हल्द्वानी।
कुमाऊं के अधिकतर मरीजों की मंजिल होता है ये सुशीला तिवारी अस्पताल। पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी की पत्नी की याद में बना था। कल से ये अस्पताल इसलिए चर्चा में था कि यहां का एक कर्मचारी पीपीई किट में सड़क पर डांस करते दिखा और आने वाले कल के अखबारों में सुर्खी होगी इस अस्पताल से निकली 30 कोविड मरीजों की लाशें।
पहले कल शाम का किस्सा- सड़क पर बारात जा रही थी तभी सुशीला तिवारी अस्पताल के कमर्चारियों की वैन उधर से गुजरी। एक युवक उतरा पूरी किट पहने था और बारातियों के बीच बैंड की धुन पर नाचने लगा। उसे देख कर बाराती दाएं बाएं भागे। जाहिर है वंदा भले ही कोरोना वॉरियर है लेकिन उसके किट पर वायरस भी तो हो सकता है! बाद में लोगो ने इस नादानी पर सवाल किए तो कहने लगा हर वक्त मरीजों के बीच तनाव में रहते हैं, मन हल्का करने के लिए डांस किया। लोग दिनभर इस खबर पर चर्चा करते रहे।
दूसरी खबर एकदम ताज़ा है। शाम को खबर मिली कि आज आंकड़ो का रिकॉर्ड बंनने वाला है। अकेले सुशीला तिवारी अस्पताल से 30 कोविड मरीजों की लाशें उठी हैं। मोर्चरी और गेट पर मातम है। कुछ लोगों को तो एम्बुलेंस के लिए भी भटकना पड़ा। अस्पताल में इस समय 391 कोविड मरीज हैं और इनमें से 120 की हालत नाजुक है। अस्पताल में एक दिन में हुई मौतों का ये सबसे बड़ा आंकड़ा है।