द लीडर | अफगानिस्तान के पश्चिमी प्रांत बडघिस में सोमवार को भूकंप को झोरदार झटके महसूस किए गए। अब तक इससे होने वाले नुकसान में 26 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। वहीं, अलग-अलग जगह हुए हादसों में कई लोग घायल बताए जा रहे हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.6 मापी गई है।
#UPDATE | The death toll in western Afghanistan earthquake rises to 26, reports AFP
— ANI (@ANI) January 17, 2022
26 की मौत
भूकंप के बाद कई घरों को काफी नुकसान पहुंचा है। प्रांत के संस्कृति एवं सूचना विभाग के प्रमुख बास मोहम्मद सरवरी ने बताया कि भूकंप के कारण हुई तबाही में कई घर ढह गए। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के मुताबिक, स्थानीय समयानुसार 5.3 तीव्रता का पहला भूकंप दोपहर करीब दो बजे जबकि 4.9 तीव्रता का दूसरा भूकंप शाम करीब चार बजे महसूस किया गया। मोहम्मद सरवरी के मुताबिक, प्रांत के दक्षिणी भाग में स्थित कदिस जिले में भूकंप से सर्वाधिक नुकसान पहुंचा है और सबसे अधिक लोग हताहत हुए हैं।
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शुक्रवार को भी महसूस किए गए थे भूकंप के झटके
इससे पहले अफगानिस्तान के फैजाबाद के निकट शुक्रवार रात में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे। हालांकि, उस समय किसी भी तरह के जानमाल के नुकसान की कोई खबर सामने नहीं आई थी। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 5.3 मापी गई थी। शुक्रवार को आए भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के फैजाबाद से 117 किलोमीटर दक्षिणपूर्व में था।
घर की छत गिरने से दबे लोग
बडघिस के गवर्नर मोहम्मद सालेह ने बताया कि कदीस जिले में कई लोग एक घर की छत गिरने से नीचे दब गए और उनकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि इसके अलावा भी कई अन्य लोग घायल हुए हैं जिनमें बच्चे और महिलाएं शामिल हैं।
पाकिस्तान में भी महसूस किए गए थे भूकंप के झटके
पाकिस्तान के उत्तरी हिस्से में भी शुक्रवार को इसी तरह के झटके महसूस किए गए थे। इस भूकंप की तीव्रता 5.6 बताई गई थी। पाकिस्तान के मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार देश में आए 5.6 तीव्रता के भूकंप का केन्द्र अफगानिस्तान-ताजिकिस्तान सीमावर्ती क्षेत्र में 100 किलोमीटर की गहराई में था।
100 किलोमीटर की गहराई में था भूकंप
मौसम विभाग के अनुसार देश में आए 5.6 तीव्रता के भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान-ताजिकिस्तान सीमावर्ती क्षेत्र में 100 किलोमीटर की गहराई में था। भूकंप का झटका पेशावर, मानशेरा, बालाकोट और चारसादा सहित खैबर-पख्तूनख्वा के कई शहरों में महसूस किया गया। भूकंप का झटका उत्तर में गिल्गित-बाल्टिस्तान क्षेत्र में भी महसूस किया गया।
अक्सर भूकंप की चपेट में आता रहता है अफगानिस्तान
आपको बता दें कि अफगानिस्तान अक्सर भूकंप की चपेट में आता रहता है, खासकर हिंदू कुश पर्वत श्रृंखला में, जो यूरेशियन और भारतीय टेक्टोनिक प्लेटों के जंक्शन के पास स्थित है। 2015 में, लगभग 280 लोग मारे गए थे, जब पर्वत श्रृंखला में केंद्रित एक शक्तिशाली 7.5-तीव्रता वाले भूकंप से पूरा दक्षिण एशिया हिल गया था।
2015 भूकंप में मारे गए थे 280 लोग
भूकंप से अफगानिस्तान में खराब तरीके से बने घरों और इमारतों को भारी नुकसान होता है। 2015 में, लगभग 280 लोग मारे गए थे, जब पर्वत श्रृंखला में केंद्रित एक शक्तिशाली 7.5-तीव्रता वाले भूकंप से पूरा दक्षिण एशिया हिल गया था। इसमें पाकिस्तान में बड़ी संख्या में मौतें भी हुई थीं। उस आपदा में, 12 युवा अफगान लड़कियां भगदड़ में कुचल कर मर गई थीं क्योंकि वे अपने हिलते हुए स्कूल की इमारत से भागने की कोशिश कर रही थीं।
शनिवार को आए भूकंप के झटके भारत तक पहुंचे
इससे पहले जम्मू-कश्मीर में शनिवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप पड़ोसी देश अफगानिस्तान में आया था। रिक्टर स्केल पर इनकी तीव्रता 5.1 नापी गई। जम्मू-कश्मीर में इससे जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है। शनिवार शाम 6.45 पर जम्मू-कश्मीर में इन झटकों से डरकर लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के फायजाबाद से 84 किलोमीटर दक्षिण पूर्व में था।
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