द लीडर हिंदी, अगरतला। तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी आज से बीजेपी शासित त्रिपुरा के दौरे पर हैं. अभिषेक बनर्जी के स्वागत के लिए अगरतला में बड़े-बड़े हॉर्डिंग्स लगाए गए थे. लेकिन उनके पहुंचने से पहले ही कई हॉर्डिंग्स और बैनर फाड़ दिए गए.
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टीएमसी सदस्य प्रीतम सील ने इस कृत्य की निंदा की है और इसे ‘लोकतंत्र का बलात्कार’ कहा है. उन्होंने ट्वीट किया कि, लोकतंत्र का बलात्कार. बीजेपी शासित त्रिपुरा में अभिषेक बनर्जी की यात्रा से पहले बीजेपी के गुंडों ने होर्डिंग्स फाड़ दिए. बीजेपी शासित राज्य भारत की बलात्कार राजधानी बन गया है. लोकतंत्र को भी नहीं छोड़ा जा रहा है.
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"Rape of Democracy" in BJP ruled #Tripura
Hoardings of @abhishekaitc's visit Torn Off by #GoonsOfBJP,@BJP4India ruled states have become the Rape capitals of India, the democracy is also not being left out. #TripuraDeservesBetter
Shame on @BjpBiplab & @BJP4Tripura pic.twitter.com/gmgw2lH1GD— Pritam Seal (@PritamSealAITC) August 2, 2021
अभिषेक बनर्जी अगरतला पहुंचे
तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी सोमवार सुबह अगरतला पहुंच गए. अगरतला पहुंचने के तुरंत बाद वह लगभग 60 किमी दूर उदयपुर के प्रसिद्ध त्रिपुरेश्वरी मंदिर रवाना हुए. वह राज्य में पार्टी के नेताओं के साथ बैठक करेंगे और बाद में कोलकाता रवाना होने से पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करेंगे.
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उत्तर-पूर्वी राज्य पर टीएमसी ने गड़ाई नजरें
यहां प्रशांत किशोर के नेतृत्व में 23 सदस्यीय I-PAC टीम को 27 जुलाई तक 48 घंटे से अधिक समय तक नजरबंद रखा गया था. त्रिपुरा में बांग्ला भाषी आबादी को देखते हुए, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने उत्तर-पूर्वी राज्य पर अपनी नजरें गड़ा दी हैं. साल 2023 में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए I-PAC ने राज्य में सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार के खिलाफ TMC को खड़ा कर दिया है.
त्रिपुरा के सियासी अखाड़े में बढ़ी सियासी सरगर्मी
त्रिपुरा के सियासी अखाड़े में पिछले कुछ दिनों से लगातार गर्मी चल रही है. अगरतला के एक होटल में चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के आईपैक के 23 कर्मचारियों को हिरासत में लेने को लेकर तृणमूल ने बिप्लब देव सरकार पर हमला बोला है.
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अगरतला पुलिस ने आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत उनको तलब भी किया है. हालांकि वे पहले ही जमानत ले चुके हैं। इनमें ब्रत्य बसु, मलय घटक, ऋतुब्रत बंद्योपाध्याय, डेरेक और ब्रायन और काकली घोष दस्तीदार भी शामिल हैं। हालांकि उन्हें होटल में प्रवेश नहीं करने दिया गया।
पूरे त्रिपुरा में अपना राजनीतिक कार्यक्रम भी बढ़ा रही तृणमूल कांग्रेस
तृणमूल पूरे त्रिपुरा में अपना राजनीतिक कार्यक्रम भी बढ़ा रही है. पिछले शुक्रवार को वह तृणमूल कांग्रेस और एक पूर्व मंत्री और विधायक समेत सात अन्य नेताओं में शामिल हो गए। ऐसे में अभिषेक के त्रिपुरा दौरे पर राजनीतिक गलियारों की नजर है. इससे पहले कुछ राजनीतिक पर्यवेक्षकों ने कहा था कि, होर्डिंग और बैनर फाड़ने से तनाव अधिक हुई है.
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