#FarmersProtest: 6 सितंबर तक SDM को बर्खास्त करने का अल्टीमेटम, मुजफ्फरनगर महापंचायत में उमड़ेंगे किसान

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संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है, करनाल में सिर फोड़ने का आदेश देने वाले एसडीएम का तबादला नाकाफी है, यह एक नियमित स्थानांतरण है, बल्कि यह प्रोत्साहन के साथ-साथ पदोन्नति भी है, सजा नहीं, असल में हरियाणा सरकार हत्यारे अधिकारी को बचाने को नाकाम कोशिश कर रही है। हत्या का मुकदमा दर्ज कर 6 सितंबर तक बर्खास्त नहीं किए जाने पर 7 सितंबर को करनाल लघु सचिवालय का घेराव किया जाएगा, इंसाफ मिलने तक देशभर में प्रदर्शन जारी रहेंगे।

दिल्ली की सीमाओं पर धरने के 280वें दिन किसान मोर्चा ने बयान जारी कर बताया कि बंगाल, असम, बिहार, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, केरल, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, मध्यप्रदेश आदि प्रदेशों के विभिन्न जिलों में करनाल में लाठीचार्ज में घायल सुशील काजल की शहादत के बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री का पुतला दहन कर आरोपी एसडीएम को तुरंत बर्खास्त करने के साथ गिरफ्तार कर हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई।

मोर्चा ने पंजाब के मोगा शहर में आज केकेयू के कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किए जाने की निंदा करते हुए दोषी अधिकारियों कर तत्काल कार्यवाही की मांग की। किसानों पर लाठीचार्ज तब किया गया, जब वे अकाली दल के नेता सुखबीर बादल से शांतिपूर्ण तरीके से बात करने जा रहे थे।

संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि धान की खरीद के केंद्र सरकार ने जो नए मापदंड जारी किए हैं उनके खिलाफ किसानों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। नए नियमों में टूटे दाने की खरीद 25 प्रतिशत से घटाकर 20 प्रतिशत, नमी प्रतिशत से घटाकर 14 प्रतिशत, नुकसान हुए धान की खरीद का प्रतिशत 3 से घटाकर 2 प्रतिशत और लाल दाने जो अब तक 3 प्रतिशत तक लिए जाते थे, की खरीदी अब नहीं की जाएगी।

मोर्चा ने कहा है कि सरकार की नीति से स्प्ष्ट होता है कि वह किसानों से कम से कम धान समर्थन मूल्य पर खरीदना चाहती है। किसानों के विरोध के साथ-साथ मिलर्स एसोसिएशन द्वारा भी नए मापदंडों का विरोध किया जा रहा है। पंजाब के किसान संगठनों ने नए नियमों की निंदा कर इन्हें स्वीकार करने से इनकार कर दिया है।

संयुक्त किसान मोर्चा के 26-27 अगस्त को सिंघु बॉर्डर पर हुए राष्ट्रीय अधिवेशन में लिए गए फैसले के अनुसार विभिन्न राज्यों में संयुक्त किसान मोर्चा की समन्वय समितियों के गठन को बैठकें शुरू हो गई हैं। उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ में बैठकें हो चुकी हैं। उत्तरप्रदेश में 9-10 सितंबर को लखनऊ में बैठक बुलाई गई है।

मध्यप्रदेश में 3 सितंबर को और बिहार में 11 सितंबर को बैठक होने की सूचना दी गई है। संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि 25 सितंबर के पहले सभी राज्यों में समन्वय समितियां गठित करने का लक्ष्य रखा गया है ताकि संयुक्त किसान मोर्चा में अधिक से अधिक संगठनों की भागीदारी सुनिश्चित कर भारत बंद को पहले से अधिक प्रभावकारी बनाया जा सके।

5 सितंबर की मुजफ्फरनगर किसान महापंचायत की तैयारियां जोरों पर चल रही है। उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा और पंजाब के जिलों में बैठकें हो रही है। इन तैयारी बैठकों में भारी उत्साह के साथ हज़ारों किसान शामिल हो रहे हैं। अन्य राज्यों से भी बड़ी संख्या में किसानों के पहुंचने की सूचना प्राप्त हुई है।


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