चीन में बर्फबारी के बीच क्रॉस कंट्री माउंटेन रेस में 21 की मौत

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द लीडर डेस्क।

पहाड़ी और पथरीले रास्तों पर दौड़ रहे धावकों पर चीन में ओले और बर्फ मौत बन कर टूट पड़े। 100 किलोमीटर की इस क्रॉस कंट्री माउंटेन रेस पर निकले 172 में से 151 ही आधे रास्ते से जिंदा वापस लाये गए। 21 शव बन कर लौटे और कई अभी अस्वस्थ हैं। कल दोपहर बाद शुरू हुआ राहत व बचाव का कार्य रविवार सुबह तक पूरा हो पाया।
यह हादसा चीन के सबसे पिछड़े क्षेत्र गांसु प्रान्त में हुई जिसके उत्तर में मंगोलिया और पश्चिम में झिनजियांग प्रान्त है। शनिवार की दोपहर तय रास्ते में शुरुआती बिंदु से 20 से 31 किलोमीटर की दूरी के बीच अचानक मौसम खराब हो जाने से ये धावक फंस गए। तेज हवाओं के साथ बर्फबारी और ओलावृष्टि होने लगी। डिस्ट्रेस कॉल पर एक छोटा राहत दल रवाना किया गया लेकिन कुछ के लिए काफी देर हो चुकी थी। कल शाम तक 18 को ही निकला गया था। रात को मौसम और खराब होने के कारण बचाव दल कुछ खास नहीं कर पाया। सुबह तक अतिरिक्त राहत कर्मियों के पहुंचने पर अभियान तेज हो पाया। 20 शव उठाये गए। एक अति गंभीर धावक ने रास्ते में दम तोड़ा जबकि कई ह्यपोथर्मिया से पीड़ित हैं जिनमे से पांच अभी खतरे से बाहर नहीं हैं।
घटना स्थल के करीब बाइयिन शहर के अधिकारियों ने एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा के उत्तर-पश्चिमी गांसु प्रांत में बाइयन शहर के पास येलो नदी के अत्यधिक ऊंचाई वाले जंगल में आयोजित दौड़ पर अचानक, खराब मौसम” का साया पड़ गया। ये स्थान समुद्र तल से 6500 से 9800 फिट की ऊंचाई पर है।
बाइयिन शहर के मेयर झांग शुचेन ने कहा कि करीब 20 से 31 किलोमीटर के बीच दौड़ का ऊंचाई वाला हिस्सा अचानक विनाशकारी मौसम से प्रभावित हो गया। अचानक तापमान में तेजी से गिरावट आई और फिर जैसे मौत बरसने लगी।शनिवार दोपहर एक बजे दौड़ वाले इलाके में अचानक ओलावृष्टि एवं बर्फीली बारिश हुई तथा तेज हवाएं चलीं। वायुमंडलीय तापमान में अचानक गिरावट के कारण लोगों को दिक्कत होने लगी। उन्होंने बताया कि कुछ प्रतिभागियों से मदद के संदेश मिलने के तुरंत बाद मैराथन आयोजकों ने एक बचाव दल भेजा। जिन 151 लोगों के सुरक्षित होने की पुष्टि हुई है, उनमें से 5 की हालत स्थिर है।
स्थानीय प्रशासन ने लापता लोगों की तलाश के लिए उपकरणों से लैस 1,200 से अधिक बचावकर्ताओं को काम में लगाया। इलाके में रात को फिर से तापमान गिर गया, जिससे तलाश एवं बचाव अभियान और मुश्किल हो गया।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने बताया कि कुछ धावक मौसम के परिणामस्वरूप हाइपोथर्मिया से पीड़ित थे। आपातकालीन बचाव कर्मियों को रात में चट्टानी इलाके से चढ़ते समय फ्लैशलाइट के साथ लड़ाकू वर्दी में दिखाया गया था। भारी-भरकम कंबल में लिपटे कुछ मैराथन प्रतिभागियों को बचाव दल द्वारा स्ट्रेचर पर रखकर ला रहा था।

तरनाक इलाका

चाइना डेली के मुताबिक, येलो रिवर स्टोन फॉरेस्ट अपने ऊबड़-खाबड़ पहाड़ी दृश्यों के लिए प्रसिद्ध है। कई चीनी टेलीविजन शो और फिल्मों में इसे दिखाया गया है।घातक बाढ़ और भूस्खलन से 2010 में एक शहर में 1,000 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। इसकी चट्टानें चार अरब साल पुरानी मानी जाती हैं।

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