आदेश पर यूपी लाया जा रहा है, इसलिए पुलिस अभिरक्षा में उनके साथ किसी अनहोनी की गुंजाइश कम है.

इंसानियत की सेवा में जिंदगी फना करने वाली अबला अल कहलावी, जिन्हें पूरे मिस्र ने मां मान लिया

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इस्लामिक शास्त्र में डॉक्टरेट अबला अल कहलावी इस्लाम की मूल तासीर को अच्छी तरह से समझती थीं. इसलिए उन्होंने इसके बुनियादी संदेश-मानव कल्याण को न सिर्फ अपनाया, बल्कि पूरी जिंदगी इस अमल में फना कर दी. अपना किरदार इस तरह से गढ़ा, जो पूरी दुनिया की मुस्लिम महिलाओं के लिए एक मिसाल है, जो उन्हें पढ़ने-लिखने, नौकरी करने से लेकर समाज सेवा का हौसला देता रहेगा. पढ़िए खुर्शीद अहमद का आलेख.

 

मिस्र की राजधानी काहिरा में इसी साल 24 जनवरी 2021 को डॉक्टर अबला अल कहलावी ( Abla al kahlawi)का इंतकाल हो गया था. वह 72 साल की थीं. कोरोना संक्रमण उनकी मौत की वजह बना. डाॅक्टर अबला की गिनती दुनिया के चोटी के विद्वानों में होती थी. अपने काम के लिए उन्हें कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया. पर उनके देश मिस्र ने उन्हें जो सम्मान दिया-वो बेमिसाल है. मिस्र की जनता उन्हें मामा ( मां ) अबला कहती थी. (Abla AL Kahlavi Service Humanity Egypt Mother)

मामा अबला का जन्म 15 दिसंबर 1948 को काहिरा में हुआ था. इनके पिता मोहम्मद अल कहलावी मिस्री सिनेमा में काम करते थे. वह एक अच्छे अभिनेता और गायक थे, लेकिन बाद में वह सिनेमा से अलग हो गए.

मामा अबला ग्रेजुएशन कर ही रही थीं. तभी उनकी शादी मिस्री सेना के अफसर यासीन बसयूनी से हो गई. शादी के बाद भी उन्होंने अपनी पढ़ाई नहीं छोड़ी और विश्व प्रसिद्ध यूनिवर्सिटी जामिया अल अजहर से ग्रैजुएशन किया के बाद पोस्ट ग्रेजुएशन भी किया.

अक्टूबर 1973 में इजरायल-अरब जंग में उनके शौहर यासीन बसयूनी शहीद हो गए. तब अबला की उम्र महज 25 साल थी. और उनकी तीन बेटियां थीं. वह चाहती थीं मिस्री समाज के चलन के मुताबिक दूसरी शादी कर सकती थीं. लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया, बल्कि अपनी बेटियों की परवरिश को तरजीह दी. पति की शहादत के एक साल बाद 1974 में उनका पोस्ट ग्रेजुएशन पूरा हुआ. ये उनके मजबूत इरादे को दर्शाता है.

1978 में जामिया अज़हर गर्ल्स कॉलेज से डाॅक्ट्रेट की डिग्री हासिल की. इनका विषय इस्लामी शास्त्र (الفقه المقارن )था. पढ़ाई के बाद उसी कालेज में लेक्चर, प्रोफेसर और फिर डीन भी नियुक्त हुईं.

बाद में सऊदी अरब चली गईं. और रियाद यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर बनीं. कुछ साल रियाद में पढ़ाने के बाद वह मक्का की उम्मुल कुरा यूनिवर्सिटी के फिकह डिपार्टमेंट में बतौर डीन रहीं. मक्का में रहते हुए इन्हें हरम शरीफ़ में दरस का मौका मिला. यह मगरिब नमाज़ के बाद औरतों को दरस देती थी. ये इतना बड़ा सम्मान था जिस पर जितना भी गर्व किया जाए, कम है.

इसलिए क्योंकि विश्व के बड़े से बड़े आलिम-फाजिल और विद्वान सिर्फ इसका ख्वाब देखते हैं .1987 से 1989 तक दो वर्षों तक उन्होंने वहां दरस दिया.

1989 के बाद फिर मिस्र आ गईं और मिस्री टीवी पर दीनी तालीम का एक प्रोग्राम ( अल बाकियात अल सालिहात ) शुरू किया. यूं तो वह उच्च शिक्षा प्राप्त थीं, पर प्रोग्राम का अंदाज बिल्कुल सादा और सरल होता था. जिसमें न सिर्फ दीनी तालीम देतीं बल्कि लोगों की परेशानियों का हल भी बताया करती थीं. और गरीब परिवारों की खुद या दूसरों से मदद भी करातीं. प्रोग्राम खूब पसंद किया गया. लोग इसके एपिसोड का इंतजार करते थे.

बाद में उन्होंने इसी अल बाकियात अल सालिहात के नाम से एक संस्था बनाई, जहां गरीबों की मदद की जाती. इस संस्था के अंतर्गत यतीमखाने, वृद्धाश्रम बनाए. स्कूल और अस्पताल तामीर कराए. विशेष रूप से अलझेमर्स के मरीजों के लिए खास सेंटर्स स्थापित किए.

उनकी मेहनत लगन और सेवा भाव के चलते अल बाकियात अल सालिहात मिस्र की सबसे बड़ी संस्था बन गई. संयुक्त राष्ट्र संघ और अरब व अफ्रीका के कई संगठनों ने इन्हें सम्मानित भी किया. अभी 2020 के महिला दिवस के मौके पर अबला को अफ्रीका महाद्वीप की बेस्ट वुमेन का अवार्ड मिला.

लेकिन इन सब अवार्ड्स से बड़ा वह अवार्ड था जो देश की जनता ने उन्हें दिया. सबने उन्हें मां मान लिया. एक डाक्टर और प्रोफेसर नहीं, मामा अबला के नाम से पुकारने लगे.

जनवरी में जब उनका इंतकाल हुआ तो सिर्फ मिस्र ही नहीं पूरे अरब देशों जगत में गम मनाया गया. वह लोकप्रियता के शिखर पर थीं. इंसानियत की राह में जिंदगी कुर्बान करने का उनका जज्बा समाज को प्रेरित करता रहेगा. (Abla AL Kahlavi Service Humanity Egypt Mother)