द लीडर | गुजरात में इस साल के अंत में विधानसभा के चुनाव होने हैं। यह चुनाव इसलिए अहम बताया जा रहा है क्योंकि आम आदमी पार्टी ने सक्रिय तौर पर चुनाव में हिस्सा लेने का फैसला किया है। सवाल यह है कि आम आदमी पार्टी क्या बीजेपी को शिकस्त दे पाएगी। क्या आम आदमी पार्टी के उभार से कांग्रेस को नुकसान होगा। इन सबके बीच खबर आ रही है कि हार्दिक पटेल नाराज चल रहे हैं। हार्दिक पटेल ने हाल ही में अपनी नाराजगी जाहिर की थी।
कांग्रेस नहीं पसंद तो समय बर्बाद किये बिना आप ज्वाइन करिए
गुजरात कांग्रेस इकाई में मचे घमासान के बीच हार्दिक पटेल को आम आदमी पार्टी ने खुला ऑफर दिया है। AAP के गुजरात यूनिट के अध्यक्ष गोपाल इतालिया ने कहा कि कांग्रेस से शिकायत करने के बजाय उन्हें आम आदमी पार्टी में योगदान देना चाहिए। गौरतलब है कि हार्दिक पटेल ने राज्य नेतृत्व पर अपनी भड़ास निकालते हुए कहा था कि उन्हें अब तक स्पष्ट जिम्मेदारी नहीं दी गई है। उन्होंने कहा था कि उन्हें ऐसा लगा जैसे दूल्हे को जबरन नसबंदी के लिए मजबूर किया गया हो।
If Hardik Patel is not liking in Congress, he should join a like-minded party like AAP. Instead of complaining to Congress, wasting his time, he should contribute here… A party like Congress would not have a place for dedicated people like him: Gopal Italia, AAP Gujarat chief pic.twitter.com/LjKZv31hL9
— ANI (@ANI) April 15, 2022
गोपाल इतालिया ने कहा, ‘अगर हार्दिक पटेल को कांग्रेस पसंद नहीं है, तो उन्हें AAP जैसी विचारधारा वाली पार्टी में शामिल हो जाना चाहिए। कांग्रेस से शिकायत करने और अपना समय बर्बाद करने के बजाय उन्हें यहां योगदान देना चाहिए। कांग्रेस जैसी पार्टी में उनके जैसे समर्पित लोगों के लिए जगह नहीं होगी।’
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हार्दिक ने कांग्रेस पर लगाए आरोप
एक दिन पहले ही हार्दिक पटेल ने आरोप लगाया था कि पार्टी का प्रदेश नेतृत्व उन्हें परेशान कर रहा है और राज्य के कांग्रेस नेता चाहते हैं कि ‘मैं पार्टी छोड़ दूं।’ हार्दिक पटेल पर्याप्त जिम्मेदारियों के साथ उन पर भरोसा न करने के लिए पार्टी के खिलाफ हो गए हैं।
नहीं दिखा हार्दिक का असर
हालांकि 2017 के राज्य विधानसभा चुनावों में आरक्षण आंदोलन के कारण कांग्रेस को फायदा हुआ, लेकिन पटेल के शामिल होने के बाद 2019 के लोकसभा चुनावों या उसके बाद के नगरपालिका या पंचायत चुनावों में पाटीदार समुदाय ने पार्टी का समर्थन नहीं किया। पटेल ने कहा, मुझे इतना परेशान किया जा रहा है कि मुझे इसके बारे में बुरा लग रहा है। गुजरात कांग्रेस के नेता चाहते हैं कि मुझे पार्टी छोड़ देनी चाहिए।
हार्दिक बोले, बहुत दुखी हूं, राहुल ने भी नहीं की मदद
उन्होंने कहा, मैं बहुत दुखी हूं क्योंकि मैंने कई बार राहुल गांधी इसके बारे में बताया, लेकिन गुजरात कांग्रेस के नेताओं के खिलाफ उनकी ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई है। 2022 के राज्य चुनावों से पहले खोडलधाम मंदिर ट्रस्ट के प्रमुख पाटीदार चेहरे नरेश पटेल को कांग्रेस में लाने की योजना ने हार्दिक को नाराज कर दिया है। वह मानते हैं कि अगर नरेश पटेल कांग्रेस पार्टी में शामिल होते हैं तो पाटीदार नेता के रूप में उनका दबदबा खत्म हो जाएगा।
हार्दिक पटेल ने अफवाहों पर लगाया विराम
वहीं, गुजरात में कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने पार्टी छोड़ने की अफवाहों से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस छोड़ रहा हूं, मुझे नहीं पता कि ऐसी अफवाहें कौन फैला रहा है। उन्होंने कहा, “मैंने अब तक कांग्रेस को अपना 100 प्रतिशत दिया है और आने वाले दिनों में भी दूंगा। हम गुजरात में बेहतर विकास करेंगे।”
हार्दिक ने कहा, “पार्टी के भीतर छोटे-छोटे झगड़े और दोषारोपण तो होते रहते हैं, लेकिन हमें इसे बनाने के लिए मिलकर काम करना होगा, गुजरात एक बेहतर जगह है।” उन्होंने कहा, “अगर सच बोलना अपराध है, तो मुझे दोषी मानिए। गुजरात के लोगों को हमसे उम्मीदें हैं, हमें उनके सामने खड़ा होना होगा।”
मुश्किल में गुजरात कांग्रेस
गुजरात में कांग्रेस के लिए मुश्किलों का दौर शुरू हो गया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता तेजी से बीजेपी और आम आदमी पार्टी (AAP) का रुख कर रहे हैं। गुरुवार को ही सौराष्ट्र क्षेत्र से दो वरिष्ठ कांग्रेस नेता इंद्रनील राजगुरु और वश्राम सगाठिया ने AAP जॉइन कर बड़ा झटका दिया। इस बीच गढड़ा सुरक्षित सीट से पूर्व विधायक प्रवीण मारू भी बीजेपी में शामिल हो गए हैं।
कांग्रेस के कई नेता जता चुके हैं नाराजगी
कांग्रेस के प्रदेश संगठन को प्रभारी रघु शर्मा व प्रदेश अध्यक्ष जगदीश ठाकोर जितना मजबूत करने की कोशिश करते हैं, उतना ही संगठन में बिखराव होता नजर आता है। अहम ओहदों पर बैठे कांग्रेस के कई नेता केंद्रीय व प्रदेश आलाकमान से नाराजगी व्यक्त कर चुके हैं। हाल ही कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने पार्टी नेताओं में निर्णयशक्ति के अभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली से लेकर गुजरात तक पार्टी के एक जैसे हाल हैं।
पटेल ने कहा है कि कांग्रेस उनकी शक्ति का उपयोग नहीं कर पाई, पाटीदार नेता एवं खोडलधाम ट्रस्ट के प्रमुख नरेश पटेल के साथ ऐसा नहीं होना चाहिए। कांग्रेस उनको लेकर अपनी स्थिति साफ करें कि उनको उचित स्थान देकर उनसे क्या काम लेना चाहती है। हार्दिक के इन बयानों के बाद चर्चा यह भी है कि वे आम आदमी पार्टी में भी जा सकते हैं।