बदायूं में बोले अखिलेश यादव, इस सरकार से सिर्फ संविधान को ही नहीं, हमारी आपकी जान को भी खतरा है

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द लीडर हिंदी: लोकसभा चुनाव के लिए धुआंधार प्रचार किया जा रहा है. इसी कड़ी में अखिलेश यादव ने शनिवार को बदायूं में सपा प्रत्याशी आदित्य यादव के समर्थन में सहसवान के नाधा में चुनावी जनसभा को संबोधित किया.नाधा में आयोजित चुनावी सभा में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि ये वो क्षेत्र है जहां पर समाजवादियों को ताकत मिलती है. गुन्नौर के बाद अगर सबसे बड़ी जीत कहीं होने जा रही है तो सहसवान विधानसभा क्षेत्र में होने जा रही है.

देखने वाली बात होगी कि सहसवान के लोग ज्यादा मतों से जिताएंगे या फिर जसवंतनगर के लोग. बदायूं की जनता ने इतना प्यार दिया है कि अब चाचा सहसवान के होकर रह जाएंगे.इस दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि सात तारीख का चुनाव बीजेपी को सात समंदर दूर फेंक देगा. यह तीसरा चरण उनका सफाया करने जा रहा है. इन्होंने कोई वर्ग नहीं छोड़ा, जिससे नकली बात न की हो. यही लोग कहते थे कि आय दोगुनी कर देंगे. किसान हिसाब किताब लगाता है तो घाटा हो रहा है.

जनसभा में सपा मुखिया ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग कहते थे कि आय दोगुनी कर देंगे, वो लोग किसानों की जमीन छीन लेना चाहते थे. वही लोग तीन काले कानून लाए थे. किसानों के आंदोलन के चलते कानून वापस लेने पड़े थे लेकिन अभी लड़ाई खत्म नहीं हुई है. यह वही लोग हैं जो एमएसपी की गारंटी नहीं दे रहे हैं. सरकार बनने के बाद एमएसपी का कानून हक दिलाएंगे. अखिलेश यादव ने कोविड वैक्सीन को लेकर भी भाजपा पर सियासी वार किए. कहा कि इस सरकार से सिर्फ संविधान को ही नहीं, हमारी आपकी जान को भी खतरा है.

बदांयू में इन नेताओं ने भी किया जनसभा को संबोधित
बता दें लोकसभा चुनाव में बीजेपी और इंडिया गठबंधन में आमने-सामने का खेल चल रहा है.जिसके चलते सपा ने अपनी कमर कस ली है.जिसको लेकर बदांयू में अखिलेश यादव के साथ चुनावी सभा में सपा के महासचिव शिवपाल सिंह यादव, पूर्व केंद्रीय मंत्री सलीम इकबाल शेरवानी, लक्ष्मण यादव, पूर्व विधायक हाजी बिट्टन, पूर्व मंत्री ओमकार सिंह यादव, आशीष यादव, बाबर मियां, सतीश यादव, मांगेराम कश्यप, नवाब सिंह ने भी विरोधियों को करारा जवाब देने का आह्वन किया.

इस दौरान सपा प्रत्याशी आदित्य यादव ने भाजपा पर वार करते हुए कहा कि सहसवान अपना रिकॉर्ड फिर बनाएगा.बीजेपी ने नौजवानों की अनदेखी की है. बेरोजगारी चरम पर चली गई है. बेरोजगारी और बढ़ती महंगाई मुद्दा है. ये चुनाव संविधान खत्म करने के प्रयास को विफल करने का भी चुनाव है. नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि 2014 में कहा था कि मुझे प्रधानमंत्री मत समझना, मुझे चौकीदार समझना जबकि आज किसान अपने खेत में सिर्फ चौकीदार बन गया है.