द लीडर। कोरोना जैसी जानलेवा महामारी अभी भी देश दुनिया में अपना कहर बरपा रही है। कोरोना को लेकर अभी भी लोग सहमे डरे हुए है। बता दें कि, दुनिया को कोरोना जैसी घातक बीमारी से वाकिफ करने वाला देश चीन अब एक बार फिर कोविड-19 की नई लहर से जूझ रहा है। हाल ही में कोरोना की आयी नई लहर के चलते देश के कई कॉलेज और यूनिवर्सिटी को बंद कर दिया गया है और हज़ारों छात्रों को क्वारंटाइन कर दिया गया है। चीन अपने अबतक के सबसे बड़े कोविड-19 प्रकोप से जूझ रहा है। वहीं इसे लेकर चीन के कई क्षेत्रों में उत्तरपूर्वी शहर के लोगों के प्रवेश को प्रतिबंधित किया जाता है, बता दें कि, उत्तरी पूर्व शहर में पिछले एक सप्ताह से संक्रमण बहुत ही तेजी से फैल रहा है।
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फिर बढ़ा जानलेवा कोरोना महामारी का खतरा
आधिकारिक आंकड़ों के आधार पर ज्ञात हुआ है कि, 17 अक्टूबर और 14 नवंबर के बीच चीन में मुख्य रूप से पुष्टि किए गए लक्षणों के साथ कुल 1,308 घरेलू स्तर पर संक्रमण दर्ज किए गए हैं जो ग्रीष्मकालीन कोरोना के नए डेल्टा के प्रकोप से 1,280 संक्रमित मामलों को पार कर गया है। कोरोना का यह नया डेल्टा संस्करण चीन में अबतक के सबसे व्यापक कोरोना संक्रमण को चिह्नित करता है जिसने अबतक चीन के 21 प्रांतों के क्षेत्रों और नगर पालिकाओं को प्रभावित किया है। चीन में कोरोना की यह लहर अन्य देशों में फैले कोरोना के प्रकोपों से सूक्ष्म है लेकिन चीन में सरकार द्वारा शून्य-सहिष्णुता पॉलिसी के तहत संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है।
जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रहा चीन
बता दें कि, जिस चीन से कोरोना वायरस निकला, वहां एक बार फिर से इसका प्रकोप देखने को मिल रहा है. चीन की एक यूनिवर्सिटी में कोरोना का संक्रमण बढ़ने के बाद वहां के करीब 1,500 से ज्यादा छात्रों को होटल्स में आइसोलेट कर दिया गया है. न्यूज एजेंसी के मुताबिक, चीन के दालियान प्रांत के नॉर्थ-वेस्टर्न सिटी में स्थित झुंगाझे यूनिवर्सिटी में रविवार को कोरोना के दर्जनों मामले सामने आए थे. इसके बाद यूनिवर्सिटी कैम्पस को सील कर दिया गया है, साथ ही छात्रों को निगरानी के लिए होटल में भेज दिया गया है. छात्र वहीं से ऑनलाइन क्लास अटेंड कर रहे हैं और उन्हें कमरे में ही खाना दिया जा रहा है. चीन लगातार कोरोना को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रहा है. जहां भी कोरोना के थोड़े से भी मामले सामने आते हैं, चीन तुरंत उस इलाके में लॉकडाउन लगा देता है. क्वारनटीन, टेस्टिंग और ट्रैवल पर रिस्ट्रिक्शन वहां की ज्यादातर आबादी के लिए अब न्यू नॉर्मल बन गया है. चीन में कोरोना के खिलाफ वैक्सीनेशन अभियान भी तेजी से चला है. दावा है कि वहां दुनिया में सबसे ज्यादा वैक्सीन डोज लगाई गई हैं. इसके साथ ही अब वहां बूस्टर डोज भी लगाने की तैयारी चल रही है.
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हाल ही में हेल्थ वर्कर्स ने क्वारनटीन किए गए एक शख्स के पालतू कुत्ते को मार डाला था, जिसको लेकर भी वहां काफी विवाद बढ़ गया था. ये घटना शंगराओ में हुई थी. इसके बाद वहां की लोकल अथॉरिटी ने एक बयान जारी किया था, जिसमें दावा किया था कि, कुत्ते के मालिक और हेल्थ वर्कर्स के बीच समझौता हो गया है. वहीं, चीन की एनिमल राइट्स पर काम करने वाली संस्था चाइना स्मॉल एनिमल प्रोटेक्शन एसोसिएशन ने इस घटना का विरोध करते हुए कहा था कि महामारी की आड़ में किसी बेजुबान की जान नहीं ली जानी चाहिए.
कोरोना से बचाव के लिए लगाए जा रहे कई प्रतिबंध
कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए चीन की ओर से कई तरह के प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं. राजधानी बीजिंग में संक्रमण को रोकने के लिए अब देश के किसी भी हिस्से से यहां आने वाले यात्रियों को निगेटिव रिपोर्ट लानी होगी. ये रिपोर्ट आने से 48 घंटे पहले की ही होनी चाहिए. चीन में पिछले साल ही कोरोना पर लगभग लगाम लग गई थी. लेकिन अब यहां कई इलाकों में संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं. चीन में अब तक कोरोना के 98,315 मामले सामने आ चुके हैं और 4,636 मौतें हो चुकी हैं. चीन के नेशनल हेल्थ मिशन के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में देश में 32 नए केस सामने आए हैं, जिनमें से 25 केस अकेले दालियान में मिले हैं.
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