द लीडर | उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने स्वास्थ्य सेवाओं की और बेहतरी के लिए अहम कदम उठाया है. बुधवार को उप मुख्यमंत्री ने ‘स्वास्थ्य आपका संकल्प सरकार का’ मिशन चलाने का एलान किया है. इसके तहत वह प्रदेश के अस्पतालों में भर्ती मरीजों व उनके तीमारदारों से फोन पर सीधे बात कर इलाज के बारे में जानकारी लेंगे. शिकायत मिलने पर सीधे कार्रवाई की जाएगा. डिप्टी सीएम ने कहा कि हर दिन किसी न किसी मरीज से बात कर जानकारी ली जाएगी.
बुधवार को मीडिया से बात करते हुए उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि प्रदेश के अस्पतालों में प्रतिदिन 3 लाख रोगी ओपीडी में आते हैं और तमाम मरीज भर्ती होते हैं. अब सभी का डाटा मोबाइल नंबर सहित आनलाइन होगा, हर दिन किसी न किसी मरीज से बात कर जानकारी ली जाएगी. स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभाग के महानिदेशक से मरीजों का रोज का ब्यौरा मांगा गया है. प्रदेश के पांच जिलों के कुछ मरीजों से फोन पर इलाज का फीड बैक लिया जाएगा. इन मरीजों का चयन रैंडम होगा. इसकी जानकारी पहले से किसी को नहीं होगी.
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रोज होगी मरीजों से बात
डिप्टी सीएम ने कहा कि मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराने की दिशा में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी. रोज मरीजों से बात करूंगा. इससे कमियों का आसानी से पता लगाया जा सकेगा. शिकायतों को दूर करने की कोशिश भी होगी. ब्रजेश पाठक का कहना था कि अस्पताल में मरीज परेशानहाल आते हैं. यदि उन्हें अस्पताल में भी सुविधा व राहत नहीं मिली तो सारे प्रयास बेमतलब होंगे. लिहाजा मरीजों का फीड बैक जरूरी है. शिकायत व सुझाव के आधार पर जरूरी सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे. इससे स्वास्थ्य के ढांचे में सुधार होगा.
इन मुद्दों पर होगा फोक्स
- मरीजों की भर्ती, मुफ्त दवा व जांच में कोई दिक्कत तो नहीं हो रही है
- डॉक्टर-कर्मचारियों का मरीज-तीमारदारों के प्रति बरताव कैसा है
- साफ-सफाई का क्या हाल है
- कूलर, पंखे और एयर कंडीशन की क्या स्थिति है
- ओपीडी पंजीकरण
- ओपीडी में डॉक्टरों के बैठने का समय।
- डॉक्टरों के वार्ड में राउंड लेने का समय
पकड़ी एक्सपायर हो चुकी 16 करोड़ की दवाएं
लखनऊ में तो उन्होंने एक्सपायर हो चुकी 16 करोड़ की दवा पकड़ ली. ये वो दवाइयां थीं जो सरकारी खर्चे पर खरीद ली गई लेकिन मरीजों को दी नहीं गई. इस मामले में डिप्टी सीएम पाठक ने जांच के आदेश दे दिए हैं. लखनऊ से लेकर नोएडा और वाराणसी तक उन्होंने अस्पतालों का औचक निरीक्षण किया और जरूरी सुधार के सुझाव दिए. अब तक वे 43 अस्पतालों का दौरा कर चुके हैं. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा है कि अब जो भी मरीज़ अस्पताल में भर्ती होगा, उसका मोबाइल नंबर नोट किया जाएगा. इसका एक डेटा बनाया जाएगा. इन मरीजों से बात कर उनसे मिले सुझाव के हिसाब से स्वास्थ्य विभाग में सुधार किए जायेंगे.