लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश और देशवासियों से आह्वान किया है कि, 14 अप्रैल को बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर की जयंती पर दलित दीवाली मनाएं. उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि, आज संविधान खतरे में है.
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भाजपा के राजनीतिक अमावस्या के काल में वो संविधान ख़तरे में है, जिससे मा. बाबासाहेब ने स्वतंत्र भारत को नयी रोशनी दी थी।
इसलिए मा. बाबासाहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी की जयंती, 14 अप्रैल को समाजवादी पार्टी उप्र, देश व विदेश में ‘दलित दीवाली’ मनाने का आह्वान करती है।#दलित_दीवाली
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 8, 2021
अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है कि, भाजपा के राजनीतिक अमावस्या के काल में वो संविधान खतरे में है, जिससे बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर ने स्वतंत्र भारत को नई रोशनी दी थी. इसलिए बाबासाहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की जयंती, 14 अप्रैल को समाजवादी पार्टी देश और विदेश में ‘दलित दीवाली’ मनाने का आह्वान करती है.
सरकार पर लापरवाही का आरोप
बता दें, इससे पहले सपा प्रमुख ने बयान जारी कर कहा था कि, उत्तर प्रदेश में कोरोना संकट भयावह होता जा रहा है. संक्रमित लोगों की संख्या और मौतों में रोजाना वृद्धि हो रही है. कोरोना पर नियंत्रण की पारदर्शी समुचित व्यवस्था के बजाय मुख्यमंत्री भाजपा के स्टार प्रचारक बने अन्य राज्यों में भाषण देते घूम रहे हैं.
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कोरोना पर नियंत्रण के झूठे दावे कर रही बीजेपी
राज्य सरकार के बेपरवाह भाजपाई कोरोना पर नियंत्रण के झूठे दावे के साथ बस अपनी वाहवाही लूटने में लगे रहे. नतीजा सामने है कोरोना की दूसरी लहर के कहर से हर तरफ हाहाकार मचा हुआ है. और मौतों का आंकड़ा भी बढ़ गया है.
अखिलेश यादव ने कहा कि, भाजपा की लापरवाह सरकार के चलते कोरोना का संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है. जिसको लेकर स्वास्थ्य सेवाएं भी पूरी तरीके से बदहाल हो चुकी हैं. कोरोना जांच के नाम पर महज खानापूर्ति हो रही है. समय से जांच परिणाम न मिलने से गम्भीर रोगियों को भी अस्पतालों में इलाज नहीं मिल रहा है. कितने ही लोग इलाज के अभाव में दम तोड़ चुके हैं.
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अस्पतालों में न बेड हैं, न पैरामेडिकल स्टाफ
हालात ये है कि, अस्पतालों में न बेड हैं, न पर्याप्त मेडिकल और पैरामेडिकल स्टाफ है. पूरा एक साल ऐसा बीता है, जिसमें जीवन की सभी गतिविधियां लगभग ठप्प रही है. शिक्षण संस्थानों में अभी भी पढ़ाई नियमित रूप से शुरू नहीं हो पाई है. लेकिन सरकार सिर्फ वाहवाही लूट रही है.