नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली इस वक्त कोरोना संकट के महाप्रकोप से जूझ रही है. हालात इतने खराब हो गए हैं कि दिल्ली के कई अस्पतालों में इस वक्त एक भी आईसीयू बेड्स नहीं हैं.
दिल्ली में एक हफ्ते का लॉकडाउन
देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना की बेकाबू रफ्तार के बीच लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया गया है. दिल्ली में आज रात 10 बजे से लेकर 26 अप्रैल की सुबह तक लॉकडाउन लागू रहेगा. इस दौरान सख्ती लागू होंगी.
यह भी पढ़े: कोरोना का विकराल रूप, देश में 24 घंटे में 2.73 लाख नए मामले,1619 की मौत
बड़े-बड़े अस्पताल में बेड्स की किल्लत
दिल्ली सरकार की वेबसाइट की मानें, तो राजधानी के बड़े-बड़े अस्पताल इस वक्त बेड्स की किल्लत से जूझ रहे हैं. दिल्ली सरकार के ऐप के मुताबिक, दिल्ली सरकार के कई अस्पतालों में कोविड-19 स्पेशल आईसीयू बेड्स खत्म हो गए हैं.
बीते दिन ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसकी आशंका जताई थी और कहा था कि राजधानी में आईसीयू बेड्स की संख्या लगातार घट रही है.
इलाज के लिए तड़प रहे मरीज
इस ऐप के मुताबिक, देश के सबसे बड़े अस्पताल एम्स में भी सिर्फ 4 ही आईसीयू बेड विद वेंटिलेटर इस वक्त मौजूद हैं. इनके अलावा बहुत कम ही ऐसे अस्पताल हैं, जहां पर ये सुविधा बची है. यही कारण है कि दिल्ली के कई अस्पतालों के बाहर मरीज इलाज के लिए तड़प रहे हैं.
यह भी पढ़े: कोरोना के साये में यूपी पंचायत चुनाव के दूसरे चरण का मतदान शुरू,लखनऊ समेत 20 जिलों में मतदान
बता दें कि, बीते दिन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार से मदद मांगी और कहा कि, दिल्ली में मौजूद केंद्र के अस्पतालों में कोविड मरीजों के लिए बेड्स की संख्या को बढ़ाना चाहिए. उन्होंने कहा कि, दिल्ली में केंद्र सरकार के कुल मिलाकर 10,000 बेड हैं, जिसमें से अभी करीब 1800 बेड्स ही कोरोना के लिए रिजर्व हुए हैं.
दिल्ली में कोरोना का हाल
24 घंटे में आए केस- 25,462
24 घंटे में हुई मौतें- 161
पॉजिटिविटी रेट- 29.64%
कुल केस की संख्या- 8,53,460
पॉजिटिव केस की संख्या- 74,941
अबतक हुई कुल मौतें- 12,121
यह भी पढ़े: कोरोना को कैसे हराया जाए? मनमोहन सिंह ने पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी