सऊदी खेलकूद के लिए यह ऐतिहासिक पल बन गया, जब सल्तनत का प्रतिनिधिमंडल 24वें शीतकालीन ओलंपिक खेलों में भाग लेने गुरुवार को चीन पहुंचा। पहली बार इस प्रतियोगिता में सऊदी एथलीट अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन करेंगे, जबकि अमूमन वे गर्म जलवायु के आदी रहे हैं। बीजिंग ओलंपिक में सऊदी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व सऊदी ओलंपिक और पैरालंपिक समिति के अध्यक्ष प्रिंस अब्दुल अज़ीज़ बिन तुर्की अल-फैसल कर रहे हैं। (Saudi Arabia Winter Olympics)
प्रिंस अब्दुल अजीज ने सऊदी सरकार, दोनों पवित्र मस्जिदों के संरक्षक, किंग सलमान बिन अब्दुल अज़ीज़ और क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के सऊदी एथलीटों के अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने लिए सपोर्ट पर तारीफ की और एथलीटों की क्षमताओं की प्रशंसा व्यक्त की।
उन्होंने टोक्यो में ओलंपिक हुसैन अलीरेज़ा के प्रदर्शन का हवाला दिया, जो ओलंपिक में प्रतिस्पर्धा करने वाले पहले सऊदी रोवर बन गए।
कहा, ‘बीजिंग में स्कीयर फ़ाइक आब्दी की भागीदारी बेमिसाल साबित हो सकती है। आब्दी ने दो महीने से भी कम समय भागीदारी के लिए पर्याप्त अंक हासिल कर लिए थे।’ (Saudi Arabia Winter Olympics)
सऊदी विंटर स्पोर्ट्स फेडरेशन, जो किंगडम में सभी शीतकालीन खेलों का बंदोबस्त करता है, की स्थापना हुए दो साल से भी कम समय हुआ है। आब्दी की सफल यात्रा फेडरेशन के लिए और सऊदी विजन 2030 के लिए महत्वपूर्ण सफलता की कहानी है, जिसका एक मकसद सऊदी युवाओं को अपने ख्वाबों की उड़ान को पंख देना है।
मई 2021 में SOPC और SWSF ने 2022 बीजिंग ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई करने में सक्षम सऊदी एथलीटों के लिए राष्ट्रव्यापी प्रतिभा खोज शुरू की। खोज ने उत्कृष्ट परिणाम दिए। आब्दी समेत छह पेशेवर सऊदी एथलीट खेलों में पहली में अपने राष्ट्र का प्रतिनिधित्व करने के लिए सक्षम साबित हुए। (Saudi Arabia Winter Olympics)