द लीडर. पड़ोसी मुल्क नेपाल. राजनीतिक संकट के बीच आपदा ने कई घरों के चूल्हे बुझा दिए हैं. बेरोजगारी की समस्या के सबब वहां रहने वाला मजदूर तबका काफी ज्यादा परेशान है. यह इत्तेला जब दरगाह आला हजरत के प्रमुख मौलाना सुब्हान रजा खां उर्फ सुब्हानी मियां और सज्जादानशीन मुफ्ती मुहम्मद अहसन रजा कादरी तक पहुंची तो उन्होंने फौरन राहत सामग्री लेकर एक दल नेपाल रवाना किया. जो शुक्रवार-जुमे की नमाज के बाद से खाद्यान्न वितरण में जुटा है.
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दरगाह आला हजरत का प्रतिनिधिमंडल देश की सीमा से लगे नेपाल के दो जिलों कपिलवस्तु और बांके में राहत सामग्री वितरित कर रहा है.
मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने बताया कि सुब्हानी मियां और अहसन मियां को जानकारी मिली थी कि देश की सीमा के पास नेपाल के कुछ हिस्सों में बहुत से गरीब व मजदूर सुन्नी मुसलमान हर दिन कड़ी मेहनत करके घर में चूल्हा जलने का इंतजाम करते हैं.
कोरोना वायरस और बार-बार के लॉकडाउन ने उनकी कमर तोड़ दी है. इससे मजदूर और उनका परिवार अत्यधिक अवसाद और बदतर हालात से दोचार है।
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नेपाल से यह रिपोर्ट मिलते ही सन्नियों का मरकज कही जाने वाली दरगाह आला हजरत से करीब तीन लाख रुपये की जरूरी खाद्य सामग्री के पैकेट बनवाकर मुफ्ती मुहम्मद सलीम नूरी, मौलाना शहाबुद्दीन रजवी और मौलाना गुलाम मुस्तफा रजवी की कयादत में एक प्रतिनिधिमंडल नेपाल भेजा गया है.
प्रतिनिधिमंडल 16 जुलाई को बांके जिले के लोगों के बीच जुमे की नमाज के बाद मदीना नूरी मस्जिद और दारुल उलूम गुलशने मदीना नेपाल गंज परिसर में राहत सामग्री वितरित करेगा, जिसकी शुरुआत हो गई है.
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इसी तरह शनिवार 17 जुलाई को दोपहर ग्यारह बजे कपिलवस्तु जिले के कृष्णा नगर स्थित अल जामेतुल बराकतिया फॉर गर्ल्स के प्रांगण में राहत सामग्री वितरित की जाएगी.
उसी दिन दोपहर में चनरौटा की प्रसिद्ध रजा जामा मस्जिद और कपिलवस्तु जिले के मुख्य शहर चनरोटा में जामिया अहले सुन्नत मिस्बाह-उल-उलूम मिस्कीनिया के परिसर में राहत सामग्री के पैकेट बांटे जाएंगे.
प्रतिनिधिमंडल तौलहवा जिले के केंद्रीय मदरसा जामिया इस्लामिया अहसनुल-बराकत भवन में 18 जुलाई को सुबह 10 बजे दरगाह आलाहजरत के प्रमुख सुब्हानी मियां के संदेश का प्रसारण भी किया जाएगा।