सऊदी पियानो वादक इमान गुस्ती, जिन्हें जुनून ने सिखाया संगीत

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बिना किसी के सिखाए पियानो बजाने में महारत हासिल कर चुकीं इमान गुस्ती इन दिनों चर्चा में हैं। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर इमान ने जब रियाद में फ्रांसीसी राजदूत के घर में हालिया परफॉर्मेंस दिया तो दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। उन्होंने पियानो पर कई एकल गाने बजाए और सऊदी ओपेरा गायक सॉसन अल्बाहिती के साथ भी। (Saudi Pianist Iman Gusti)

गुस्ती ने सात साल की छोटी उम्र में ही पियानो सीख लिया था और अपनी मां से संगीत के प्रति अपने जुनून को पाया था। उसके बाद उन्होंने देशभर में कई शो करके परफॉर्म किया और तारीफ बटोरी।

गुस्ती ने अरब न्यूज को बताया, “जब मैं छोटी थी, तब मैंने पियानो सीखना शुरू कर दिया था, मेरी मां संगीतकार हुआ करती थीं और उन्होंने हमेशा मुझे संगीत के बारे में सिखाया और तभी मुझे पियानो से प्यार हो गया।”

उनकी शुरुआती यादें उनकी मां को पियानो बजाते हुए और देर रात तक शास्त्रीय संगीत के प्रदर्शन को देखने में बिताए वक्त से जुड़ी हैं। यहीं से संगीत के लिए जुनून पैदा हुआ और आज वह खास प्रतिभा के तौर पर जानी जा रही हैं।

वह बताती हैं, जब 15 साल की थी, पिता ने हाई स्कूल में होने से पहले ही अभ्यास जारी रखने के लिए एक पियानो तोहफे में दिया था।

गुस्ती अर्थ ऑर्केस्ट्रा की सदस्य होने के साथ ही पेशेवर रूप से लाइसेंस प्राप्त संगीतकार हैं। 150 से अधिक शो करने के बाद उन्हें 24 साल की उम्र में काफी अनुभवी माना जाता है। (Saudi Pianist Iman Gusti)

जेद्दा और खोबर सहित पूरे राज्य में पियानो प्ले शो कर चुकी हैं। माजिद अलमुहांदिस जैसी मशहूर हस्तियों के साथ भी प्रदर्शन किया है और यहां तक ​​कि दावोस में विश्व आर्थिक मंच में पियानो बजाने के लिए स्विट्जरलैंड जा चुकी हैं।

पियानो वादक इमान गुस्ती का कहना है कि संगीत से रिश्ते को मजबूत करने के लिए किसी भी शख्स का उसके उपकरण के बीच “जुनून” और “प्यार” का होना जरूरी है।

उन्होंने बताया, अक्सर दर्शकों की पसंदीदा धुनें बजाने को कहा जाता है, कुछ ऐसे मुखड़े हैं, जैसे ‘सीक्रेट गार्डन’ और ‘मैरिज डी’अमोर’ – ‘वेडिंग ऑफ लव।’ यह रिचर्ड क्लेडरमैन का फ्रेंच संगीत है। शुरुआत में भीड़ को देखकर घबराहट होती थी, लेकिन फिर जब शुरू किया तो उस ओर ध्यान ही नहीं गया, संगीत में खोती चली गई। अब ऐसी घबराहट नहीं लगती है।

गुस्ती ने उम्मीद जताई कि इस जुनून को इस हद तक ले जाना चाहती हैं कि दूसरी महिलाओं को भी प्रेरणा मिले।

उन्होंने कहा, “मेरा मानना ​​है कि हर किसी को अपने ख्वाब पूरा करने की कोशिश करना चाहिए और उसके साकार करने को कड़ी मेहनत करना चाहिए। मैं अपने देश में लड़कियों के लिए एक मिसाल कायम करना चाहती हूं।”

गुस्ती संगीत रचना खुद करती है और बरसों से इस संगीत रचना को नया आकार और पिच देने के शिल्प को निखारने में लगी हैं। (Saudi Pianist Iman Gusti)

इस बारे में वह कहती है, “मैंने सेल्फ लर्निंग से तब तक सीखा, जब तक कि मैंने संगीत खुद ढालकर कार्यक्रमों में प्रदर्शन का स्तर हासिल नहीं कर लिया।”

उन्होंने कहा कि आज उन्हें संस्कृति मंत्रालय और संगीत आयोग का सपोर्ट हासिल है और जल्द ही पढ़ाई को आगे बढ़ाने के लिए छात्रवृत्ति मिलेगी।

Source: Arab News


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