तुर्की में 15000 युवाओं को मिला यह कागज तो फूट-फूटकर रोने लगे

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अंकारा में राष्ट्रपति परिसर में विशाल जनसभा के बीच लोग जज्बाती होकर तमाम लोग फूट-फूटकर रोने लगे, आंखों में आंसू डबडबा उठे, जब तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोआन ने उनका नाम पुकारा और मंच पर आने को कहा। ये युवा थे, जिनको ऐसा तोहफा मिल रहा था, जिसकी वे जाने कब से आस लगाए बैठे थे और महामारी के दौर ने उनको तोड़ दिया था। (15000 Youth In Turkey)

यह समारोह 15000 शिक्षकों को नियुक्ति देने के लिए हुआ था। इसमें हजारों युवा शामिल थे, जिनमें प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाने वाले ऐसे युवा भी थे, जो नियुक्ति के लिए लंबे समय से तरस रहे थे।

इन नियुक्तियों का मकसद नए खुले स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर करना और व्यक्तिगत शिक्षा में व्यवधान को रोकना है। तुर्की ने सालभर के लंबे ब्रेक के बाद कोरोना वायरस महामारी के बीच स्कूलों को फिर से खोलने का फैसला किया है। फिर भी, कुछ स्कूलों में छात्रों की संख्या अभी कम है, क्योंकि ज्यादातर छात्रों को शिक्षकों की कमी के चलते व्यक्तिगत शिक्षा की बहाली के साथ नामांकित किया गया था।

तुर्की में शिक्षण सबसे लोकप्रिय व्यवसायों में से एक है, हालांकि पब्लिक स्कूलों में काम करने वालों के लिए वेतन अपेक्षाकृत कम है। सरकार ने शिक्षकों की वित्तीय स्थिति में सुधार करने के लिए संसद में एक व्यापक विधेयक लाकर उनके मुद्दों का समाधान करने का फैसला लिया है। नया बिल अनुभवी शिक्षकों के लिए स्तरीय वेतन वृद्धि देने के साथ ही “प्रधान शिक्षक” जैसी पोजीशन भी देगा, अगर शिक्षक ने साथियों की तुलना में ज्यादा समय तक सेवा दी है।

एक विशाल स्क्रीन पर समारोह में राष्ट्रपति एर्दोआन ने कहा, शिक्षकों स्कूलों की जिम्मेदारी सौंपी जा रही है, शिक्षकों की सेना को मजबूत करने की कोशिश है यह, जिससे महामारी के बीच भी इस मोर्चे पर हम मजबूत रहें और निर्बाध शिक्षा प्रणाली का लाभ देश को मिले। (15000 Youth In Turkey)

“हम अपने बच्चों को स्कूल में अपने शिक्षकों से फिर से अलग नहीं होने देना चाहते हैं। शुक्र है, हमने पहले सेमेस्टर का सफलतापूर्वक समापन किया। हमारे मूल्यवान शिक्षकों की कोशिशों, अभिभावकों द्वारा किए गए उपायों और विद्यार्थियों के अनुशासन से यह मुमकिन हो सका”, एर्दोआन ने कहा।

राष्ट्रपति ने कहा कि महामारी के दौरान स्वास्थ्य और शिक्षा तक पहुंच के मामले में तुर्की ने कई अन्य देशों को पीछे छोड़ दिया है। कई देश शिक्षकों की मौजूदा संख्या को बनाए रखने में विफल रहे, और कुछ ने संख्या में कटौती की, जबकि तुर्की ने नए शिक्षकों की भर्ती जारी रखी। (15000 Youth In Turkey)

पिछले दो सालों में तुर्की ने 77000 से ज्यादा शिक्षकों को नियुक्त किया है। कुल मिलाकर, पिछले 19 वर्षों में एर्दोआन की जस्टिस एंड डेवलपमेंट पार्टी (एके पार्टी) के सत्ता में आने के बाद से 7 लाख 29 हजार से ज्यादा नए शिक्षकों की नियुक्ति की गई है।

एर्दोआन ने उल्लेख किया कि देश में “एक युवा, गतिशील शिक्षक आबादी” है, जिसमें 40 वर्ष और उससे कम आयु के 60 फीसद से ज्यादा शिक्षक हैं। (15000 Youth In Turkey)

“भर्ती अभियान ने हमें प्रति शिक्षक छात्रों की संख्या के मामले में आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (ओईसीडी) के औसत तक पहुंचाया। हम शिक्षकों के अधिकारों में सुधार करने में भी कामयाब रहे। पिछले 19 वर्षों में तुर्की यूरोप का एकमात्र देश है जिसने शिक्षकों के वेतन में सबसे अधिक वृद्धि की है,” उन्होंने जोर देकर कहा।

Source: Daily Sabah


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