#CoronaVaccine जानिए रूस की स्पूतनिक V वैक्सीन के बारे में क्या है ख़ास ?

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दिल्ली | देश में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस के बीच एक राहत वाली खबर है। भारत में अब एक और वैक्सीन को मंजूरी मिल गई है। सरकार ने रूसी कोरोना वैक्सीन SPUTNIK V को इमरजेंसी प्रयोग के लिए मंजूरी दे दी है। सोमवार को वैक्सीन मामले की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (SEC) ने रूस की स्पुतनिक वी को अप्रूवल दे दिया। स्पूतनिक वी दुनिया में सबसे पहले सामने आई कोरोना की वैक्सीन (Corona Vaccine) थी। वहीं इस साल सितंबर के अंत तक भारत को पांच अन्य निर्माताओं से कोरोना वैक्सीन मिलने की भी उम्मीद है।

क्या होगी इस वैक्सीन की कीमत ?

र्तमान समय में अन्य बाजारों में स्पुतनिक वी वैक्सीन की कीमत करीब 10 डॉलर प्रति डोज है। किरील दिमित्रीव ने कहा कि सभी देशों के लिए वैक्सीन की कीमत समान होगी। कई देशों को यह भिजवाई जा चुकी है।

RDIF के सीईओ दिमित्रीव ने कहा कि हम समझते हैं कि भारत सरकार द्वारा कीमत को मुनासिब रखने को लेकर कुछ आयाम हैं। सरकारी अनुबंधों और प्राइवेट मार्केट के लिए अलग-अलग कीमत है। वैक्सीन को लेकर बड़ा मुनाफा कमाना मकसद नहीं है लेकिन हां इसकी लागत तो वापस मिलनी चाहिए। हमारा मकसद है कि दुनिया को वैक्सीन मिले।

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तैयार किए जाएंगे 8.5 करोड़ डोज़

वैक्सीन निर्माण के लिए रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (आरडीआईएफ) और हैदराबाद स्थित विरचो बायोटेक ने 20 करोड़ खुराक का उत्पादन करने के लिए एक समझौता किया है। स्पुतनिक V भारत को वैक्सीन की 8.5 करोड़ डोज़ मुहैया कराएगा, जिससे कि भारत में कोविड-19 से लड़ाई को बड़े स्तर पर बढ़ावा मिलेगा।

भारत में इन तीन वैक्सीन को मंजूरी

फिलहाल देश में सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को ही इस्तेमाल किया जा रहा है। ये वैक्सीन युद्धस्तर पर 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को लगाई जा रही है। इन दोनों वैक्सीन के अलावा अब जल्द ही Sputnik V वैक्‍सीन भी लोगों को लगाई जाएगी।

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अन्य दो वैक्सीन से कैसे अलग है Sputnik V वैक्‍सीन

भारत बायोटेक की Covaxin ने फेज 3 क्लिनिकल ट्रायल में 81% की एफेकसी हासिल की थी। सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया की Covishield की एफेकसी 62% दर्ज हुई थी। हालांकि डेढ़ डोज देने पर एफेकसी 90% तक पहुंच गई।
फेज 3 ट्रायल के अंतरिम नतीजों में Sputnik V वैक्‍सीन की एफेकसी 91.6% पाई गई है।

कोविशील्ड व भारत बॉयोटेक से फिलहाल हो रहा टीकाकरण

इस वैक्सीन को भारत में आपात इस्तेमाल की मंजूरी रूस में इसके क्लीनिकल ट्रायल के पॉजिटिव परिणाम के बाद दी गई है। देश में फिलहाल एस्ट्राजेनेका की कोविशील्ड व भारत बॉयोटेक की कोवैक्सीन से टीकाकरण किया जा रहा है। रूसी वैक्सीन स्पुतनिक इन दोनों के मुकाबले ज्यादा असरकारी बताई जा रही है।

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