द लीडर। कोरोना का नया वेरिएंट जहां देश दुनिया में फिर से पनप रहा है। वहीं भारत सरकार इस नए वेरिएंट ओमिक्रोन को लेकर सतर्क नजर आ रही है। वहीं बात करें अगर उत्तर प्रदेश की, तो यहां यूपी में कोरोना अभी नियंत्रण में है। लेकिन बेहतरीन कोविड प्रबंधन से दूसरे देशों को अपना मुरीद बनाने वाली उत्तर प्रदेश सरकार अब कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर सर्तकता बरत रही है। जी हां योगी सरकार इस बार कोई लापरवाही नहीं बरतना चाहती है। इसलिए सरकार पहले से ही अलर्ट होने के साथ-साथ लोगों को एक बार फिर से जागरूक कर रही है।
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बता दें कि, कई देशों में ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों के बीच सर्वाधिक आबादी वाले उत्तर प्रदेश के सभी बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर अतिरिक्त सर्तकता बरतने के निर्देश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को दिए हैं। सीएम ने उच्चस्तरीय बैठक में मास्क को अनिवार्य करने और कोविड प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन कराने के आदेश जारी किए हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने बैठक में कहा कि, दूसरे देशों और प्रदेशों से उत्तर प्रदेश आ रहे हर व्यक्ति की आरटीपीसीआर जांच की जाए। उन्होंने कहा कि, बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर अतिरिक्त सतर्कता बरतने के साथ ही बिना जांच किए किसी भी यात्री को बाहर न आने दिया जाए। पहले चरण में इंटरस्टेट कनेक्टिविटी वाले बस स्टेशन पर जांच को तेज़ी से बढ़ाते हुए अतिरिक्त सतर्कता बरतें। सीएम ने केंद्र सरकार की तरफ से जारी गाइडलाइंस को प्रभावी रूप से लागू किए जाने के आदेश दिए।
सीएम बोले- बढ़ाई जाए जीनोम सीक्वेंसिंग की रफ्तार
सीएम योगी ने कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर प्रदेश में जीनोम सीक्वेंसिंग की रफ्तार को बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। लखनऊ के केजीएमयू, पीजीआई में जीनोम सीक्वेंसिंग की रफ्तार को बढ़ाने के निर्देश देते हुए सीएम ने गोरखपुर, झांसी, मेरठ में तेज़ी से जीनोम सीक्वेंसिंग की व्यवस्था करने के आदेश दिए हैं।
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बता दें कि, उत्तर प्रदेश सरकार के अलावा तमिलनाडु सरकार ने भी विदेश से आने वाले यात्रियों के लिए चेन्नई एयरपोर्ट पर RT-PCR टेस्ट करना अनिवार्य कर दिया है. इसके अलावा अन्य राज्यों से महाराष्ट्र में आने वाले यात्रियों को भी वैक्सीन सर्टिफिकेट या RT-PCR रिपोर्ट लाना जरूरी है. इसके अलावा महाराष्ट्र में सार्वजनिक वाहनों में सफर करने वाले यात्रियों को वैक्सीन सर्टिफिकेट साथ लाना जरूरी है. इसके अलावा उत्तराखंड सरकार ने भी दूसरे राज्यों से आने वाले यात्रियों के लिए RT-PCR रिपोर्ट को लाना जरूरी कर दिया है.
एट रिस्क देशों से आने वालों का होगा टेस्ट
केंद्र सरकार की गाइडलाइंस के मुताबिक, ‘एट रिस्क’ लिस्ट वाले देशों से आने वाले यात्रियों को कोरोना टेस्ट किया जाएगा. इन यात्रियों को कोरोना टेस्ट रिपोर्ट आने तक ही एयरपोर्ट पर इंतजार करना होगा. अगर टेस्ट निगेटिव आता है तो 7 दिन का होम क्वारैंटाइन किया जाएगा. इसके बाद दोबारा टेस्ट होगा और अगर फिर भी निगेटिव आता है तो 7 दिन यात्री को अपनी हेल्थ सेल्फ मॉनिटर करनी होगी. केंद्र सरकार ने एट रिस्क में जिन देशों को शामिल किया है, उनमें ब्रिटेन समेत सभी यूरोपीय देश, इजराइल, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बांग्लादेश, बोत्सवना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर और हांगकांग शामिल है.
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टीकाकरण में देश में शीर्ष स्थान पर उत्तर प्रदेश
बता दें कि, कोविड टीके की दोनों खुराक पाने वालों की संख्या सबसे अधिक उत्तर प्रदेश में है। यूपी में 05 करोड़ 06 लाख से अधिक लोगों को टीके की दोनों डोज देकर कोविड का सुरक्षा कवर प्रदान कर दिया गया है। 11 करोड़ 25 लाख लोगों ने टीके की पहली डोज प्राप्त कर ली है। यह संख्या टीकाकरण के लिए पात्र प्रदेश की कुल आबादी की लगभग 76.20 फीसदी से अधिक है। इस प्रकार प्रदेश में अब तक 16 करोड़ 31 लाख से अधिक कोविड वैक्सीन डोज लगाए जा चुके हैं। कोविड टेस्टिंग और टीकाकरण में उत्तर प्रदेश देश में शीर्ष स्थान पर है। प्रदेश में बीते 24 घंटों में 01 लाख 53 हजार 569 टेस्ट किए गए जिसमें 07 नए संक्रमण के मामलों की पुष्टि हुई। अब तक यूपी में 8 करोड़ से अधिक टेस्ट किए जा चुके हैं। प्रदेश में कुल एक्टिव कोविड केस की संख्या 100 से कम होकर 92 पहुंच गई है। इसके साथ ही प्रदेश का रिकवरी रेट अब 98.7 प्रतिशत पहुंच गया है।
अब तक इतने ऑक्सीजन प्लांट हुए क्रियाशील
प्रदेश में अब तक 525 ऑक्सीजन प्लांट क्रियाशील किए जा चुके हैं। सीएम ने नगर विकास और ग्राम्य विकास विभाग को स्वच्छता और सेनिटाइजेशन की कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश में अब पब्लिक एड्रेस सिस्टम की मदद से जागरूक करने की कवायद को शुरु किया जाएगा। वहीं, दिव्यांग, अक्षम, निराश्रित, वृद्धजनों से संपर्क कर प्राथमिकता पर उनका टीकाकरण कराया जाएगा।
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