इस मस्जिद में तलाशे जा रहे इस्लामी इतिहास के राज

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इराक में सदियों पुरानी मिट्टी से बनी मस्जिद बरामद हुई है, जिसकी जांच में तत्कालीन युग की जानकारियां हासिल करने की कोशिश की जा रही है। यह खोज ब्रिटिश संग्रहालय उत्खनन मिशन ने स्थानीय इराकी टीम के साथ की है। (Islamic History In Mosque)

खोजी गई मिट्टी से बनी मस्जिद दक्षिणी इराक के पुरातात्विक रूप से समृद्ध धी कर प्रांत में है, जिसे 679 ईस्वी का बताया गया है।

अल-रफाई शहर के बीच में मौजूद यह मस्जिद आवासीय इलााके में है। मस्जिद लगभग आठ मीटर (26 फीट) चौड़ी और पांच मीटर (16 फीट) लंबी है। खुदाई के विश्लेषण के आधार पर बताया जा रहा है कि मस्जिद के बीच में इमामबाड़ा जैसी जगह है, जिसमें 25 लोग बैठ सकते हैं।

उत्खनन विभाग के प्रमुख अली शालघम ने खोज को सबसे महत्वपूर्ण और महान खोजों में से एक बताया है, क्योंकि यह पूरी तरह से मिट्टी से बनी और इस्लाम के शुरुआती दौर की तारीख है।

शालघम के अनुसार, पुरातात्विक धार्मिक स्थल उमय्यद युग की शुरुआत के होने के तथ्य सामने आ रहे हैं, हालांकि, यह इतने बिखरे हैं कि इस्लाम के उस दौर के बारे में ज्यादा जानकारी हासिल नहीं हो पाई है।

शालघम ने सरकारी इराकी समाचार एजेंसी को बताया, ‘हमें बहुत कम ऐसी जानकारी मिली जो शुरुआती इस्लामी काल की जानकारी मुहैया करा सके। खोजी गई मिट्टी की मस्जिद उत्खनन साइट की सतह के पास पाई गई। पानी, हवा और बारिश से कटाव के चलते इमारत के कुछ ही अवशेष बचे थे।’ (Islamic History In Mosque)

धी कर का शासन प्राचीन मेसोपोटामिया में सुमेरियन नगर सभ्यता की साइट समेत पुरातात्विक स्थलों का घर है। पिछले साल अपनी ऐतिहासिक इराक यात्रा के दौरान पोप फ्रांसिस ने उर क्षेत्र का भी दौरा किया था।

हाल ही में यहां की पुरातात्विक समृद्धि ने विदेशी मिशनों को भी आकर्षित किया है। मिसाल के तौर पर, एक फ्रांसीसी उत्खनन दल ने हाल ही में गवर्नर के तुलुल अल-सिंकारा में लारसा के पुरातात्विक स्थल पर राजा सिन-एडनाम के महल की खोज की। इस साल पुरातत्वविदों की रूसी-इराकी टीम ने एक प्राचीन बस्ती की भी खोज की जो लगभग 4000 साल पुरानी है।

जबकि, वर्षों के युद्ध और वित्तीय कुप्रबंधन के कारण, तेल संपदा से समृद्ध इराक के शासन-प्रशासन ने पुरातत्व में कोई खास दिलचस्पी नहीं ली।

इराकी पुरातत्व के एक शोधकर्ता हसन अल-सलामी ने नसीरियाह न्यूज नेटवर्क से कहा, इस क्षेत्र में बरसों से इराकी अनुसंधान और अन्वेषण मिशन कमजोर कर दिया है। लेकिन उम्मीद है कि आने वाले दिनों में धी कर में महत्वपूर्ण पुरातात्विक स्थलों की खोजें इतिहास की गवाह बनेंगी। (Islamic History In Mosque)

एक स्थानीय समाचार चैनल के साथ एक साक्षात्कार में धी कर के पुरावशेष विभाग के प्रमुख अमर अब्देल रज़ाक ने नई सरकार से धी कर को इराक की पुरातत्व राजधानी बनाने का आह्वान किया।

रजाक ने कहा, पुरातत्वों की वजह से इस सीजन में विदेशी और स्थानीय पर्यटकों की संख्या दोगुनी हो गई, यह एक मौका है यहां के विकास के लिए फैसला लेने का।


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