रमजान के पवित्र महीने की तैयारी के साथ सऊदी अरब में उमरा की तैयारी भी जोरों पर है। इसी के हिस्से के तौर मस्जिद अल हरम में मां-बाप के साथ उमरा में शरीक होने वाले बच्चाें के लिए बीटा ब्रेसलेट सिस्टम का इस्तेमाल होगा। हरमैन शरीफैन ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट के जरिए से बताया है कि बीटा ब्रेसलेट सिस्टम का इस्तेमाल परिवारों के साथ मस्जिद में आने वाले बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के मकसद से किया जाएगा। (Tracking Bracelet Protect Children)
बीटा ब्रेसलेट एक ऐसे सिस्टम से लैस है जो माता-पिता बिछड़ने वाले बच्चों और ग्रैंड मस्जिद की भीड़ में खो जाने पर नज़र रख सकता है।
आगंतुक सेवा विभाग ने ‘आपके बच्चे हमारे साथ सुरक्षित हैं’ नामक पहल शुरू कर दी है। इस तरह मस्जिद अल हरम इलाके में ब्रेसलेट को बांटने के लिए विभाग के अमले को तैनात किया गया है।
सामाजिक और स्वैच्छिक सेवाओं के लिए जनरल प्रेसीडेंसी के डिप्टी चीफ अमजद अल-हज़मी ने पहल का शुभारंभ करते हुए कहा, यह कोशिश उमरा को आने वाले और ग्रैंड मस्जिद के आगंतुकों के लिए सामाजिक जिम्मेदारी व सेवाओं में सुधार का हिस्सा है।
The Grand Mosque introduces a beta bracelet system in order to track children accompanying families entering the Mosque which will ensure their safety and security pic.twitter.com/w5bZA1yReg
— Haramain Sharifain (@hsharifain) March 26, 2022
दोनों पवित्र मस्जिदों का प्रबंधन और उससे जुड़े लोग उमरा के चरम पर अल हरम मस्जिद में बड़ी संख्या में अकीदतमंदों का स्वागत करेंगे, साथ ही रमजान के दौरान पैगंबर की मस्जिद का दौरा कर जायजा लिया जाएगा, जिससे कोविड प्रोटोकॉल में ढील के बाद की व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त रहें।
यहां बता दें, मार्च की शुरुआत में सऊदी अरब ने ज्यादातर कोविड प्रोटोकॉल बंदिशों को हटा दिया, जिसमें सार्वजनिक जगहों पर सामाजिक दूरी, क्वारंटीन करना भी है। (Tracking Bracelet Protect Children)
मस्जिद अल हरम और मस्जिद अल नबवी में तरावीह की नमाज अदा करने वालों को भी अब इस तरह के उपायों का पालन करने की जरूरत नहीं है। उन्हें दोनों पवित्र मस्जिदों में प्रवेश से पहले तवाक्कलना ऐप पर अपनी प्रतिरक्षा स्थिति दिखाने की जरूरत है।
प्रतिबंधों में ढील देने के बावजूद, प्रेसीडेंसी अभी भी ग्रैंड मस्जिद के आगंतुकों के लिए एक सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण बनाने के लिए काम कर रही है। इसके लिए मस्जिद के सभी क्षेत्रों को दिन में दस बार शौचालयों की सफाई और सेनेटाइज करने के लिए 12 हजार कर्मचारियों को तैनात किया है। (Tracking Bracelet Protect Children)