खरगोन में हिंसा के बाद आज नही खुलीं मस्जिदें : घर पर ही पढ़ी गई जुमे की नमाज़

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द लीडर | रामनवमी समारोह के दौरान मध्य प्रदेश के खरगोन में हुई हिंसा के बाद स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है लेकिन अफवाहों का बाजार गर्म है। पिछले चार दिनों से लगे कर्फ्यू की वजह से लोग अपने घरों के अंदर ही है। बुधवार रात अचानक पत्थरबाजी की अफवाह से एक बार यहां अफरातफरी मच गई। इसके बाद रात के वक्त पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स को गश्त बढ़ानी पड़ी। एक तरफ जहां राज्य की शिवराज सरकार ने कहा कि दंगाइयों को बख्शा नहीं जाएगा तो वहीं दूसरी तरफ खरगोन में प्रशासन ने जुमे के रोज़ घर पर ही नमाज पढ़ने की अपील की। प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि किसी को भी मस्जिद में नमाज पढ़ने की इजाजत नहीं दी जाएगी।

सभी समाज के प्रतिनिधियों के साथ बैठक 

गुरुवार को कलेक्टर अनुग्रहा पी और SP रोहित काशवानी ने कंट्रोल रूम में सभी समाज के प्रतिनिधियों के साथ अलग-अलग समय पर बैठक की। बैठक में दोनों समुदायों के धर्मगुरुओं ने प्रशासन को सहयोग करने की सहमति दी। बजरंग दल के साथ हुई बैठक में कलेक्टर ने कहा शहर में शांति और सद्भाव ज्यादा जरूरी है। ग्रामीण क्षेत्रों में धूमधाम से त्योहार मना सकते हैं। लेकिन शहर में कर्फ्यू के वजह से मंदिर नहीं खुलेंगे। इस दौरान हिंदू संगठन के अन्य कार्यकर्ता और पदाधिकारी मौजूद थे।


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सभी जुमे की नमाज़ घर पर ही पढेंगे 

अफसरों ने कहा शुक्रवार की नमाज घरों में ही रहकर पढ़ें। यही हमारे शहर के हित में है। सदर अल्ताफ आजाद और समाज के अन्य लोगों ने सरकार को भरोसा दिलाया है कि सभी लोग नमाज घर पर ही पढ़ेंगे। इसी के साथ ईसाई धर्मगुरू थॉमस चाको ने भी सरकार को भरोसा दिलाया है कि गुड फ्राइडे के लिए शहर की कोई भी चर्च नहीं खुलेंगी। सभी लोग घर पर ही त्योहार मनाएंगे।

उपद्रव के कारण त्याैहाराें का रंग फीका हुआ

दाे साल के काेराेनाकाल के बाद अब लाेगाें ने राहत की सांस ली है। ऐसे में इस बार रमजान सहित अन्य सभी त्याैहाराें काे लेकर लाेगाें में खासा उत्साह है। खरगाेन भी त्याैहाराें काे लेकर तैयारियां जाेरशाेर से जारी थीं। इसी बीच श्रीरामनवमी पर हुए उपद्रव ने लाेगाें के उत्साह पर पानी फेर दिया है। प्रशासन काे हालात पर नियंत्रण करने के लिए कई जरूरी कदम उठाने पड़ रहे हैं। इसके तहत इस बार त्याैहार भी लाेगाें काे घर में ही मनाने पड़ सकते हैं।

अवैध संपत्तियां गिराई गईं

खरगोन प्रशासन ने आरोपियों की पहचान कर उनकी अवैध संपत्तियों को भी गिराया है। हालांकि, मुस्लिम संगठनों ने इस पर आपत्ति जताई है। मुस्लिमों का आरोप है कि प्रशासन जानबूझ कर उन्हें टारगेट कर रहा है।

चार दिनों से खरगोन में कर्फ्यू

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ‘‘कुछ लोग राज्य में दंगे फैलाने की साजिश कर रहे हैं। वे प्रदेश को आग लगाना चाहते हैं। मैं लोगों से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील करता हूं। लेकिन अगर कोई दंगा करता है, तो मामा (जैसा कि चौहान को लोकप्रिय तौर पर मध्य प्रदेश में कहा जाता है) छोड़ेगा नहीं। दंगाइयों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी।’’

गौरतलब है कि रामनवमी के दिन खरगोन शहर के तालाब चौक से एक जुलूस निकाला था। आरोप है कि इसके कुछ देर बाद ही कुछ लोगों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। बीच में पुलिस ने स्थिति नियंत्रित की, लेकिन कुछ घंटे बाद हालात खराब हो गए। इसके बाद अहतियातन राज्य सरकार ने वहां कर्फ्यू लगा दिया। लोग 4 दिन से कर्फ्यू में जी रहे हैं।

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