सपा ने जारी की 56 प्रत्याशियों की तीसरी सूची : पूर्वांचल के ज्यादातर पार्टी विधायकों पर जताया भरोसा, लेकिन इन मंत्रियों ने छोड़ा साथ

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द लीडर। उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए सभी पार्टियां अपनी जीत का दम भर रही है। वहीं समाजवादी पार्टी ने बृहस्पतिवार को 56 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। इसमें पूर्वांचल के ज्यादातर पार्टी विधायकों को फिर से उम्मीदवार बनाया गया है। बसपा से आने वाले रामअचल राजभर को अकबरपुर से और भाजपा से आए रमाकांत यादव को फूलपुर पवई से उम्मीदवार बनाया गया है।

अरविंद सिंह गोप को दरियाबाद से उम्मीदवार बनाया

विधानसभा पूर्व अध्यक्ष माता प्रसाद पांडे को कुल की परंपरागत सीट इटवा से मैदान में उतारा गया है। बसपा से आए लालजी वर्मा को कटेहरी और राकेश पांडे को जलालपुर से उम्मीदवार बनाया गया है। इसी तरह विनय तिवारी को चिल्लूपार से प्रत्याशी बनाया गया है। सपा के प्रदेश महासचिव रहे अरविंद सिंह गोप को दरियाबाद से उम्मीदवार बनाया गया है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी को उनकी परंपरागत सीट बांसडीह से मैदान में उतारा गया है।


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दाउद अहमद को मोहम्मदी से मैदान में उतारा गया

बाहुबली अभय सिंह को गोसाईगंज से मैदान में उतारा गया है। पूर्व सांसद दाउद अहमद को मोहम्मदी से मैदान में उतारा गया है। ब्रह्मा शंकर त्रिपाठी को पथरदेवा, दुर्गा प्रसाद यादव आजमगढ़, रामपुर कारखाना से गजाला लरी और भाजपा से आए कैबिनेट मंत्री दारा सिंह चौहान को घोसी से उम्मीदवार बनाया गया है। फिल्म अभिनेत्री काजल निषाद को कैंपियरगंज से उम्मीदवार बनाया गया है।

सपा ने इन तीनों नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ली

वहीं इससे पहले समाजवादी पार्टी के कई मंत्री ने भाजपा का दामन थाम लिया है। समाजवादी पार्टी से 3 बार विधायक शरद वीर सिंह, पूर्व मंत्री प्रो. शिवाकांत ओझा और पूर्व सांसद राकेश सचान बीजेपी में शामिल हो गए हैं। यूपी चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, भारत सरकार में मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी आदि लोग की मौजूदगी में तीनों नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ली।

शिवाकांत ओझा 

भाजपा की सदस्यता लेने वाले शिवाकांत ओझा 4 बार विधायक रहे हैं। इसी के साथ वह स्व. कल्याण सिंह की सरकार में मंत्री रहे और अखिलेश यादव की सरकार में भी कैबिनेट मंत्री रहें।

राकेश सचान

दलबदल के ही दौर में पूर्व सांसद और विधायक रहे राकेश सचाने भी पार्टी से किनारा करते हुए भाजपा की सदस्यता ली है। राकेश सचान 2009 से 2014 तक सांसद रहे हैं और 1993 और 2002 विधायक रहे हैं।

शरदवीर सिंह

बीते दिनों पार्टी से नाराज होने के बाद शरदवीर सिंह ने भी भाजपा की सदस्यता ले ली है। शरदवीर सिंह तीन बार समाजवादी पार्टी में विधायक रह चुके हैं। इसी के साथ वह जलालाबाद विधानसभा से विधायक हैं। आपको बता दें कि टिकट कटने से नाराज शरदवीर ने हाल ही में समाजवादी पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।


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