Exclusive Interview : कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि 2022 में उप्र की जनता का नारा होगा “चंदा चोर, गद्दी छोड़’

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द लीडर : उत्तर प्रदेश में 2022 का विधानसभा चुनाव कांग्रेस अकेले दम पर लड़ेगी. किसी दूसरे राजनीतिक दल से समझौता नहीं करेगी. विधानसभा के उपचुनाव से लेकर जिला पंचायत चुनाव तक कांग्रेस बतौर प्रमुख विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी से आगे रही है. उसका वोटिंग ग्राफ सपा से ज्यादा रहा है.

भारतीय जनता पार्टी में कांग्रेस से लड़ने की हिम्मत नहीं है. वह आसानी से जीतना चाहती है. इसलिए सोची-समझी रणनीति के तहत उनके नेता सपा को लेकर बयान देते हैं. जिससे चुनावी लड़ाई भाजपा बनाम कांग्रेस की जगह भाजपा बनाम सपा दिखाई जा सके और सूबे की जनता का ध्यान कांग्रेस की ओर से भटकाया जा सके.

पिछले 30 सालों में लोगों ने भाजपा, सपा और बसपा का कार्यकाल देख लिया है. कैसी लूट-खसोट हुई? गुंडाराज का बोलबाला रहा. भाजपा ने तो श्रीराम मंदिर निर्माण का चंदा तक चोरी कर लिया. इसलिए जनता ने तय कर लिया है “चंदा चोर, गद्दी छोड़’… कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है.

ये बातें यूपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने द लीडर से खास बातचीत में कही. आइये आपको बताते हैं कि उन्होंने विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर कांग्रेस की रणनीति के बारे में क्या कहा.

सपा नहीं, कांग्रेस प्रमुख विपक्षी पार्टी

यूपी में चुनाव की बात होते ही सपा को मुख्य विपक्षी पार्टी के तौर पर देखा जाने लगता है? इस सवाल पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू ने कहा कि पिछला लोकसभा चुनाव सपा-बसपा साथ लड़े. नतीजा क्या हुआ? हार गए. आज यूपी में प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस है, जो लोगों के बुनियादी अधिकारों को लेकर सड़कों पर संघर्ष कर रही है. किसान हताश है, निराश है. आत्महत्या करने को मजबूर है. गन्ने का 10 हजार करोड़ से ज्यादा का बकाया है. अगर किसानों की आवाज उठाने का कोई पार्टी काम कर रही है तो वह कांग्रेस है. किसान पिछले छह महीनों से तीन काले कानून के खिलाफ धरने पर बैठे हैं. उनका समर्थन सिर्फ कांग्रेस ने किया. प्रियंका गांधी ने उनके लिए सभाएं तक की.

नौजवानों की आवाज है कांग्रेस

उन्होंने कहा कि प्रदेश में नौजवान बेरोजगारी का दंश झेल रहा है. भर्तियों को लेकर युवा रोज आंदोलित है. 10 लाख से अधिक नौजवान टीईटी और सुपर टेट पास करके घर में बैठने को मजबूर है. दलित, शोषित और वंचित लोगों के अधिकारों पर डाका डालने का काम सरकार ने किया है. उनकी आवाज कांग्रेस उठा रही है. पुलिस भर्ती, दरोगा भर्ती का मामला किसने उठाया, कांग्रेस उठा रही है.

उप्र जंगलराज में तब्दील

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सूबे में कानून व्यवस्था फेल है. उत्तर प्रदेश जंगल राज में तब्दील है. हाथरस, उन्नाव और शाहजहांपुर की बेटी को न्याय दिलाने के लिए कौन लड़ा. प्रियंका गांधी ने खुद कमान संभाली और सड़कों पर उतरकर संघर्ष किया. सोनभद्र में आदिवासी भाई-बहनों की हत्या हुई, उसकी लड़ाई कांग्रेस ने लड़ी. प्रयागराज में निषाद जाति के लोगों की नाव तोड़ी गई. उनके अस्तित्व और सम्मान से इस सरकार ने खिलवाड़ किया तो उनकी लड़ाई भी कांग्रेस ने लड़ी.

क्या घर की दहलीज पार कर पाए अखिलेश

उन्होंने कहा कि कांग्रेस उप्र में मुख्य विपक्षी पार्टी है. अखिलेश कहां है? क्या घर का दरवाजा और दहलीज कभी पार कर पाए? कहां हैं बहन जी? क्या कभी घर का दरवाजा और दहलीज पार कर पाईं? कांग्रेस का कार्यकर्ता सड़कों पर लड़ रहा है. जनता की समस्याओं को लेकर दो साल में करीब एक लाख कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी दी है. 18000 कार्यकर्ताओं पर मुकदमे लिखे गए हैं. उन्हें 3 दिन से लेकर 3 महीने तक जेल जाना पड़ा. 1 साल में योगी सरकार ने मुझे 100 बार गिरफ्तार कराया है.

