सऊदी महिला फ़ुटबॉल टीम नए युग में छलांग को तैयार, नजर में है विश्वकप

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सऊदी अरब महिला फुटबॉल टीम नए युग में दबदबा बनाने को तैयार है। अगले महीने छठे विश्वकप के लिए क्वालीफाई करने के साथ ही 2023 में चौथे एशियाई कप जीतने की कोशिश करने चीन के पास जाएगी। (Saudi Women Football Team)

सऊदी अरब की नई महिला फुटबॉल टीम का सफर रविवार को सेशेल्स के खिलाफ पहला अंतरराष्ट्रीय मैच में शुरू होगा। दूसरा चार दिन बाद मालदीव से। यहीं से फीफा प्रमाणन हासिल होने के बाद इंटरनेशनल प्रतियोगिता में यह टीम कुछ नया करने को उतरेगी।

तमाम लोगों को भले ही कोई एहसास न हो, लेकिन यह ऐतिहासिक घटनाक्रम है, जब आने वाले दौर के विश्वकप और एशिया कप में महिला फाल्कंस की प्रतिभा दिखाई देगी। उनकी योजना दशकभर में सबसे दमदारी से मैदान में उतरकर छाप छोड़ने की है, भले मैच जीतें या हारें।

सऊदी महिला फुटबॉल टीम की कोच मोनिका सतब हैं, जिन्होंने 2002 यूईएफए महिला चैंपियंस लीग खिताब के लिए एफएफसी फ्रैंकफर्ट का नेतृत्व किया। पूर्व मिडफील्डर को पिछले साल अगस्त में सऊदी अरब टीम का कोच नियुक्त किया गया। उन्होंने शुक्रवार को एक संदेश जारी किया, जिससे खिलाड़ियों में काफी उत्साह है।

मोनिका ने कहा, “हर मिनट, हर सेकंड उस ऐतिहासिक पल का आनंद लेने का एहसास होगा, टीम का हिस्सा होने पर फख्र करें, अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सऊदी अरब की जनता को समर्पित करें, यह आपके लिए सम्मान की बात है कि आप उस जगह हैं, जहां के ख्वाब बुने जाते हैं और ज्यादातर लोग नहीं पहुंच सके, लिहाजा इस मौके को गंवाना नहीं है, क्योंकि यह सऊदी महिला फुटबॉल के लिए ऐतिहासिक पलों में से एक है।”

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उन्होंने बताया, “पिछले साल नवंबर में, मेरे फोन की घंटी बजी, मैंने देखा कि यह 966 देश का कोड था। मुझे नहीं पता था कि यह कौन हो सकता है। “फिर सोचा: ‘चलो, खोने के लिए क्या है, जो इतना सतर्क हुआ जाए?’ कॉल रिसीव की तो उधर से बात करने वाले ने कहा, ‘ मैं सऊदी अरब फुटबॉल एसोसिएशन से। हम आपको सऊदी महिलाओं के लिए हमारे पहले सी-लाइसेंस कोचिंग कोर्स के लिए लाना चाहते हैं।’ मैंने कहा: ‘माफ करें, क्या? सऊदी अरब?’

मैं सोचती थी कि इस क्षेत्र में मुझे हैरानी वाली कोई बात शायद न लगे, लेकिन हकीकत में ऐसा हुआ, जब कॉल आई। मन ही मन सोच रही थी कि उधर से कहा गया, क्या आप दिसंबर में कोचिंग कोर्स दे सकती है, और मैंने कहा: ‘हां, ठीक है।’ (Saudi Women Football Team)

महिला खिलाड़ियों के लिए अंतरराष्ट्रीय खेल में उतरने से पहले इस तरह शुरुआत हुई। उस सऊदी अरब में, जहां पहला महिला फुटबॉल विकास विभाग 2019 में स्थापित किया गया और उसी साल, फिर 2020 में घरेलू प्रतियोगिताएं कराई गईं। पिछले साल नवंबर में नई क्षेत्रीय फुटबॉल लीग की शुरुआत हुई, जिसमें 16 टीमें शामिल हुईं, जिन्हें तीन क्षेत्रों में विभाजित किया गया था- मध्य, पश्चिमी और पूर्वी।

16 टीमों के इस टूर्नामेंट ने बड़ा बदलाव किया। खिलाड़ियों को तराशने के लिए प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने से पहले मोनिका को प्रस्ताव दिया गया, जो उनके लिए भी शानदार मौका था। “क्षेत्रीय लीग के जरिए पहली आधिकारिक सऊदी लीग की स्थापना और फिर किंगडम की चैंपियनशिप की चयन प्रक्रिया में उनकी प्रमुख भूमिका रही।

सतब ने कहा, “हमने पिछले सितंबर में खिलाड़ियों की तलाश शुरू की थी, जब हम आधिकारिक राष्ट्रीय टीम तैयार कर अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने की सोच रहे थे।”

“प्रशिक्षण शिविर के बाद हम सेशेल्स और मालदीव के खिलाफ खेलने से पहले उस निरंतरता बनाए रखना चाहते हैं, जिसकी हमें जरूरत है।”

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मोनिका बताती हैं, हमारे पास आज एक से बढ़कर एक महिला फुटबॉलर हैं। उनमें से एक जेद्दा ईगल्स की स्टार खिलाड़ी सेबा रबिया तौफीक का जवाब नहीं, जिन्होंने पहले क्षेत्रीय लीग सीज़न में सेमीफाइनल तक पहुंचने की कामयाबी हासिल की। (Saudi Women Football Team)

“मुझे उम्मीद है कि महिला फ़ुटबॉल सामान्य रूप से सऊदी अरब में तरक्की हासिल करेगा और महिलाएं भी पुरुषों टीमों की तरह ही विदेशों में फ़ुटबॉल खेलकर अपना लोहा मनवाएंगी। विश्व चैंपियनशिप में खेलना उनके लिए आम बात होगी। भगवान ने चाहा तो हम इस मोर्चे पर परचम जरूर फहराएंगे और आने वाले दिनों में फुटबॉल यहां की लड़कियों के लिए वैसा ही हो जाएगा, जैसे लड़कों के लिए है”, उन्होंने कहा।

महिला फ़ुटबॉल की मुखिया लामिया बाहियन ने भी फ़ुटबॉल खेलने का सपना देखने वाली लड़कियों के लिए संदेश दिया-

“बड़े सपने देखें, जुनून के साथ खेलें और अपना दिल मैदान पर और प्रशिक्षण में लगाएं, राह में बहुत सारी चुनौतियां होंगी, लेकिन फ़ुटबॉल आपका साथ देगी। मुझे लगता है कि फुटबॉल खेलते हुए बड़े होकर, व्यक्तित्व, चरित्र, ऑन-फील्ड, ऑफ-फील्ड ने मुझमें इतना कुछ जोड़ा है कि आज इस मुकाम पर हूं। इसलिए आप भी बस वहां तक जाओ और गेंद थामकर दुनिया को साहस, ऊर्जा और हुनर दिखा दो। ” (Saudi Women Football Team)


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