कांग्रेस का मुस्लिम वोट बैंक पर ज़ोर, जुमे की नमाज़ के बाद मस्जिदों के बाहर बांटेगी संकल्प पत्र

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द लीडर | उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई हैं। सभी पार्टियों ने वोटरों को साधने की कोशिश शुरू कर दी है। इसी बीच कांग्रेस ने शुक्रवार से सभी मस्जिदों के बाहर संकल्प पत्र बांटने का फैसला लिया है। इसे मुस्लिम वोटों को साधने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। वहीं इस अभियान के तहत अगले चार शुक्रवार तक 8432 मस्जिदों के बाहर जुमे की नमाज़ के बाद संकल्प पत्र बांटे जाएंगे। कांग्रेस का 25 लाख लोगों तक संकल्प पत्र पहुंचाने का लक्ष्य है। ये संकल्प पत्र 24 सितंबर से 15 अक्टूबर तक महा अभियान के तहत बांटे जाएंगे।

यूपी में अल्पसंख्यक कांग्रेस मस्जिद तक पहुंच कर लोगों को संकल्प पत्र बांटने की शुरुआत करने जा रही है जिसमें 24 सितंबर से आने वाले अगले चार शुक्रवार जब जुमे की नमाज पढ़ी जाती है उस दौरान मस्जिदों के बाहर ये संकल्प पत्र बांटे जाएंगे। कांग्रेस का ये अभियान 15 अक्टूबर तक चलेगा। ये संकल्प पत्र सभी 403 विधानसभा सीटों की बड़ी मस्जिदों के बाहर बांटे जाएंगे।


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हर जिले में संकल्प पत्र वितरण अभियान चलाएगी कांग्रेस

अल्पसंख्यक कांग्रेस ने हर ज़िले में एक महीने तक चलने वाले संकल्प पत्र वितरण अभियान की शुरुआत की है। वहीं, 24 सितंबर से 15 अक्टूबर तक चलने वाले इस अभियान के तहत हर शुक्रवार को प्रत्येक विधान सभा की 6 बड़ी मस्जिदों में नमाज़ बाद ये संकल्प पत्र बांटे जाएंगे। राजधानी लखनऊ के कैंट इलाके स्थित जामा मस्जिद पर इस अभियान की शुरुआत शहर अल्पसंख्यक कांग्रेस के चेयरमैन अनीश अख्तर ने की।

29 सितंबर से प्रियंका का दौरा

कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी 29 सितंबर से सूबे में चुनावी दौरा शुरू करेंगी। विधानसभा चुनाव का बिगुल क्रांतिधरा से 29 सितंबर को फूंका जाएगा। दो अक्तूबर को वाराणसी में महारैली को वह संबोधित करेंगी। सात अक्तूबर को आगरा और 16 अक्तूबर को प्रयागराज में रैली करेंगी। मेरठ में कांग्रेसियों ने रैली की तैयारियां शुरू कर दी हैं। एक लाख लोगों की भीड़ जुटने का दावा किया जा रहा है।


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मुसलमान वोट बैंक खो चुकी है कांग्रेस 

तीन दशक पहले तक उत्तर प्रदेश का मुस्लिम वोट कांग्रेस के पाले में गिरा करता था लेकिन सत्ता से लगातार दूर रहने की वजह से मुस्लिम वोट कांग्रेस को मिलना लगातार कम होता चला गया। यह वोट समय के साथ यूपी में समाजवादी पार्टी के खाते में आ गया। प्रदेश में अपना वजूद खो चुकी कांग्रेस की कोशिश यही कि मुस्लिम वोटों को दोबारा अपने खाते में लाया जाये। यही वजह है कि पार्टी 16 सूत्रीय संकल्प पत्र से मुस्लिमों को लुभावने वादे कर रही है।

दो दर्जन लोकसभा क्षेत्रों मे हैं 20 फीसदी से अधिक मुस्लिम आबादी

2011 की जनगणना के अनुसार, यूपी में दो दर्जन से अधिक संसदीय क्षेत्र हैं जहां मुस्लिम समुदाय कुल आबादी का 20% से अधिक है। इनमें से एक दर्जन से अधिक निर्वाचन क्षेत्र, जिनमें रामपुर (50.57%), मुरादाबाद (47.12%), सहारनपुर (41.95%), बिजनौर (43.04%), मुजफ्फरनगर (41.30%) और अमरोहा (40.78%), बलरामपुर (37.51) शामिल हैं। %), आजमगढ़ (36%), बरेली (34.54%), मेरठ (34.43%), बहराइच (33.53%), गोंडा (33%) और श्रावस्ती (30.79%) में मुसलमानों की उपस्थिति बहुत मजबूत है।


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