प्रिंस खालिद बिन सलमान ने चीनी रक्षा मंत्री से की सहयोग पर चर्चा

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सऊदी अरब के उप रक्षा मंत्री प्रिंस खालिद बिन सलमान और चीन के राष्ट्रीय रक्षा मंत्री ने बुधवार को रक्षा सहयोग पर चर्चा की। वर्चुअल मीटिंग के दौरान प्रिंस खालिद और वेई फेंघे ने सऊदी अरब और चीन के बीच ऐतिहासिक संबंधों की समीक्षा की। इस बीच अधिकारियों ने भी सैन्य समन्वय को मजबूत करने के तरीकों पर बातचीत की। (Prince Khalid Bin Salman)

चीन और अमेरिका के बीच ट्रेड वॉर में चीन लगातार बढ़त बना रहा है। चीन में उइगर मुसलमानों के उत्पीड़न के मुद्​दे पर अमेरिका चीन को धकेलने के लिए इस्लामी लॉबी को साथ लेने की कोशिश कर रहा है, लेकिन पांसे ठीक से पड़ते दिखाई नहीं दे रहे। चीन के साथ अफगानिस्तान, पाकिस्तान का खुलेआम आना जगजाहिर है।

खाड़ी मुल्काें में इस्लामी समाज के लिए अहमियत रखने वाला सऊदी अरब भी चीन की रक्षा तकनीक से प्रभावित हुआ है, जो अमेरिकी लॉबी के लिए एक नया नकारात्मक इशारा है।

रक्षा क्षेत्र में चीन के साथ सऊदी अरब की साझेदारी से चीन उन देशों के लिए भी भारी साबित हो सकता है, जो चीन से राजनीतिक दूरी बनाए हुए हैं, क्योंकि उनके सऊदी अरब से व्यापारिक रिश्ते अर्थव्यवस्था के लिए जरूरी हैं।

सऊदी अरब का विजन 2030 पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ है, जिससे रूढ़िवादी होने की छवि खत्म हो रही है। हर क्षेत्र में विकास के नए रास्ते खोलने से बाजार का विस्तार हो रहा है, जिसे कारपोरेट जगत नई उम्मीद से देख रहा है। (Prince Khalid Bin Salman)

इसके अलावा, बढ़ती आर्थिक ताकत और राजनैतिक-सांस्कृतिक बदलाव ने सऊदी रक्षा व्यवस्था को नए मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया है। यमन के हूती विद्रोहियों से निपटने में नुकसान सऊदी अरब का भी कम नहीं हो रहा।

शायद यही वजह है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में हाथ आजमा रहे सऊदी अरब को चीन की एआई आर्मी तकनीक भा रही है। चीन के भारत सीमा पर भी इस तकनीक के इस्तेमाल की खबरें हाल ही में आई हैं। (Prince Khalid Bin Salman)

Source: Arab News


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