सपा से ज्यादा कांग्रेस का वोटिंग ग्राफ

अजय कुमार लल्लू ने सपा को मुख्य विपक्षी पार्टी बताने पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि जिला पंचायत के नतीजे देखें तो 271 सीटों पर कांग्रेस पहले स्थान पर थी. 571 पर दूसरे स्थान पर थी. 711 सीटों पर तीसरे स्थान पर थी. विधानसभा और लोकसभा में हम 50 लाख वोट पाए थे, लेकिन जिला पंचायत में 1 करोड़ 72 लाख वोट पाए हैं. उपचुनाव की बात करें तो 7 में से केवल एक सीट समाजवादी पार्टी जीती, लेकिन 4 सीटों पर कांग्रेस दूसरे स्थान पर थी. इसलिए सपा से ज्यादा कांग्रेस का वोटिंग ग्राफ बढ़ा है. 2022 विधानसभा चुनाव तय कर देगा कि प्रदेश की जनता का आर्शीवाद कांग्रेस को मिलने जा रहा है.

भाजपा में नहीं है कांग्रेस से लड़ने की हिम्मत

उन्होंने सपा को यूपी में मुख्य विपक्षी दल बताए जाने को भाजपा की साजिश करार दिया. बोले- कांग्रेस से लड़ने की हिम्मत भाजपा में नहीं है. भारतीय जनता पार्टी जानती है कि अगर आसानी से लड़ना है तो समाजवादी पार्टी को टारगेट करो, इसलिए उनके नेता सोची-समझी रणनीति के तहत सपा को टारगेट करके बयान देते हैं. मैं पूरे दावे से द लीडर के माध्यम से यह कह रहा हूं कि कांग्रेस 2022 के विधानसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने जा रही है. यह तय है. वह भी अकेले अपने दम पर.

30 साल से जनता देख रही लूट-खसोट, गुंडाराज

पिछले चुनावों में कांग्रेस का उत्तर प्रदेश में प्रदर्शन खास नहीं रहा है. फिर कैसे यूपी में अबकी बार बहुमत मिलेगा? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि 30 साल में प्रदेश की जनता ने भाजपा, सपा और बसपा तीनों के कार्यकाल को देख लिया है. कैसे लूट-खसोट हुई, गुंडाराज, बरोजगारी, किसान परेशान, आत्महत्या करने को मजबूर है तो निश्चित तौर पर प्रदेश की जनता ने मन बना लिया है. पिछले सालों में उप्र की जनता ने जिसे भी मौका दिया, पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने का दिया है. इस बार यह मौका कांग्रेस को मिलने जा रहा है.


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कांग्रेस सभी जाति-धर्मों की पार्टी

कांग्रेस खुद से छिटक कर जा चुके दलित, मुस्लिम व अन्य जाति के वोट बैंक को वापस लाने के लिए क्या कर रही है? इस सवाल का जवाब देते हुए अजय कुमार लल्लू ने कहा कि कांग्रेस सभी जाति, धर्म और वर्गाें की पार्टी है. वर्तमान में हर वर्ग का आदमी दुखी है. किसान सभी जाति का होता है. नौजवान सभी जाति का होता है. गांव और गरीब सभी जाति का होता है. शोषित और वंचित सभी जाति का होता है. ये सब लोग इस बार मन बना चुके हैं कि आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को आर्शीवाद देना है.

हर मोर्चे पर विफल है मोदी सरकार

मोदी सरकार के मंत्रिमंडल में बदलाव से क्या लोगों की नाराजगी और खामियां दूर हो जाएगी? इस सवाल पर अजय कुमार लल्लू ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. बोले- यह सरकार हर मोर्चे पर विफल है. कोरोना का मिस मैनेजमेंट सभी ने देखा है कि किस तरह से लोग तड़प-तड़प कर दम तोड़ने को मजबूर हुए. इस सरकार के पास इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं है. डेवलेपमेंट की कोई योजना नहीं है. बुनकर परेशान है. छोटे लघु उद्योग बंद हो गए. छोटा व्यापारी और व्यावसायी आत्महत्या कर रहा है. रोजगार मिल नहीं रहा है. जीडीपी गिर रही है. इनसे जनता का ध्यान भटकाना है ना, क्योंकि यूपी में चुनाव आने वाला है.

भाजपा ने चोरी किया है चंदा

अजय कुमार लल्लू ने आगे कहा कि भाजपा ने श्रीराम मंदिर निर्माण का चंदा चोरी किया है. अयोध्या में श्रीराम न्यास ट्रस्ट के सदस्यों ने 2 करोड़ की जमीन 18 करोड़ की कर दी और यह सब अपने ही रिश्तेदारों की मदद से किया. भगवान राम मर्यादा पुरुषोत्तम हैं और अपनी मर्यादा को रखने के लिए जब अयोध्या के लोगों ने कहा कि सीता मईया की परीक्षा होनी चाहिए तो उन्होंने मर्यादा में उनकी परीक्षा कराई. लेकिन ये भाजपा और आरएसएस के लोग ऐसे हैं जो मर्यादा पुरुषोत्तम राम तो कहते हैं मगर जब परीक्षा देने की बारी आती है, जांच की बात आती है तो भाग जाते हैं. उत्तर प्रदेश की जनता ने यह तय कर दिया है कि चंदा चोर, गद्दी छोड़… और भाजपा को इस बार गद्दी छोड़नी पड़ेगी.

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